हैल्लो
फ्रेंड्स.. मेरा नाम राहुल है और में जमशेदपुर का रहने वाला हूँ. आज जो स्टोरी में
आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ.. वो एक सच्ची कहानी है और यह कुछ साल पहले की बात है
जब हम लोग जमशेदपुर में रहते थे और हमारे परिवार में तीन लोग है.. में, पिताजी और माँ. मेरे पिताजी एक बहुत बड़ी प्राईवेट कम्पनी में नौकरी करते थे और
ज्यादातर घर से बाहर रहते थे. पिताजी को शुगर कि बीमारी थी और वो माँ को कभी टाईम
नहीं दे पाते थे. मेरी माँ एक आम हाऊसवाईफ थी और में तो कभी सोच भी नहीं सकता था
कि वो भी कभी ऐसा कर सकती है. मेरी माँ बहुत ही सेक्सी औरत है और उनका फिगर 34-30-36 है. उनके बूब्स और गांड को देखकर तो किसी के
भी लंड से पानी निकल जाए.. मेरी माँ थी ही इतनी सेक्सी और वो अक्सर साड़ी पहनती थी.
मेरे पिताजी
ने मुझे पैदा करने के बाद अपनी फेमिली प्लानिंग का ऑपरेशन कर लिया था और मेरी माँ
की चुदाई भी ज़्यादा नहीं कर पाते थे और यह बात मेरा पिताजी के दोस्त सूरज अंकल को
पता थी और वो मेरे पिताजी के बहुत अच्छे दोस्त थे और उनका हमारे घर पर आना जाना
लगा रहता था.. लेकिन उनकी नज़र हमेशा मेरा माँ की मस्त गांड, बूब्स पर थी. तो एक दिन सवेरे सवेरे सूरज अंकल हमारे घर पर आए.. लेकिन उस दिन
पिताजी अपनी कम्पनी के किसी जरूरी काम से कुछ दिनों के लिए बाहर थे. फिर वो और माँ
सोफे पर बैठकर बातें कर रहे थे और में उस समय सो रहा था और फिर कुछ देर बात करने
के बाद माँ चाय बनाने चली गई. तभी अंकल मेरे कमरे में आए और देखा कि में गहरी नींद
में सो रहा हूँ.. तो उन्होंने कमरा बाहर से बंद कर दिया. मुझे पता चल गया कि कुछ
तो गड़बड़ है फिर में उठा और दरवाजे को थोड़ा खोलकर देखने लगा. फिर मुझे कप गिरने
की आवाज आई और माँ नीचे गिरी हुई चाय साफ करने के लिए थोड़ा झुकी. तो मैंने देखा कि
अंकल माँ के बूब्स को घूर घूरकर देख रहे थे और वो दोनों ऐसे ही बातें कर रहे थे.
तभी सूरज अंकल
हिन्दी फिल्म के किसिंग सीन के बारे में बात करने लगे.. तो माँ इस टॉपिक पर थोड़ा
शरमाने लगी और बोली कि यह तो आजकल नार्मल है. फिर माँ ने कहा कि उन्हे थोड़ा घर का
काम है और वो उठकर जाने लगी. मेरी माँ का अंकल से बहुत दिनों पहले से चक्कर था..
लेकिन में ज्यादा उनकी बातों पर ध्यान नहीं देता था और मुझे उस दिन पूरा विश्वास
हो गया. तो अंकल ने माँ के हाथ को पकड़ लिया और बोले कि यार बाद में कर लेना.
तो माँ इस तरह
की बात सुनकर बहुत चकित हो गई.. माँ डर गई और अंकल को उनके घर जाने के लिये कहने
लगी और बोली कि में उस टाईप की लड़की नहीं हूँ. तो अंकल ने बोला कि उन्हे पता है
कि पिताजी उन्हे पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पाते है तो वो उनके साथ मज़े कर सकती
है. फिर माँ बोलीं कि वो समाज से बहुत डरती है कि कहीं किसी को पता चल गया तो उनकी
और उनके परिवार की बहुत बदनामी होगी. तो अंकल बोले कि फिर हम सिर्फ़ औरल सेक्स
करेंगे. तो माँ औरल सेक्स करने के लिये राजी हो गई और फिर माँ उठकर जाने लगी और
अंकल माँ के पीछे पीछे बेडरूम में चले गए. बेडरूम में सूरज ने माँ के चहरे पर अपना
हाथ रखा और अपने होंठ माँ की तरफ लाने लगे.. तो माँ भी उनका साथ देने लगी. अंकल ने
दूसरे हाथ से माँ के हाथ को पकड़ा और होंठ को होंठ से लगाया और पूरा मज़ा लेते हुए
जीभ को मुहं में डालकर सहला रहे थे और माँ के बालों को अपने दोनों हाथ से सहला रहे
थे.
तभी अंकल अपने
एक हाथ से माँ के ब्लाउज पर सहलाने लगे और माँ मना करने की कोशिश करने लगी.. लेकिन
कोई फ़ायदा नहीं था. अंकल ने बहुत ही जल्दी माँ की साड़ी और ब्लाउज खोल दिया. फिर
माँ तो जैसे किस में ही खो गई थी.. लेकिन तभी माँ ने अंकल को औरल सेक्स का वादा
याद दिलवाया. तो अंकल ने कहा कि वो उनका लंड माँ की चूत में नहीं डालेंगे और यह सब
औरल सेक्स ही है. तभी अंकल ने अपना 7 इंच लम्बा लंड बाहर निकाल लिया. माँ तो जैसे चकित हो गई और कहने लगी कि इतना
लंबा.
फिर माँ अपनी
ब्रा और पेंटी में ही थी और अंकल ने अपना लंड माँ के मुहं के सामने रख दिया और माँ
ने आँख बंद कर ली और मना करने लगी. फिर अंकल ने माँ के पैर को पकड़ा और उन्हें बेड
पर लेटा दिया और अपने मुहं को उनकी चूत के पास ले गए और पेंटी को निकालते ही पता
चल गया कि पूरी चूत पानी से भीग गई थी. तो माँ भी उनका पूरा पूरा साथ साथ देने लगी
और वो फिर भी मना कर रही थी. अंकल अपनी जीभ से चूत को चाटने लगे और उनकी जीभ से
चूत के बालों को सहलाने लगे. तो माँ अपने आपको कंट्रोल ही नहीं कर पा रही थी और वो
सिसकियाँ ले रही थी.. उहह अयाया प्लीज छोड़ दो मुझे उऊःअहह और उस तरफ अंकल कुत्ते
की तरह अपनी जीभ से चूत चाट रहे थे. तो माँ से और कंट्रोल नहीं हुआ और वो चिल्ला
उठी.. घुसा दे आज सारी कसर निकल दे.. मेरी चूत तेरे लंड की प्यासी है.
तभी अंकल को
ग्रीन सिग्नल मिल गया और उनका 7 इंच का लंड
खेल दिखाने के लिए तैयार था और माँ की चूत भी बहुत भीगी हुई थी. फिर माँ ने लंड को
देखा और आंखे बंद करके चिल्लाई.. क्या सोच रहा है मादरचोद? चल चोद मुझे और जब उनका लंड चूत के पास गया तो आसानी से घुस ही नहीं रहा था.
तो एक ज़ोर से धक्का पड़ा और माँ चिल्लाई ओह्ह्ह आआआह्ह्ह माँ में मर गई. फिर अंकल
ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे और माँ दर्द के मारे उहह आआहा करती रही.
फिर करीब दस
मिनट बाद अंकल रुके और माँ के दोनों बूब्स को अपने हाथ में लेकर फिर से ज़ोर ज़ोर से
धक्के देने लगे और अपनी चुदाई के काम में व्यस्त हो गए. फिर अनगिनत ताबड़तोड़ धक्के
देने के बाद भी अंकल नहीं रुक रहे थे. तो थोड़ी देर बाद अंकल ने माँ की चूत से अपना
लंड बाहर निकाला तो देखा कि माँ की चूत उसके गंदे पानी से भरी हुई थी.. उसमे से
अंकल का वीर्य निकल रहा था.
तो अंकल ने
माँ की चूत की वीडियो बनाई और कपड़े से चूत को साफ किया. माँ भी अंकल का लंड पकड़कर
साफ करने लगी. तो अंकल ने कहा कि इसे ऐसे साफ नहीं करते. फिर माँ समझ गई और उसका
लंड अपने मुहं में लेकर चाटने लगी और चाट चाटकर साफ किया और उस पर किस करने लगी.
तभी माँ ने बोला कि तुम मेरी गांड भी मारो. में तुमसे ही चुदवाना चाहती हूँ. तो
अंकल बोले कि ठीक है आज तुम्हारी यह इच्छा भी पूरी कर देता हूँ. तो माँ घोड़ी बन
गयी और अंकल ने मम्मी की गांड में लंड घुसा दिया और माँ दर्द के मारे रोने लगी और
अंकल ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर माँ की गांड मार रहे थे. तभी थोड़ी देर बाद वो बिल्कुल
शांत हो गये और माँ बेड पर गिर गयी. माँ की गांड, चूत के छेद में से सफेद कलर का गाड़ा गाड़ा बहुत सारा वीर्य निकल रहा था. फिर
अंकल ने बोला कि तुम बाथरूम में जाकर नहा लो. तो माँ ने बोला कि.. लेकिन तुम कहाँ
जा रहे हो? तो उसने बोला
कि में कहीं नहीं जा रहा में तुम्हे फिर से चोदूंगा. माँ ने बोला कि ठीक और वो
अपने दोनों पैरों से उसका लंड रगड़ने लगी और अंकल ने मम्मी की जाँघ पर काट लिया और
फिर उठकर बाथरूम की तरफ चल पड़े और दोनों एक साथ नहाने चले गये और उन्होंने नहाते
हुए भी एक बार चुदाई की.. उसके बाद अंकल अपने घर पर चले गए.
फिर एक बार
चुदाई का स्वाद पाने के बाद माँ किसी से भी चुदवाने के लिए तैयार थी और उस रात को
मेरे पिताजी के भाई घर पर अचानक आ गए और वो भी मेरी माँ की चूत के दीवाने थे..
लेकिन कभी मौका ही नहीं मिला. उस रात माँ पूरे सुरूर में थी और उनकी चूत मर्द के
लंड की प्यासी थी. तो माँ ने भैया को गरम करने के लिए उस रात सिर्फ नाईटी पहनी
थी.. उसके अंदर कुछ नहीं पहना था. माँ और भैया सोफे पर बैठे थे.. तो माँ रिमोट
लेने के बहाने थोड़ा झुक गई और तभी भैया की नजरें माँ के बूब्स पर गई और वहीं पर
टिक गई. तभी अचानक से टीवी पर एक सेक्सी सीन आ गया और भैया माँ के बूब्स को निहार
रहे थे. तो माँ ने उन्हे पकड़ लिया..
भैया कुछ बोल
ही नहीं पाए और माँ बोली कि तुम चाहो तो मेरे बूब्स को और करीब से देख सकते हो और
उन्होंने नाईटी निकाल दी. तो भैया ने बूब्स को देखते ही झपट्टा मारा और एक अपने
मुहं में ले लिया और दूसरे को दबाने लगे. फिर माँ ने उन्हे अच्छे से बूब्स को
चूसने के लिये कहा.. जो काम वो बहुत अच्छे करने लगे और अब भैया का लंड खड़ा हो
चुका था.
तभी माँ ने
भैया का लंड मुहं में लिया और ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे करके पूरे मुहं में लेकर चूसने लगी.
फिर भैया माँ के ऊपर चड़ गए और माँ एकदम आँख बंद करके ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी और
भैया के लंड में भी दर्द होने लगा फिर भैया ने लंड को बाहर निकाला और दोबारा से
डाला तो उनके लंड पर गर्माहट महसूस हुई. देखा तो माँ की चूत से खून निकल रहा था और
उन्होंने फिर उसे थोड़ा लेटाया और माँ की चूत से करीब थोड़ा सा ही खून निकला और एक
एक बूँद टपक रहा था. तो माँ ने उसे एक कपड़े से साफ किया और वो माँ फिर से लेटाकर
उनके ऊपर चढ़कर चोदने लगे. तो वो ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी और उन्हे बार बार ऊपर
से हटने के लिए कहने लगी.. लेकिन भैया धीरे धीरे अपनी स्पीड बड़ाने लगे और अब माँ
को भी थोड़ा कम दर्द महसूस हो रहा था.
फिर भैया ने देखा कि माँ की आँखे बंद हो रही है.. तो भैया ने माँ को किस करना शुरू किया और वो भी जवाब देने लगी और अब वो भी थोड़ा नीचे से उछल उछलकर साथ देने लगी और भैया ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर उन्हें चोदने लगे और जब उन्होंने स्पीड बड़ाई तो उसके लंड में भी दर्द सा होने लगा. फिर 15 मिनट की चुदाई के बाद भैया झड़ गये और फिर देखा तो इस बार झड़ने पर सिर्फ़ 2 बूँद ही वीर्य निकला और उन्होंने माँ की चूत को देखा तो वो लाल पड़ गई थी और उनका लंड भी लाल पड़ गया था. फिर उन्होंने थोड़ा आराम किया और फिर 15 मिनट लेटने के बाद उन्होंने फिर से किस करना शुरू कर दिया और फिर वो दोनों मूड में आ गए.. माँ आअहह उहह करती रही और भैया उन्हें घोड़ी बनाकर चोदते रहे.
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें