दोस्तों मेरा नाम विक्रम है और मैं गुजरात में रहता हूं
लेकिन मैं राजस्थान से बिलोंग करता हूं और मैं आपको मेरी देसी सेक्स स्टोरी बताने
जा रहा हूं कि जैसे मैंने अपनी चाची की
चूत चाटी और चोदी. मैं अपनी चाची जी के बारे में बताता हूं. उनकी हाइट ५ फुट ९
इंच की है, रंग थोडा सांवला है उनके
बोबे बड़े मज़ेदार है जो भी देख ले उसका
दूध पीना कोई नहीं छोड़ेगा, उनका शरीर बहुत
गदराया हुआ है और एक इन शॉर्ट एक दम हरा भरा माल है.
अब समय ना गवाते हुए अपनी कहानी पर आता हूं, बात तब की है जब मैं पढ़ता था. हमारे घर में हम
सब जॉइंट फैमिली रहते हे, मेरे पापा,
मम्मी, मेरा छोटा भाई चाचाजी, चाचाजी, उनकी एक बेटी भी है, हमारे घर में नहाने के लिए बाथरुम एक ही था जो कि पापा के
रूम से होकर जाना पड़ता था, और मैं और मेरा
भाई पापा के कमरे में ही सोते थे.
एक दिन सुबह जब चाची नहा कर अपने कमरे जा रही थी और तब ही
मेरी आंखें खुली थी तो मैंने देखा कि चाची सिर्फ उनके पेटीकोट में थी और अपने टॉवल
से अपना ऊपर का बदन ढका हुआ था, और जैसे ही
उन्होंने दरवाजा खोलने के लिए हाथ आगे बढ़ाया तो साइड से उनके बूब्स दिखाई दिए और
भाइयो आपको तो पता ही है कि हम लड़कों का सुबह सुबह जब उठते हैं तो हमारा शेर कैसे
खड़ा हुआ होता है.
तो उस वक्त वह नजारा देख कर मेरी तो हालत ही खराब हो गई और
अपने आप को कंट्रोल करना मुश्किल हो गया था, और सीधा बाथरूम की ओर जाने का द्वार मिल गया, बाथरूम में जाते ही अपना शोर्ट नीचे करके ही
लंड को हाथ में लेकर आंखें बंद करें मेरी चाचीजी को शोवर के नीचे ले जाके नहाते
नहाते खड़े खड़े उनकी चूत पर हाथ घुमाने का सपना देख मुठ मार रहा था, क्या मजा आ रहा था उस वक्त?
मेरा सारा कम निकल गया लेकिन जोश ईतना था कि धीरे धीरे
हिलाते जा रहा था और चाची जी का सपना देख और हिला रहा था, मेरे पुरे हाथ में मेरा स्पर्म था लेकिन लंड से हाथ जाने का
नाम नहीं ले रहा था, फिर जब नॉर्मल
हुआ तब मेरा लंड साफ करते करते मैंने अपने
लंड को वादा किया तुझे अपनी चाची जी की चूत जरूर दूंगा मेरे शेर, और तब से मैं अपनी चाची जी को चोदने का प्लान
बना रहा था.
ईस तरह ४ साल निकल गए और इस दौरान मैंने कई बार अपनी चाची
जी को पूरा नंगा नहाते हुए देखा है, कई बार उनकी चूत के बाल साफ करते देखा है और इवन कई बार मैंने उनको अपने चाचा
जी के साथ चुदते हुए भी देखा है, और मुझे लगता था
कि शायद मुझे उन्होंने कई बार देख लिया है कि मैं उनको नहाते हुए देखता हूं,
लेकिन अब तक उन्होंने मुझे कुछ भी नहीं कहा.
एक दिन मुझे अपने गांव जाना पड़ रहा था पापा जा सके ऐसा
नहीं था इसलिए मुझे भेज रहे थे और मुझे गांव जाना बिल्कुल पसंद नहीं था क्योंकि वह
बहुत बोर होता था.
लेकिन फिर मुझे पता चला कि चाची जी को भी उनके घर जाना था
तो वह भी मेरे साथ आ रही थी और हम सिटी से शाम को ४ बजे वाली बस से निकल गए,
करीब एक घंटे बाद हम को बस में बैठने के लिए
सीट मिली तो हम बैठ गए, फिर हम ऐसे ही
नॉर्मल बातें कर रहे थे, फिर अचानक चाची
जी ने मुझे ऐसा सवाल पूछ लिया कि मेरी गांड के नीचे से सीट बस जमीन भी सरक गई है
और जो मेरी गांड फटी.
चाची जी ने सीधा पूछ लिया की कितनी बार मुझे नहाते देखा है
तुमने? बाद में पूछा कितनी मेहनत
करते हो आप मुझे नंगा देखने में? और उस वक्त मुझे
महसूस हो रहा था कि मेरी गांड के बीच में से पसीने का बूंद पास हो रहा था, फिर चाची जी ने कहा ऐसे तो क्या अच्छा लगता है
मुझ में जो इतनी मेहनत करते हो मेरे पीछे? फिर मैंने भी हिम्मत करके जो मन में था सब बोल दिया, पहले दिन से लेकर कैसे उनको पहले देखा फिर उनको नंगा देखा
कितनी बार उनको चाचा जी के साथ चोदते देखा और सब कुछ बता दिया.
सब सुनने के बाद चाची जी ने कहा तुम्हें डर नहीं लगता इतना
सब कुछ करते हुए? किसी ने पकड़
लिया होता तो क्या होता तुम्हें अंदाजा भी है? मुझे डेढ़ साल से पता है कि तुम मुझे देखते हो.
तब मेने पूछा तो कभी कुछ किया क्यों नहीं तो चाचीजी ने कहा
की मुझे भी अच्छा लगता था तुम्हे दिखाने में और फिर में उनको ही देखता रह गया तब
चाची ने कहा की क्या देख रहे हो?
मैं बोला यही कि काश इस वक्त इस बस में ना होता तो.. और मैं
चुप हो गया. तब चाची जी बोली तो क्या मेरी ब्लाउज को काट डालते या मेरा पेटीकोट को
ऊपर करके मेरी चड्डी को फाड़ डालते, बोलो क्या यही
करते ना, बोलो?
तब मैं कुछ बोलता उससे पहले ही चाची जी ने मौका देख कर मेरे
लंड पर हाथ रखा और बोली कि उससे पहले मैं तुम्हारे लंड को पेंट से निकाल के मेरे
मुंह में लेकर इतना चुसती के सारा पानी निकाल देती तुम्हारा और यह सब सुन के मेरी
हालत क्या हुई होगी आप ही सोच लो.
तो उस वक्त करीब ६:३० बज रहे थे और हम बस में थे और हम एक
दूसरे की जांघ को मसलने के अलावा और कुछ नहीं कर पा रहे थे, हम दोनों की आंखों में ऐसी भूख छाई हुई थी कि अगर कुछ नहीं
किया तो पता नहीं क्या होगा हमारा?
लेकिन मेरी चाची बड़ी उस्ताद थी, उन्होंने अपना एक बैग उनके जांघ पर रख दिया ताकि आस पास वालों को ना दिखे और फट से
उन्होंने मेरे पेंट की ज़िप खोली और मेरा लंड निकाल लिया और उसे धीरे धीरे हिलाने
लगी, क्या बताऊं अब मैं आपको
किस की किस जन्नत में सहर कर रहा था उस वक्त.
उन्होंने इस अंदाज में मेरा लंड हिलाया कभी पूरी स्किन नीचे
करती तो कभी पूरा सुपारा स्किन के अंदर डाल देती, मेरे बोल्स को दबाती, फिर थोड़ी देर बाद मेरा निकल रहा था, उनके हाथों पर मेरा पूरा स्पर्म आ गया…
लेकिन वह रुकी नहीं हीलाते रखा बाद में किसी की नजर ना पड़े
इस तरह उन्होंने मेरे सामने उनके हाथ को पूरा चाट लिया एक बूंद नहीं रखा मेरे
स्पर्म का, बाद मैं मेरे लंड पर हाथ
ले जाकर पूरा वहां से सारा स्पर्म हाथ पे लेकर पूरा चाट गई और वह उसे निगल गई,
बाद में मैं थोड़ा शांत हुआ. फिर उन्होंने कहा
चलो यही कहीं रुक जाते हैं और होटल कर लेते हैं.
हम करीब ७ बजे पालनपुर पहुंचे और हमने होटल कर ली और हमारे
घर पर फोन करके बताया कि बस बीच में खराब हो गई और रात को लेट हमारे गांव में जा
नहीं सकते थे, इसलिए हम रात
पालनपुर में रुक रहे हैं कल सुबह चलेंगे.
मैंने सब सामान रखा रूम में डोर लॉक किया और सीधा चाची के
पास गया, उनका पेटीकोट ऊपर किया
चड्डी घुटनों तक नीचे की और उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था और मैंने उनके सामने
देखा.
इस स्टोरी को मेरी सेक्सी आवाज में सुनने के लिए यहाँ क्लिक
करें.
चाची बोली कि तुम ही मुझे चोदने का प्लान नहीं बना रहे थे
और मैं उनकी चूत में मेरा मुंह में रख दिया चाटने लगा उनकी चूत गीली हो गई थी और
मैं उसे चाटे जा रहा था, मेरी चाची भी
पागल हो रही थी क्योंकि कई सालों बाद कोई चूत चाट रहा था.
चाची ने उनकी चूत चाटने में कोई रुकावट ना हो इसलिए
उन्होंने नाडा खोला और ऊपर से उनका पेटिकोट निकालने फेंका और अपनी चड्डी को फाड़
दिया फिर अपने पांव को थोड़ा और फैलाया और मेरे बालों को पकड़ कर उनकी चूत पर जोर
से दबा रही थी और चाट मेरे को और चाट कह रही थी.
में उनकी चूत को खोल खोल के अंदर तक मेरी जीभ घुमा रहा था,
करीब २० मिनट तक चाटने के बाद चाची जड गई और जब
वो झड़ी तब उन्होंने मेरे बाल को जोर से पकड़ कर उनकी चूत पर दबा रखा और बोली पी
ले साले सारा पानी पी जा और जोर की अंगडाई ली चाची जी ने, बाद में वह बेड पर गिर गई एकदम से.
उन्होंने मुझे अपने ऊपर खींचा और उनके ब्लाउज का बटन खोलकर
ब्रा में से बूब्स बाहर निकाल के छोटे बच्चे की तरह मुझे चुसवा रही थी, बाद में मेरे सारे कपड़े निकालें खुद पूरी नंगी हो गई और हम
बाथरूम शावर के नीचे गए और एक दूसरे से लिपट कर प्यार कर रहे थे, चाची जी मेरे लंड को पकड़ कर निचे बैठी और मेरा
लंड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी.
और उन्होंने चूस चूस के मेरे लंड को एकदम टाइट कर दिया,
शोवर चालू और चाची मेरे सामने बाथरूम में नीचे
फर्श पर बैठी अपनी टांगे फैलाकर और चूत को खोल रही थी, बाद में मैं चाची की चूत पर लंड ले जाकर धक्का मारा,
पूरा लंड एक धक्के में अंदर चला गया.
चाची एकदम गरम आवाजें निकाल रही थी सभी आह्ह ओह्ह हह्ह्ह
ओह्ह हहह आऊउ विकू आज तू तेरा पूरा लंड मेरी चूत में डाल कर मेरी चूत को फाड़ दे आज
तेरी चची की चूत को एकदम से फाड़ दे अहह ओह अग्घ्घ उऔऔ उम्म्म अघ्घ्ग ओह हह्ह्ह
उस्सस एस अह्ह्ह अय्य्य्य उम्म्म ओह्ह विकू.
मैं और जोश में आकर उनको
जोर जोर से उसे चोदने लगा, बाद में घोड़ी
बनाकर उनकी चूत को पागल कुत्ते की तरह चोदे जा रहा था, बाद में गीले ही
बाथरुम से बाहर आकर उन को बेड पर पटका. बाथरुम में से शेम्पू लाया और उनकी गांड पर लगाया और थोड़ा मेरे लंड
पर लगाया, बाद में उनकी गांड पर
मेरा लंड रखा और धीमे धीमे धक्का लगाने लगा. वह धीमे धीमें चीख रही थी, आह्ह ओह्ह हहह दुख रहा है धीरे धीरे कर,
फिर थोड़ा लंड अंदर गया और मैंने जोर से धक्का
मारा.
तो चाची बोली भोसड़ीके मादरचोद क्या कर रहा है? मैंने चाची के मुंह पर हाथ रखा और चाची मेरी
उंगलियों को काट रही थी जोर से, मुझे थोड़ा
गुस्सा आया और जोर से उनकी गांड मारने लगा, पूरे रुम में पच पच की आवाज सुनाई दे रही थी.
बाद में मैंने एक दम से लंड बाहर निकाला और उनकी गांड के
होल मैंने अपनी जीभ को डाला फिर थोड़ा थूका उनकी गांड पर, फिर हल्की हल्की घुमाने लगा. फिर मेने पूछा की अब दर्द हो
रहा हे?
तो उन्होंने कहा हां लेकिन मजा आ रहा है अब, बाद में मैंने एक दम से वापिस उनकी गांड में एक
झटके के साथ लंड पूरा अंदर घुसा दिया, फिर मैं उनकी गांड मार रहा था और साथ में उनकी चूत में एक साथ मेरी तिन
उंगलिया घुसा रहा था, चाची बोली किस
बात का बदला ले रहा है? मुझे क्यों मुझे
तड़पा तड़पा कर चोद रहा है? क्या हुआ क्यों
ऐसा कर रहा है? मैंने कहा बस
आंखें बंद की तो मुझे चाचा के साथ चुदते देखा हुआ याद आ गया और जलन होने लगी.
तो चाची बोली वह तो मेरी जान है, मेरा पति परमेश्वर है उसके साथ तो मैं चुदूंगी ही ना विकू? तो मुझे गुस्सा आया और लंड को गांड से निकालकर उसके बाल
पकड़कर उस के मुंह में पूरा घुसा दिया, चाची उह्ह ओह्ह कर रही थी, थूक बहार फेंक
रही थी, आंखों से पानी निकल रहा
था, लेकिन मैंने वह लंड उनके
गले तक अंदर डाला फिर बाहर निकाला और मैंने पूछा अब भी चुदेगी?
तो चाची बोली मैं अपने पति का लंड मिस कर रही हूं अभी,
बाद में मैंने उसको लंड मुंह में वापस दीया और मैं
उसकी चूत की तरफ आ के उसकी चूत को दर्द हो इतना मैंने खोल दिया, और उसके मुंह में दबा कर रखा और चूत में तीन
उंगलिया डाली और अंदर बाहर करने लगा.
थोड़ी देर बाद में निकाला और मैंने पूछा बोल तो साली मेरी चाची बोली तुझे गुस्सा
नहीं दीलाते तो मुझे इतना मजा कैसे आता? और मेरे बाल पकड़कर मेरे ओठो को जोर से स्मूच करने लगी.
बाद में मेरे लंड को हिलाने लगी जोर जोर से हिलाने लगी और सारा कम पि गयी. बाद में मुझे बाथरूम में ले जाकर मुझे मुत करने को कहा और उसने मेरा लंड पकड़ के रखा और मुझे मेरी चाची ने मुताया और बाद में मुझे नहलाया एक दूसरे को हम ने नहलाया और आ के अपने कमरे में नंगे ही सो गए.
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें