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बहन को लंड से खेलना सिखाया - Bahan ko land se khelna sikhaya

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मीत है और में 21 साल का हूँ. में आज अपने और मेरी अंकल की लड़की के बारे में कुछ बताने जा रहा हूँ, या यूँ कहिए कि मेरी बहन गुड़िया के बारे में बताने जा रहा हूँ, वो मुझसे 3 साल छोटी है, लेकिन उसका फिगर कमाल का था और वो दिखने में बहुत सेक्सी थी. उसके बूब्स बहुत ही मस्त थे और बहुत ही सॉफ्ट थे.

 

में कई बार उसे अंजाने में छू लेता था, लेकिन वो तो इन सबके बारे में कुछ जानती ही नहीं थी, इसलिए मुझे कोई प्रोब्लम नहीं थी. में अक्सर उसे पकड़कर उठा लेता और इसी बहाने मुझे उसकी गांड और बूब्स दबाने का मौका मिलता था. में उसकी चूत को देखना चाहता था और उसे छूना चाहता था, लेकिन में समझ नहीं पा रहा था कि में इसके लिए क्या करूँ? फिर मैंने एक तरकीब सोची और हमारे बाथरूम के दरवाजे में एक छेद किया, ताकि जिससे में उसे नंगी देख सकूँ.

 

फिर एक दिन मुझे मौका मिल ही गया, जब शाम का वक्त था और में घर में अकेला था. फिर मेरी बहन आई और मैंने उससे मज़ाक शुरू की, तुम बिना नहाए जैसी क्यों लग रही हो? तो उसने बोला कि में तो सुबह ही नहा ली थी. फिर मैंने कहा कि तुम में से बदबू आ रही है और ऐसा बोलकर में स्माईल करने लगा, तुम अभी नहा लो.

 

उसने कहा कि अच्छा ठीक है और फिर वो थोड़ी देर के बाद नहाने चली गई. अब उसे शक ना हो, इसलिए में तेज आवाज़ में टी.वी. देखने लगा था. फिर जैसे ही वो बाथरूम में गई तो मैंने अपनी आँखे उस छेद पर चिपका दी, जो उस दरवाजे पर था. फिर मैंने अंदर देखा तो वो अपने कपड़े उतार रही थी, उसने सबसे पहले अपना फ्रोक निकाला और बाद में उसने अपनी ब्रा भी निकाली, क्या बूब्स थे उसके? उसके बूब्स एकदम छोटे और गोरे-गोरे थे.

 

अब मेरा तो लंड टाईट हो गया था. फिर बाद में उसने अपनी पेंटी भी निकाली. अब में तो अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पा रहा था. उसकी चूत पर एकदम छोटे-छोटे बाल थे और उसकी चूत एकदम फूली हुई और मस्त थी. फिर वो शॉवर के नीचे खड़ी हो गई और फिर उसने शॉवर चालू किया. अब पानी उसके सिर से होकर उसके बूब्स पर जाकर नीचे उसकी मस्त गांड पर आ रहा था. अब वो अपने हाथों से अपने बूब्स को दबा रही थी. फिर बाद में उसने साबुन लिया और उसे अपने पूरे बदन पर मलना शुरू किया. अब वो धीरे-धीरे अपने पूरे बदन पर अपना हाथ फैर रही थी और में यह सब दरवाजे के छेद में से देख रहा था.

 

अब मेरी तो हालत खराब हो रही थी, अब वो मुझसे सिर्फ 2 फुट की दूरी पर थी, लेकिन में उसे छू भी नहीं सकता था. अब में कोई भी ऐसा वैसा कदम नहीं उठा सकता था, क्योंकि मेरे मम्मी और पापा को ये बात पता चली तो मेरी ख़ैर नहीं समझो.

 

फिर थोड़ी देर के बाद उसने फिर से शॉवर चालू किया और साबुन निकालने लगी. फिर बाद में जो हुआ उसे देखकर तो में दंग ही रह गया. अब वो शॉवर के नीचे खड़े-खड़े अपनी दो उँगलियों से अपनी चूत को मसल रही थी. अब में तो चौंक गया था और मुझे लगा कि यह एक सपना है, लेकिन नहीं यह सच था. अब वो हस्तमैथुन कर रही थी, यानी कि हस्तमैथुन कर रही थी.

 

फिर मैंने देखा कि उसे इसमें बहुत मज़ा आ रहा था और उसके चेहरे के एक्सप्रेशन को देखकर में तो दंग रह गया था. अब वो सिसकियां भर रही थी. फिर करीब 10 मिनट तक वो अपनी चूत को मसलती रही और बाद में वो एकदम से उत्तेजित हुई और शांत हो गई. अब में समझ गया था कि मेरी सीधी और भोली बहन गुड़िया अब छोटी नहीं रही थी, अब भी उसकी चूत में खुजली हो रही थी और अब में तो बहुत खुश था.

 

फिर उसके बाद में अपना काम करने लगा, लेकिन दोस्तों यह बात तो है कि लड़की के बूब्स जब बड़े हो जाते है, तो उन्हें हमेशा कोई ना कोई दबाने वाला चाहिए होता और जब घर में ही सुविधा हो तो कोई बाहर क्यों जाए? कोई फर्क नहीं पड़ता कि वो तुम्हारी बहन है कि या कोई और है, आख़िर वो भी तो एक लड़की है.

 

उसकी भी सब इच्छा होती है और अगर वो यह करने के लिए बाहर किसी को मौका देती है, तो इसमें अपनी ही इज्जत खराब होती है, तो यह तो अच्छी बात है कि दोनों सेक्स के लिए एक दूसरे की मदद करे. फिर में उसके ख्यालों में अपना लंड हिलाता-हिलाता सो गया. अब मेरे ख्यालों में कभी वो मेरे ऊपर होती थी, तो कभी में उसके ऊपर होता था. वो बार-बार बोल रही थी कि मीत भैया आपके साथ बहुत मज़ा आता है और इन्हीं ख्यालों में सुबह हो गई थी.

 

आज तो मैंने सोच लिया था कि कुछ ना कुछ ऐसा किया जाए कि जिससे में उसकी मदद कर सकूँ, वो जो बाथरूम में कर रही थी ना उस काम में. हमारे घर के दूसरे फ्लोर पर उसका रूम था और उसके पास में मेरा रूम था. फिर मैंने सोचा कि जो छोटी लड़की बाथरूम में यह सब करती है, वो अकेले में तो क्या करती होगी? फिर मैंने उसके रूम में देखने के लिए एक कुर्सी ली और उसके रूम के दरवाजे के पास की खिड़की के नीचे रखी, जिससे पूरा रूम दिखता था.

 

फिर में धीरे से ऊपर हुआ तो मैंने देखा कि वो सो रही है. फिर में वापस नीचे उतरने लगा, लेकिन उसी वक्त उसने अपना एक हाथ अपनी स्कर्ट में डाला. अब में समझ गया था कि कुछ सीन देखने को मिलने वाला है. फिर मैंने देखा कि वो हस्तमैथुन कर रही है. फिर उसी वक्त मैंने उसके दरवाजे की बेल बजाई तो उसने आवाज़ लगाई कौन है? तो मैंने ज़ोर से कहा कि दरवाजा खोलो, तो उसने दरवाजा खोला. फिर मैंने उससे गुस्से से पूछा कि तुम क्या कर रही थी? मैंने सब देखा है तो वो एकदम से डर गई.

 

फिर मैंने कहा कि में पापा को बोलने वाला हूँ कि तुम अपने रूम में यह सब करती हो. फिर वो चुपचाप खड़ी रही और फिर एकदम से बोली कि भैया प्लीज किसी को कुछ मत बताना. फिर मैंने कहा कि में उसकी कोई बात नहीं सुनने वाला हूँ. फिर वो रोने जैसी हो गई कि भैया प्लीज किसी को कुछ मत बताना. फिर मैंने कहा कि चलो मान लो कि में ना बताऊँ, लेकिन उसमें मुझे क्या मिलेगा? फिर गुड़िया बोली कि आप जो बोलोगे वो में करूँगी, बस में यही तो सुनना चाहता था. फिर मैंने उसे बेड पर बैठाया और उसे मेरे पास बैठने को बोला.

 

फिर मैंने उसे अपनी गोद में बैठाया और अब उसकी मुलायम गांड मेरे लंड को टच कर रही थी. फिर मैंने कहा कि मैंने सब देखा है, जो तुम कर रही थी, लेकिन क्या तुम मुझे नहीं बताओंगी कि तुम क्या कर रही थी? तो वो शर्माने लगी. फिर मैंने कहा कि तुम बताती हो कि में पापा को आवाज़ दूँ. फिर वो बोली कि में सब बताती हूँ, में है ना खुजा रही थी बस. फिर मैंने कहा कि अच्छा में भी तो देखूं कहाँ खुजा रही थी? फिर वो बोली कि यहाँ, वो अपनी चूत की तरफ इशारा करके बोली.

 

फिर मैंने कहा कि अभी तो मेरी एक ही शर्त है कि में पापा से यह बात ना कहूँ, तो वो बोली क्या? फिर मैंने कहा कि एक बार में भी वहाँ खुजाना चाहता हूँ. फिर वो बोली नहीं और फिर मैंने कहा कि तो फिर ठीक है, अब पापा को जवाब देना ओके, में जा रहा हूँ. फिर वो बोली कि अच्छा ठीक है, लेकिन ऊपर से तो मैंने कहा कि हाँ ओके.

 

फिर मैंने उसे अच्छी तरह से अपनी गोद में बैठाया और अपना एक हाथ उसकी चूत पर रखा और उसे मसलना शुरू किया. अब वो बहुत शर्मा रही थी और अब उसने अपना मुँह भी छुपा लिया था. फिर मैंने और ज़ोर से उसकी पेंटी के ऊपर से ही मसलना शुरू किया. फिर थोड़ी ही देर में वो बहुत उत्तेजित हो गई. अब वो सिसकियां लेने लगी थी तो मैंने अपना एक हाथ उसके बूब्स पर रखा तो वो मेरे सामने देखने लगी और बोली कि भैया आप ये क्या कर रहे हो? तो मैंने कहा कि कुछ नहीं तुम्हें मज़ा आ रहा है ना? तो वो बोली कि बहुत अच्छा लग रहा है.

 

अब में उसके सॉफ्ट बूब्स मसल रहा था और अपना लंड उसकी गांड पर रगड़ रहा था. फिर वो बोली कि भैया आपका बेल्ट मुझे लग रहा है. फिर मैंने कहा कि कहाँ है बेल्ट? तो उसने बैठे-बैठे ही नीचे अपना हाथ डाला और मेरा लंड बेल्ट समझकर पकड़ लिया और बोली कि ये क्या है? तो मैंने कहा कि यह मेरा लंड है. फिर वो बोली कि ये इतना हार्ड क्यों है? वैसे तो ये सॉफ्ट होता है.

 

फिर मैंने कहा कि ये जब उत्तेजित होता है ना, तब ये ऐसा हो जाता है. फिर बातों-बातों में मैंने उसकी पेंटी में अपना एक हाथ डाला और उसकी चूत को मसलने लगा और अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी और वो तड़प उठी और बोली कि भैया मुझे कुछ हो रहा है. फिर मैंने पूछा कि क्या? तो वो बोली पता नहीं.

 

फिर मैंने कहा कि तुमको मेरा लंड देखना है? तो वो कुछ नहीं बोली, लेकिन फिर भी मैंने मेरा लंड बाहर निकाल दिया. अब वो बिना पीछे मुड़े ही उसे अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ने लगी और मसलने लगी थी. फिर मैंने धीरे से उससे कहा कि क्या तुम्हें पता है कि शादी के बाद क्या होता है? तो वो बोली कि मतलब? तो मैंने कहा कि क्या तुम जानती हो सुहागरात के दिन क्या होता है? तो वो बोली कि मालूम नहीं.

 

फिर मैंने कहा कि उस दिन लंड इसमें जाता है, मेरा इशारा उसकी चूत की तरफ था. फिर मैंने पूछा कि जो काम तुम उंगली से करती हो, वही काम मेरा लंड करे तो. फिर वो कुछ नहीं बोली और अब में समझ गया था कि वो तैयार थी. फिर मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और उसकी स्कर्ट को ऊपर उठाया और उसकी चूत को मसल दिया.

 

फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी पेंटी में डाला और उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी. अब उसका चेहरा एकदम लाल हो गया था, अब उसकी आँखे बंद हो रही थी, मानो कि जैसे उसे नशा चढ़ रहा हो. फिर मैंने उसका टॉप निकाल दिया, उसने अंदर वाईट ब्रा पहनी हुई थी, उसके बूब्स कमाल के लग रहे थे, मानो कि जैसे ब्रा में से बाहर आने के लिए तड़प रहे थे.

 

फिर मैंने उसके बूब्स को उसकी ब्रा के ऊपर से ही दबाया तो उसके बूब्स और ज्यादा टाईट हो गये. अब वो करहाने लगी थी और पागल की तरह मुझसे लिपट गई थी. फिर मैंने उसको अपनी बाहों में लिया और अपने दोनों हाथों को उसकी पीठ पर फैरने लगा.

 

फिर मैंने उसकी ब्रा का हुक निकाल दिया और उसे फिर से बेड पर लेटाया. फिर जब मैंने उसकी तरफ देखा तो वो मुझे घूर रही थी. फिर मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो उसने बोला कि उसे इन सब में बहुत मज़ा आ रहा है, इसे क्या कहते है?

 

मैंने कहा कि इसे सेक्स कहते है और इतना कहकर मैंने अपने होंठो को उसके होंठ पर रख दिया और उसे किस करने लगा. अब वो भी मेरे होंठों को चूसने लगी थी और अब कभी वो मेरे ऊपर के होंठ को चूसती तो कभी मेरे दोनों होंठो को एक साथ चूस रही थी. अब मेरा एक हाथ उसके बूब्स पर और दूसरा हाथ उसकी चूत में था. अब वो काफ़ी गर्म हो गई थी और उसकी चूत में से पानी निकल रहा था, तो मैंने बिल्कुल भी देर नहीं की.

 

फिर मैंने अपनी जेब में से एक कंडोम निकाला और अपने लंड पर चढ़ाया, क्योंकि में जानता हूँ कि इसमें कभी रिस्क नहीं लेना चाहिए. फिर वो बोली कि भैया ये क्या है? और इसे तुम अपने लंड पर क्यों चढ़ा रहे हो? तो मैंने कहा कि ये सुरक्षित रहने के लिए है.

 

फिर में ये कहते ही उसके ऊपर चढ़ गया और उसे वापस से किस करने लगा. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रख दिया और उसे अपनी चूत पर मसलने को बोला. फिर उसने अपने एक हाथ से मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत पर मसलने लगी. अब में धीरे धीरे अपना दबाव बढ़ाने लगा था, इसमें जल्दबाजी करने से बात बिगड़ भी सकती है.

 

फिर मैंने मौका देखकर एक हल्का सा धक्का लगाया तो वो चिल्ला उठी, आआआआआआआअ मीत्त्त्तत्त भैया आआआआअ बहुतत्ततत्त दर्द्द्द्द्द्द्दद हो ऊऊऊऊ रहाआआआ है, प्लीज इसे बाहर निकाल दो. अब उसकी चूत की सील टूटने की वजह से खून बहने लगा था और वो दर्द से कराह रही थी. फिर मैंने उसे किस करना शुरू किया, इससे उसे थोड़ी राहत हुई.

 

फिर में थोड़ी देर तक बिल्कुल भी नहीं हिला और फिर बाद में मैंने धीरे-धीरे अपनी कमर हिलाई. अब वो सिसकियां लेने लगी थी और नीचे से अपनी कमर को हिलाने लगी थी. अब मेरा लंड सिर्फ़ 2 इंच ही अंदर गया था, लेकिन अभी उसकी चूत मेरे पूरे लंड को लेने के लिए तैयार नहीं थी.

 

फिर मैंने भी थोड़ी और कोशिश की तो वो खुद ही मेरी गांड में अपना हाथ लगाकर उसे अपनी और खींचने लगी और धीरे-धीरे मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया. फिर मैंने 1 घंटे तक उसकी बराबर चुदाई की. फिर कभी में उसे अपने ऊपर चढ़ाता, तो कभी वो नीचे हो जाती. अब में उसके बूब्स और उसकी गांड को बराबर दबा रहा था.

 

अब वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी और अब उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था. अब वो चुदवाने के बाद मेरे ऊपर पूरी नंगी पड़ी हुई थी और बोल रही थी कि उंगली से इतना मज़ा कभी नहीं आया भैया, प्लीज आप रोज़ मेरे साथ ऐसा करना, मुझे आपका लंड बहुत अच्छा लगता है और ऐसा बोलकर वो मेरे लंड के साथ खेलने लगी, कभी उसे ऊपर उठाती तो कभी अपने दोनों हाथों से हिलाती. अब उसके छोटे हाथों में मेरा टाईट लंड बहुत बड़ा लग रहा था.

 

फिर मैंने भी उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाली और बोला कि मीत भैया जानते है कि उसकी गुड़िया को कैसे खुश रखा जाए? और फिर में उसके बूब्स दबाने लगा और उसके होंठों पर किस करने लगा था.

 

फिर थोड़ी देर के बाद मैंने फिर से उसकी चूत में अपना लंड डाला और उसे स्वर्ग का सुख दिया, जो उसे बहुत सालों के बाद मिलने वाला था, लेकिन हाँ कभी भी अपनी बहन को चोदो तो प्लीज कंडोम ज़रूर पहनना, वरना तुम जानते हो कि क्या हो सकता है? मुझे 21 साल की उम्र में ही एक बहुत ही सेक्सी और वर्जिन गर्ल को चोदने का मौका मिला था.

 

अब में और गुड़िया इसी तरह हर रोज एक दूसरे की सेक्स की प्यास बुझाए करते है. फिर मैंने उससे बोला कि वो किसी को भी इसके बारे में ना कहे, क्योंकि अगर पापा को पता चल गया तो वो मेरी हालत खराब कर देंगे. फिर तो हम दोनों मम्मी, पापा के सामने तो कभी कुछ नहीं बोलते, लेकिन अकेले में हम दोनों बहुत ही उत्तेजित हो जाते थे.

 

अब गुड़िया को मेरा लंड भा गया था, तो वो ही हर रात को मुझे बुलाया करती थी. अब कभी जब हम दोनों साथ में टी.वी. देख रहे होते है, तो वो धीरे से मेरा लंड पकड़कर मसलने लगती है और मम्मी के आते ही छोड़ देती है. फिर में उसे ऊपर अपने रूम में जाने को बोलता और थोड़ी देर में भी चला जाता हूँ और उसे बहुत चोदता हूँ. अब थोड़े ही दिनों में उसके बूब्स एकदम सेक्सी होने लगे थे और अब मुझे भी अपनी सेक्स की प्यास बुझाने के लिए कही और नहीं जाना पड़ेगा, जब तक उसकी शादी नहीं हो जाती है.

  

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स्टूडेंट को देसी घी लगाकर चोदा

हैल्लो फ्रेंड्स.. मेरा नाम राहुल है। में कोलकाता का रहने वाला हूँ मैंने सोचा कि में मेरे साथ घटी हुई एक सच्ची घटना आप सभी से शेयर करूं.. अब आपका ज़्यादा टाईम ना लेते हुए में सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ.. यह कहानी थोड़ी लंबी है.. लेकिन में उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी लोगों को बहुत पसंद आएगी। में कोलकाता के एक प्राईवेट डिग्री कॉलेज में लेक्चरार हूँ और मुझे इस नौकरी पर 2 साल हुए.. मेरी उम्र 27 साल है और में दिखने में बहुत अच्छा लगता हूँ जो कि मेरे दोस्त मुझसे कहते है। मुझे जिम जाने का बहुत शौक है क्योंकि मेरा शरीर बहुत अच्छा है और में फिज़िक्स पढ़ाता हूँ। में जिस क्लास में पढ़ाता हूँ उस क्लास में करीब 35 लड़के और 22 लड़कियाँ है और कॉलेज के बाद में अपने घर में प्राईवेट क्लास लेता हूँ।

 

सलोनी नाम की एक लड़की मेरी क्लास में थी और वो दिखने में बहुत ही खूबसूरत थी। उसकी उम्र 21 या 22 होगी.. फिगर 36-30-34 है.. वो दिखने में एकदम सेक्सी, गोरी थी। में पहले उसे कभी बुरी नज़र से नहीं देखता था.. लेकिन हमारे कॉलेज के पहले साल के इंटरनल टेस्ट के बाद मुझे पता चला कि कॉलेज के कई बच्चे फिज़िक्स में फैल हो गए है.. लेकिन मेरी क्लास के बस 4 या 5 बच्चे ही फैल हुए थे और उनमें से सलोनी भी थी और सब को पता है कि में बहुत अच्छा फिज़िक्स पढ़ाता हूँ। तो सलोनी एक दिन आई और बोली कि सर मुझे कुछ भी करके इस सब में पास करा दो और इसके लिए में कुछ भी करने के लिए तैयार हूँ। उस दिन वो सफेद कलर की एक टाईट शर्ट और एक जिन्स पेंट पहन कर आई थी.. जिसमें उसकी मस्त कमर दिख रही थी और शर्ट टाईट होने के कारण बूब्स भी ऊपर उठ गए थे।

 

फिर जब वो बातें करते हुए मेरे सामने झुकी तो उसके बड़े बड़े बूब्स को देखकर मेरी नियत खराब होने लगी और मेरा लंड पेंट के अंदर छटपटाने लगा। फिर मैंने तब सोचा कि इसे घर बुलाता हूँ और फिर इसका फायदा उठता हूँ और मैंने उससे कहा कि तुम एक काम करो.. मेरी कोचिंग में तो बहुत ज्यादा बच्चो का कोर्स चल रहा है तो में तुम पर ज्यादा ध्यान नहीं दे सकता तो तुम रात को मेरी क्लास खत्म होने के बाद 9 से 11 बजे तक मेरे घर पर आया करो और मैंने उस दिन उसके घर जाकर उसके पिताजी से भी बात कर ली। मैंने उस दिन उसकी कमर और बूब्स को सोचकर 3 बार मुठ मारी और अब वो रोज मेरे घर आया करती थी और में उसे पढ़ाया करता था। में उस पर चान्स मारना चाहता था.. लेकिन इधर उधर हाथ लगाने के सिवाए और कुछ आगे हो नहीं पा रहा था। एक दिन जब सलोनी मेरे घर आने वाली थी तो मैंने जानबूझ कर अपने रूम का दरवाजा खुला छोड़ दिया और अपने कंप्यूटर पर ब्लू फिल्म लगाकर थोड़ी ज़्यादा आवाज खोलकर फिल्म देखन लगा और में अपनी पेंट उतार कर लंड को हिला रहा था। तभी सलोनी अंदर आई और मुझे ढूंडते हुए मेरे कमरे तक आ गई और उसे कुछ अजीब सी आवाज़े सुनाई दी तो उसने थोड़ा दरवाजे को खोला और देखने लगी।

 

में उसे सामने दीवार पर लगे शीशे से देख रह था और वो मेरे 7 इंच के लंड को ही घूर रही थी.. उसका पूरा शरीर अजीब सा होने लगा और वो अपनी चूत सिकोड़ने लगी.. मुझे लगा कि अब उसकी चूत गीली हो गई है और में इसे प्यासा, तड़पता हुआ इस हाल में कुछ ना करूँ तो वो अपने आप मुझसे चुदवाने आएगी और फिर मैंने अपने कंप्यूटर बंद कर दिया और वो झट से दरवाजे से भाग गयी। तो में 5 मिनट बाद स्टडी रूम में आया और उसे बोला कि मुझे माफ़ करना में सो गया था और मुझे नींद की वजह से थोड़ी देर हो गई। तो उसने कहा कि कोई बात नहीं सर और उसके बाद से उसकी मेरे साथ बातचीत बदलने लगी..

 

वो दिन ब दिन अपने बदन को मेरे सामने नये नये तरीकों से दिखाने लगी और किसी ना किसी बहाने से मेरे बदन को छूने की कोशिश करने लगी। फिर एक दिन उसने मुझसे पूछा कि सर क्या आपकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है? तो मैंने कहा कि नहीं.. मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है। तो उसने मेरी बात पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं किया और कहा कि ऐसा हो ही नहीं सकता.. आप दिखने में इतने अच्छे हो तो आपकी कोई गर्लफ्रेंड कैसे नहीं हो सकती? तो मैंने कहा कि मुझे आज तक तुम्हारी तरह कोई खूबसूरत लड़की मिली ही नहीं तो मैंने गर्लफ्रेंड नहीं बनाई। तो वो शरमा गयी और फिर मैंने अब अपना एक हाथ उसकी पीठ पर और दूसरा हाथ जाँघ पर हाथ रख दिया और वो कुछ नहीं बोल रही थी।

 

फिर उसके जाने के बाद मैंने ठान लिया कि कल शनिवार है और में उसे मौका देखकर चोदकर ही रहूँगा। फिर जब वो आई तो मैंने उसे कहा कि मेरा बदन बहुत दर्द कर रहा है क्या तुम मेरी थोड़ी मालिश कर दोगी? तो वो तुरंत मान गयी.. लेकिन बोलने लगी कि मैंने आज सफेद ड्रेस पहनी है और वो मालिश करने से खराब हो ज़ायगी। तो मैंने उसे बोला कि कोई बात नहीं तुम एक टावल पहन लो और मेरी मालिश कर दो और फिर थोड़ी देर सोचने के बाद वो मान गयी और में अंदर गया और अंडरवियर पहन कर आ गया। फिर वो मेरे पैरों को मालिश कर रही थी और उसके गोरे गोरे जिस्म पर उसकी काली ब्रा की डोरी मुझे साफ साफ दिख रही थी और उसकी गोरी दूध जैसी सफेद जाँघ देखकर मेरा लंड अंडरवियर फाड़कर बाहर आने को बैताब था। वो मालिश करते वक़्त बस मेरे लंड को ही देख रही थी और बार बार अपना एक हाथ उस पर घुमा रही थी। फिर उसने कहा कि सर आपका यह इतना बड़ा क्यों हो रहा है? अभी तो छोटा था। तो मैंने अंजान बनकर पूछा कि क्या? तो वो थोड़ा सा शरमाई.. मैंने बोला कि शरमाओ मत बोलो तुम अभी क्या कह रही थी?

 

तो वो इशारा करके बोली कि आपका लंड अभी बहुत छोटा था और अब बड़ा ऐसा क्यों? तो मैंने सोचा कि लड़की फंसने लगी है और इसे हाथ से जाने नहीं देना चाहिए और मैंने कहा कि मुझे भी पता नहीं.. ना जाने क्यों तुम्हे देखने के बाद इसमें दर्द भी होने लगा और फिर उसने कहा कि क्या में इसकी भी मालिश कर दूँ? तो मैंने कहा कि ठीक है जैसा तुम्हे अच्छा लगे कर दो।

फिर उसने जल्दी से अपने हाथों से मेरी अंडरवियर उतार दी और 5 मिनट तक उसे घूर घूरकर देखने लगी। तो मैंने पूछा कि क्या हुआ क्या इससे पहले कभी नहीं देखा? तो वो शरमा गई और बोली कि मैंने इससे पहले ब्लू फिल्म में देखा था.. लेकिन इतना बड़ा असली में मैंने कभी नहीं देखा था। फिर में बोलने लगा कि ठीक है देखो और जो करना है करो.. लेकिन इसका दर्द थोड़ा कम करो। तभी वो बोलने लगी कि क्या में इसे मुहं में ले लूँ? तो मैंने बोला कि तुम इसे अपना ही समझो। तो उसने झट से उसे मुहं में ले लिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी और में तो जैसे आसमान में उड़ रहा था और इतने में उसका टावल निकल गया.. लेकिन वो लंड चूसने में व्यस्त थी। दोस्तों ये कहानी आप पर पड़ रहे है।

 

फिर कुछ देर बाद मैंने उससे कहा कि तुमने मेरा लंड बहुत चूस लिया.. अब में भी तुम्हारी चूत चूसना चाहता हूँ। तो उसने झट से अपनी ब्रा और पेंटी को उतार कर फेंक दिया और उसके बूब्स ब्रा से बाहर आते ही हवा में झूलने लगे एकदम रसीले आम की तरह और फिर मैंने झट से सीधे बूब्स को मुहं में भर लिया और चूसने लगा.. उसके मुँह से आवाज़ें आने लगी आहह खा जाओ इसे दबाओ और जोर से प्लीज़। फिर में उसकी चूत को भी सहलाने लगा तो वो तड़पने लगी.. मैंने जब उसकी चूत को देखा तो क्या चूत थी.. उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था और हम तुरंत 69 पोज़िशन में आ गए और हम दोनों एक दूसरे को चूमने, चूसने लगे और उसकी चूत दो बार पानी छोड़ चुकी थी और वो बोलने लगी कि सर प्लीज अब मुझे चोद दो और आज चोद चोदकर मेरी चूत फाड़ दो।

तभी मैंने उसके दोनों पैरों को मेरे कंधे पर रखा और मेरा लंड उसकी चूत में सेट किया और धक्का जोर का धक्का मारा.. लेकिन लंड बार बार फिसलता रहा और फिर में किचन में गया और थोड़ा देसी घी लेकर आया।

 

तो मैंने थोड़ा घी उसकी चूत पर और थोड़ा मेरे लंड पर लगा लिया और पूरी ताक़त लगाकर एक जोर का धक्का मारा तो इस बार लंड तीन इंच तक चूत के अंदर चला गया और उसकी एक जोरदार चीख निकल गई आअहह मर गई और उसकी आँखों से आंसू निकलने लगे और वो बार बार मुझसे लंड को बाहर निकालने को कह रही थी..

लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनी और तेज रफ़्तार से उसे चोदने लगा। उसकी चूत से अब खून निकल रहा था.. 10 मिनट बाद वो भी शांत होकर चुदाई के मज़े लेकर अपनी गांड हिलाकर चुदने लगी और चिल्लाने लगी और ज़ोर से चोदो मुझे फाड़ दो मेरी चूत.. आज मुझे पूरी औरत बना दो आह्ह्ह्ह और जोर से आअहह और आधे घंटे की चुदाई के बाद में उसकी चूत के अंदर ही झड़ गया और में उसके ऊपर ही थककर लेटा रहा। आधे घंटे बाद हम दोनों को होश आया और मैंने घड़ी देखी तो 12 बज चुके थे। फिर मैंने उसके पापा को फोन करके बोल दिया कि आज परीक्षा की तैयारी के लिए पूरी रात पढ़ाई होगी और कल सुबह में खुद ही उसे घर पर छोड़ दूँगा और वो राज़ी हो गये।

 

फिर जब मैंने बिस्तर की और देखा तो सोनल अभी भी नंगी सोई हुई थी और मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। में फिर से उसके ऊपर चड़ गया और इस बार की चुदाई एक घंटे चली फिर वो मुझसे आग्रह करने लगी कि सर अब और नहीं सहा जा रहा.. में मार जाऊंगी। मेरी चूत जलने लगी है। तो मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया और बाथरूम में ले गया। उसकी चूत साफ करने के बाद मैंने उसे एक नींद की गोली और दर्द की गोली दी और सुला दिया ।। 

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छोटी बहन की जबरदस्त चुदाई

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मेरा नाम अमित है में एक अच्छी फेमेली से हूँ और मेरी लम्बाई 5.10 इंच है और मेरी उम्र 23 साल है. में बिल्कुल गोरे रंग का व दिखने में सुन्दर लड़का हूँ. मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. मेरी फेमिली में मेरे पापा-मम्मी और एक छोटी बहिन है. अब में आपको अपनी छोटी बहिन के बारें में बताता हूँ.

 

मेरी छोटी बहिन का नाम कंचन है. वो 21 साल की है और 12th क्लास में पढ़ रही है. वो पढ़ाई में बहुत अच्छी और एकदम शरीफ़ लड़की है. कंचन की लम्बाई 5.2 इंच है. उसका रंग गोरा और आँखे हिरन जैसी लगती है और उसके फिगर का साईज 28-24-32 है. दोस्तों कंचन दिखने में इतनी सुंदर लगती है कि उसे एक बार देखकर किसी भी बूढ़े का लंड खड़ा होकर, उसे एक बार चोदने को तैयार हो जायेगा और गली के सारे लड़कों का उसे चोदने का सपना है.

 

तो में भी उस समय अपनी छोटी बहिन का आशिक़ था और एक बार उसे चोदना चाहता था, लेकिन ऐसा भी नहीं था कि में कंचन के बारे में शुरू से ही यह सब सोचता था. मेरे दिल में कंचन के बारे में कोई ग़लत भावनाएं नहीं थी, लेकिन मेरा मन सेक्स करने के लिए बहुत मचलता था. अब कंचन मुझे मेरी छोटी बहिन नहीं बल्कि एक हसीन परी लगने लगी थी और अब मुझे उसकी जवानी उसके बदन पर साफ साफ नज़र आने लगी थी और स्कूल ड्रेस में तो वो बहुत ही सेक्सी लगती थी. मेरा मन करता था कि उसके बूब्स का सारा रस पी जाऊँ.

 

दोस्तों कंचन अधिकतर घर पर फिटिंग की जिन्स, टॉप और सलवार-सूट पहनती थी और उसका सेक्सी गदराया बदन देखकर में लगभग रोज ही मुठ मारता था और उसे चोदने के बारे में सोचता रहता था. एक दिन मुझे वो मौका मिल ही गया, जब मेरी मम्मी को ऑफिस के किसी काम से 4 दिनों के लिए आउट ऑफ़ स्टेशन जाना पड़ा और पापा भी उस समय आउट ऑफ़ स्टेशन थे. उस समय कंचन के पेपर चल रहे थे. मम्मी सुबह 9 बजे घर से निकल गई. अब घर में कंचन और में दोनों अकेले थे.

 

उस दिन कंचन ने सफेद रंग की शर्ट और जिन्स पहनी थी, जिसमे उसके बूब्स बहुत ही सेक्सी लग रहे थे. हम दोनों नाश्ता करके एक साथ पढाई करने बैठ गए, लेकिन मेरा ध्यान तो कंचन के बूब्स पर था और आज मेरे पास कंचन को चोदने का बहुत अच्छा मौका भी था. लेकिन में कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहता था, क्योंकि कंचन बहुत ही शरीफ़ लड़की थी.

 

तभी कंचन का मोबाईल बजने लगा, तो कंचन ने कहा कि भैया देखना किसका फोन है और उसे कह दो कि में अभी अपनी पढ़ाई में व्यस्त हूँ. मैंने कंचन का फोन उठाया तो कोई लड़का कंचन के बारे में पूछने लगा. लेकिन मेरी आवाज़ सुनकर उसने फोन काट दिया और फिर मैंने कंचन को शीशे में उतारने के लिए उससे कहा कि कंचन क्या में तुमसे एक बात पूछ सकता हूँ? लेकिन तुम मुझे सच सच बताना.

 

वो बोली कि हाँ, पूछो ना भैया में आपसे कुछ भी नहीं छुपा सकती, में सब कुछ सच ही कहूंगी. मैंने पूछा कि क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है? कंचन ने एकदम चकित होते हुए पूछा कि क्यों भैया? आप अचानक ऐसा क्यों पूछ रहे हो? तो मैंने कहा कि कंचन अभी किसी लड़के का फोन आया था और वो तुम्हारे बारे में पूछ रहा था और मेरी आवाज़ सुनकर उसने जल्दी से फोन काट दिया. तो उसने कहा कि प्लीज भैया आप मम्मी को इस बारे में मत बताना. मेरा कोई भी बॉयफ्रेंड नहीं है, लेकिन.. वह बोलती बोलती एकदम चुप हो गई.

 

मैंने कहा कि हाँ, हाँ बोलो ना, लेकिन क्या? तो कंचन कहने लगी कि रहने दो भैया. तो मैंने कहा कि क्या तुम्हे मुझ पर विश्वास नहीं है? तुम बोलो, में किसी से इसके बारे में कुछ भी नहीं कहूँगा. में तुमसे सिर्फ़ एक दोस्त के नाते पूछ रहा हूँ और अगर तुम्हे पसंद नहीं है, तो तुम छोड़ दो मुझे मत बताओ, लेकिन अगर मम्मी, पापा को पता चला तो बहुत बुरा होगा.

 

तो कंचन रोते हुए कहने लगी कि नहीं भैया ऐसा मत होने देना प्लीज, में आपको बताती हूँ. मुझे स्कूल में बहुत सारे लड़के छेड़ते रहते है और मेरी क्लास का एक लड़का मुझसे दोस्ती भी करना चाहता है. यह फोन उसी ने किया होगा. मैंने पूछा कि कंचन क्या तुम्हे कोई लड़का पसंद है? तो कंचन कहने लगी कि भैया यह सब आप क्यों पूछ रहे हो?

 

मैंने कहा कि कंचन तुम मुझे अपना दोस्त समझकर बताओ और तुम मुझसे अपनी बातें वैसे ही कर सकती हो, जैसे अपनी सहेलियों के साथ करती हो. तो कंचन शरमाते हुए कहने लगी कि ठीक है भैया, लेकिन जब लड़के मुझे छेड़ते है तो मुझे बड़ा अजीब सा महससू होता है और इस समय कंचन का चेहरा धीरे धीरे शरम से एकदम लाल हो रहा था.

 

फिर मैंने पूछा कि तुम्हे कैसा लगता है कंचन? वो बोली कि मुझे उस वक्त ऐसा लगता है कि जैसे मेरे सारे बदन में कोई आग लगी हो, मेरा सारा बदन कांपने लगता है और जब मैंने यह बात मेरी सहेलियों से पूछी तो उन्होंने मुझसे कहा कि इस उम्र में अक्सर यह सब होता है और इसका एक ही इलाज है कि तुम किसी को अपना बॉयफ्रेंड बनाकर उसके साथ बहुत मज़े करो, जैसे हम सब सहेलियां करती है.

 

दोस्तों कंचन के मुहं से ऐसी बातें सुनकर मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया. तो मैंने कंचन से कहा कि तुम एक बात मुझे सच सच बताओ क्या तुम किसी लड़के के साथ एंजॉय करना चाहती हो या नहीं? तो कंचन बहुत हैरानी से मुझे देखते हुए कहने लगी कि भैया यह आप क्या कह रहे है? तो मैंने कहा कि तू मुझे अपना दोस्त ही समझकर सच सच बता, में बस तेरी मदद कर रहा हूँ. तो कंचन ने कहा कि भैया करना तो चाहती हूँ, मगर मुझे बहुत डर लगता है. तो मैंने कहा कि अगर मगर कुछ नहीं, बोलो इसके लिए मेरे पास एक बहुत अच्छा उपाय है, अगर तुम्हे पसंद हो तो में तुम्हे वो बता सकता हूँ.

 

वो बहुत उत्सुकता भरे स्वर में बोलने लगी कि प्लीज भैया जल्दी से बोलिए ना वो आईडिया क्या है, बोलो ना प्लीज? तो में कहने लगा कि तुम्हे एक ऐसा लड़का चाहिए कि जिसके तुम्हारे घर में आने जाने से और तुम्हारे साथ घूमने से किसी को भी कुछ भी बुरा ना लगे और किसी को शक तक ना हो ऐसे लड़के के साथ तुम एंजाय कर सकती हो. तो वो पूछने लगी कि लेकिन ऐसा लड़का है कहाँ? तो मैंने कहा कि और कहाँ ठीक तुम्हारे सामने ही तो है वो लड़का? तो इस बात को सुनते ही वो एकदम चौंक गई और कहने लगी कि लेकिन भैया आप तो मेरे सगे भाई हो.

 

में कहने लगा कि देखो कंचन तुम मेरी छोटी बहिन हो और में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और सबसे पहले तुम एक लड़की हो और में एक लड़का, जो एक दूसरे की जरूरतों को पूरा कर सकते है और ऐसा करने में कोई समस्या भी नहीं आयेगी, क्योंकि हम दोनों पर कभी कोई शक भी नहीं करेगा और में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और तुम्हारे बिना जी नहीं सकता. फिर मेरी यह सभी बातें सुनकर कंचन कुछ देर बिल्कुल खामोश रही और फिर बोली कि भैया प्यार तो में भी आपसे बहुत करती हूँ. लेकिन में आपसे कहने से डरती थी कि कहीं आप बुरा ना मान जाओ.

 

में समझ गया कि यही एकदम सही मौका है अपनी इच्छा को पूरा करने का, मौका हाथ से जाए इससे पहले में उसकी कमर पर अपने हाथ डालकर सहलाने लगा और उसने अपनी दोनों आखें बंद कर ली, तो में भी अब समझ गया कि वो खुद भी राज़ी है. मैंने उसको अपनी बाहों में भर लिया और उसके रस भरे गुलाबी होंठो को चूसने लगा, तो उसका चेहरा शरम से एकदम लाल होने लगा और उसकी साँसे धीरे धीरे तेज होने लगी और उसका बदन कांपने लगा. दोस्तों में पहली बार किसी लड़की के साथ सेक्स कर रहा था और अब मेरे शरीर में भी 240 वोल्ट्स का करंट दौड़ने लगा और यह सोचकर में बहुत चकित था कि में अपनी सग़ी छोटी बहिन के बदन को चूम रहा हूँ.

 

में कंचन को अपनी बाहों में उठाकर बेड पर ले गया और उसके होंठो को चूसते हुए उसके बूब्स को सहलाने व दबाने लगा और वो अह्ह्ह्हह ऊईईईईईइई भैया अह्ह्ह्हह्हह्ह्ह करने लगी और अब में धीरे धीरे से उसकी कमीज़ के अंदर हाथ डालकर उसके बूब्स को सहलाने लगा और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर में उसके होंठो को चूसते हुए उसकी कमीज़ को उतारने लगा.

 

लेकिन मेरे हाथ कांप रहे थे में थोड़ी ही देर में अपनी सग़ी छोटी बहिन के बूब्स को देखने और चूमने जा रहा था जो कि मेरे लिए कल तक यह एक कभी ना पूरा होने वाला सपना था, जो आज एक हक़ीकत में बदलने वाला था. वो बूब्स जिन्हें आज तक किसी और ने ना ही हाथ लगाया था और ना ही दबाए थे और मैंने कंचन की कमीज़ के सारे बटन खोल दिए. कंचन ने अंदर सफेद कलर की ब्रा पहनी हुई थी, तो वो अब मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा में थी और बहुत ही सुंदर लग रही थी.

 

उसको देखकर तो में पागल सा हो गया और उसके गले और कंधो पर पागलों की तरह किस करने लगा. वो अब एकदम बेकाबू होकर सिसकियाँ लेकर कहने लगी कि भैया में आपसे बहुत प्यार करती हूँ, आप बहुत अच्छे हो और प्लीज और करो आईईईईइइर्ररर भैया. मैंने झट से उसके मुहं पर हाथ डाला और दोनों हाथों से उसके बूब्स को दबाने लगा. लेकिन उसके बूब्स बहुत ही टाईट थे.

 

फिर में कंचन के दोनों बूब्स को नीबूं की तरह निचोड़ने लगा, लेकिन कंचन की तो जैसे जान ही निकल गयी. वो ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी और उसने अपना मुहं ऊपर कर लिया और फिर सेक्सी सेक्सी आवाजें निकालने लगी आह्ह्ह्हअहह भैया ऊफ्फ्फफफफफ्फ़ थोड़ा आराम से करो ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह यह सब आपके ही है और अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो में उठा और उठकर अपने कपड़े उतारना शुरू कर दिए. मैंने कंचन की ब्रा के निप्पल को छूते हुए बोला कि कंचन आज में इनका पूरा दूध पी जाऊंगा. तो यह बात सुनकर कंचन एकदम शरमा गई और उसने अपनी नजरों को नीचे झुका दिया. मैंने उसे फ्रेंच किस करनी शुरू कर दी और साथ में अपना एक हाथ उसकी ब्रा में डालकर, उसके बूब्स का मज़ा लेने लगा. वो बहुत गरम थी ऐसा लग रहा था कि जैसे वो किसी आग में जल रही हो, कंचन मेरा पूरा साथ दे रही थी और अब में उसकी ब्रा निकालने लगा और जब मैंने उसकी ब्रा उतारी तो वो अपने हाथों से बूब्स को छुपाने लगी.

 

उसका गोरा गोरा बदन और समोसे जैसे छोटे छोटे बूब्स मुझे मदहोश करने लगे. में उसके आगे बिल्कुल नंगा बैठा हुआ था और वो मेरा 8 इंच का लंड देखकर शरमा रही थी और धीरे धीरे से उसको सहला भी रही थी. तो मैंने कंचन को फ्रेंच किस करते हुए उसके मुहं में अपनी जीभ को डाल दिया और वो उसको सक कर रही थी और मेरा एक हाथ कंचन के निप्पल के साथ खेल रहा था. उसके बूब्स क्या कसे हुए थे? कंचन बुरी तरह से मचल रही थी और वो आहह्ह्ह ओहह्ह्ह आईईईइ भैया कर रही थी.

 

फिर में कंचन के निप्पल को मुहं में लेकर उनका रस चूसने लगा और फिर कंचन के मुहं से एकदम धीमी सी आवाज़ में सिसकियाँ निकलने लगी आहहह्ह्ह्हह अईईईई उफफ्फ्फ्फ़ भैया प्लीज थोड़ा धीरे कीजिए. तो में लगातार चूसता रहा और दस मिनट तक उसके बूब्स को चूसने के बाद, मैंने धीरे धीरे अपना एक हाथ उसके पेट पर से उसकी नाभि तक लेकर गया और उसकी नाभि को सहलाने लगा, तो वो एकदम गरम होने लगी और ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी और फिर मैंने उसकी स्कर्ट का हुक खोलकर उसकी स्कर्ट उतार दी. उसने हल्के नीले रंग की पेंटी पहनी हुई थी और में पहली बार किसी लड़की के साथ यह सब कर रहा था. फिर में उसकी चिकनी चिकनी जांघे चूमने लगा और में एकदम पागलों की तरह उसकी जांघो को अपने मुँह से सहला रहा था और चूम रहा था.

 

फिर मैंने धीरे से उसकी पेंटी को खींच दिया और अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थी. वाह क्या मस्त छोटी सी गुलाबी चूत थी, मेरी प्यारी बहना की, में क्या बताऊँ? दोस्तों, कंचन कैसी अनछुई कली थी? और में उसकी बिना बालों वाली अधखिली, गोरी, गुलाबी चूत को देखता रह गया, क्योंकि उसकी चूत तो आग की तरह जल रही थी और कंचन की चूत एकदम कसी हुई थी, उसकी दोनों फांके चिपकी हुई थी. फिर मैंने हौले से उसकी चिपकी हुई दोनों फांको को उंगली से अलग अलग किया और उसकी चूत को उंगली से सहला दिया और वो अह्ह्ह्हह उईईईई भैया अहह्ह्ह्ह करते हुए मचलने लगी और बोलने लगी कि भैया आहह्ह्ह्हहहा माँ ऊईईईईई.

 

कंचन की नंगी चूत को देखकर मेरे तो होश ही उड़ गये और मुझे अभी तक विश्वास नहीं हो रहा था कि में अपनी सग़ी बहिन का नंगा जिस्म और उसकी नंगी चूत को देख रहा हूँ. फिर मैंने उसकी चूत की दोनों फांको पर होंठ रख दिए और कंचन की कसी हुई चूत के होठों को अपने होंठो से दबाकर चूसने लगा और कंचन तो बस आह्ह्ह्हहह आअहह भैया उईईईई आहह करते हुए ऐसे तड़पने लगी जैसे उसे करंट लग रहा हो, और कंचन मज़े से पागल हो रही थी भैया प्लीज, अब बस करो, बस भैया आह्ह्ह्ह में मर गई और फिर एकदम से कंचन की चूत ने पानी छोड़ दिया.

 

मैंने सब अनदेखा कर दिया और चूसकर कंचन की जवानी का रस पीता गया. बड़ी देर तक में कंचन की छोटी सी चूत से चिपका रहा, लेकिन इस बीच कंचन दो बार झड़ चकी थी और बुरी तरह तड़प रही थी. फिर में जल्दी जल्दी अपने सारे कपड़े उतारकर नंगा हो गया और अपना लंड उसके हाथ में दे दिया कंचन मेरे लंड को देखकर कहने लगी कि भैया यह तो बहुत बड़ा है और यह मेरी चूत में नहीं जाएगा. तो मैंने उसके चूतड़ के नीचे एक तकिया रख दिया, जिससे उसकी चूत थोड़ा ऊपर उठ जाए और मुझे उसकी चुदाई करने में आसानी भी हो और मज़ा भी आए. फिर मैंने अपने लंड का सुपड़ा उसकी गरम चूत के छोटे से छेद पर रखकर एक जोरदार धक्का मारा तो मेरा आधा लंड, उसकी गरम और मासूम चूत के पतले होंठो को चीरता हुआ अंदर चला गया.

 

लेकिन उसकी मुहं से एक जोरदार चीख निकल गई आहह्ह्ह्हह आईईईईई में मर गई भैया, बाहर निकालो इसे अह्ह्ह्हह. तो में थोड़ी देर तक रुक गया और उसके बूब्स को चूस रहा था और वो थोड़ी ही देर में फिर से गरम होने लगी तो मैंने सही मौका देखकर फिर अपना पूरा लंड कंचन की तड़पती हुई चूत में घुसेड़ दिया. कंचन बुरी तरह से तड़प रही थी और अब उसकी चूत से खून भी बह रहा था.

 

फिर में धीरे धीरे आगे पीछे हिलने लगा और थोड़ी देर के बाद वो भी मज़े लेने लगी. लेकिन कंचन अभी भी धीरे धीरे चिल्ला रही थी और सिसकियाँ ले रही थी उऊऊमाँ उह्ह्ह्हह्ह ऑश भैया में मर गई और अपनी गर्दन को कभी इधर, कभी उधर कर रही थी और उसकी चूत से खून भी बह रहा था और अब मुझे मज़ा आने लगा था. में कंचन के एक निप्पल को चूसने लगा और धीरे धीरे अपना लंड बाहर खींचकर फिर से अंदर घुसा दिया और इस तरह बड़ी ही धीरे धीरे अपनी प्यारी छोटी बहिन को चोदने लगा और अब कंचन को भी मज़ा आने लगा था. वो अह्ह्ह्हह उह्ह्हह्ह भैया आई आई रे आई भैया ऊह्ह्ह करते हुए मज़े ले लेकर चुदवाने लगी.

 

में भी कंचन की एकदम टाईट चूत को चोदने का आनंद लेने लगा और कंचन भी दर्द झेलते हुए धक्के दे देकर चुदाई के मज़े लेने लगी. तो कंचन मेरे साथ मिलकर बहुत उछल कूद करते हुए चुदवाने लगी और फिर तभी कंचन की चूत ने पानी छोड़ दिया और कंचन बस बस भैया अह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह माँ करते हुए तड़पने लगी और 15 मिनट के बाद में भी झड़ गया और मैंने कंचन की चूत में अपने लंड का रस छोड़ दिया और वो भी इस बीच दो बार झड़ चुकी थी. फिर मैंने कंचन के बूब्स को सहलाते हुए पूछा कि क्यों कंचन कैसा लगा अपने भाई का प्यार?

 

तो कंचन यह बात सुनकर शरमा गई और फिर हम दोनों थोड़ी देर तक वैसे ही एक दूसरे के साथ लिपटे हुए लेटे रहे और फिर जब कंचन उठी तो उससे चला भी नहीं जा रहा था और उसकी चूत खून से भरी हुई थी. फिर में उठा और एक कपड़े से कंचन की चूत को साफ किया और इस तरह मैंने अपनी कमसिन छोटी बहिन को उस दिन करीब 4 बार चोदा और वो दिन था, जिसने मेरी जिंदगी बदल दी और अब मेरी छोटी बहिन ही मेरी गर्लफ्रेंड है 

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