मेरा नाम इरफान है. में 24 साल का हूँ. मे जयपुर में रहता
हूँ. मेरा लंड 8 " लंबा है. मे आज आप लोगों को एक मस्त स्टोरी सुनाने जा रहा
हूँ. हालाँकि में सेक्स समाचार डॉट कॉम पर बहुत सारी कहानी पढ चुका हूँ मगर आज
सोचा की एक अपनी भी स्टोरी लिख दूं. ताकि आप लोग भी मेरी इस कहानी से अपने लंड को
खड़ा कर के मूठ मार सकें और मेरे चूत वालियों अपने चूत में उंगली कर के मज़ा लें।
अब में अपनी स्टोरी पर आता हूँ. उस वक़्त मेरी उम्र 18 साल थी. उस वक़्त आप
जानते होंगे की जवानी की कितनी उमंगे होती है,,, और चोदने को बहुत दिल करता है।
बस वैसा ही हाल मेरा भी था। दिन रात बस चोदने की ही सोचता था. मगर एक दिन मोका मिल
ही गया हुआ यह की मेरे घर में मेरी बहन जो की 15 साल की थी उसका नाम गुलनाज़ है
उसके फिगर एक दम मस्त थे. उसके बोब्स अभी से ही एक दम बड़े थे. और गांड एक दम
मस्त। मेरे घर में मम्मी और पापा थे.
एक दिन मेरे मम्मी पापा बाहर गये थे उन्होने मेरी
चाची को हमारे घर पर रहने के लिए छोड़ दिया था. बस हम तीन लोग ही थे. मेरा मन एक
दम चोदने जेसा हो गया था. सोचा अच्छा मौका है आज तो किसी को चोदना ही होगा। मेरी
चाची 29
साल की है और उसके बोब्स एक दम मस्त है वो रात को पापा के कमरे में सोने चली गयी.
में भी एक दम से गर्म था की आज तो किसी को चोद ही
दूँगा. मेरी छोटी बहन ने बोला की मेरे सिर में दर्द हो रहा है कोई टॅबलेट है तो
देना मुझे. इतने में मेरी चाची ने भी कहा की वो भी आज थक गई हैं उसे भी एक टॅबलेट
देना. में मेडेसीन बॉक्स खोला. तो मेरे मन में एक शरारत सूझी. मुझे नींद की गोली
(स्लीपिंग पिल्स ) मिल गई मैने दो गोली चाची को और बहन को दे दी।
दोनो ने मेरे सामने टॅबलेट खा ली और सोने के लिए चले
गये. मैने सोचा आज तो अच्छे से चोदुगा है अच्छा मौका भी है. में प्लान बनाने लगा
की अपने बहन को चोदुंगा. मैं भी अपने कमरे में चला गया और अपने लंड को खड़ा कर के
उसे तेयार करने लगा। रात को 12 बज चुके थे. और अब मेरे से बर्दास्त नही हो रहा था. सोच
रहा था की आज एक मस्त चूत सील तोड़ने को मिलेगी खैर में अपने कमरे से निकला. मेने
बरमुंडा और बनियान पहन रखी थी।
उसी में मेरा लंड एक दम 90 ' खड़ा था. में अपनी छोटी बहन के
कमरे के पास गया और गेट खोलने की कोशिश की मगर सारा प्लान चौपट हो गया गेट तो अंदर
से लॉक था. काफ़ी कोशिश किया मगर गेट नही खुला. विंडो से देखा तो मेरी बहन नाईटी
में सोई हुई थी और उसका ग्राउन पेट तक उपर था. और वो पैंटी नही पहनी थी दूर से ही
उसकी चूत एक दम ही मस्त लग रही थी नाइट बल्ब की रोशनी में मगर मेरा प्लान कामयाब
नही हो सका। तो में मायूस होकर के अपने कमरे में चला आया उसके बाद में अपने लंड को
शांत करने की कोशिश करने लगा।
उस वक़्त 3 बज चुके थे और मेरा लंड था की शांत नही हो रहा था.
तब मेने सोचा क्यूँ न आज अपनी चाची को चोदा जाये. आख़िर वो भी एक दम मस्त माल है।
में अपने कमरे मैं से निकला और पापा के रूम कि तरफ गया। मेने देखा की उनका रूम
खुला था मुझे तो बस पर ही निकल गये मज़ा आ गया..सोचा अब इसको चोद कर लंड शांत हो
जायेगा।
मे दबे पाँव उनके कमरे में घुसा तो देखा की वो बे
सुध थी। और उनका नाईटी जाँघ तक था. वाह क्या जांग है एक दम गोरी. में बेड पर चला
गया। हालाँकि मैंने उन्हें दो गोली दी थी इस लिए वो एक दम बेहोशी में लग रही थी
फिर भी में कोई रिस्क नही लेना चाहता था में उनके बगल में लेट गया और उनके बोब्स
पर हाथ रख दिया. और दबाने लगा मगर कोई हरकत नही हुई. तो मैं कन्फर्म हो गया की
गोली ने पूरा असर किया है और वो पूरी नींद में है।
फिर मेने अपना बरमुंडा खोल दिया और लंड को आज़ाद कर
दिया. फिर मैने नाईटी को उपर किया तो देखा की उसने ब्रा और पैंटी पहन रखी थी. फिर
मेने उनकी पैंटी को खोल दिया क्या चूत है मेने अपने आखों से पहली बार इतनी नज़दीक
से चूत को देखा था. और मेने ब्रा को भी खोल दिया. उनकी बोब्स का साइज़ 36 था एक दम गोल और मस्त
मे पहले उसकी बूब्स का निप्पल को पीने लगा। आधे घंटे तक उसे पिया फिर मेने उसकी
चूत में उंगली घुसा दी एक दम मज़ा आ गया
मैने मेरे चाची की शादी हो चुकी थी और उनके पति
मर्चेंट नेवी में थे और एक साल में 9 महिने बाहर ही रहते हे। मेरी चाची की 2 बेटी हैं और एक बेटा है
दो नो मस्त हैं. तो मेंने उंगली उनके चूत के अंदर बाहर कर रहा था तो तभी उनके चूत
से गाडा पानी आने लगा में समझ गया की चाची झर गयी हैं। और फिर मेने अपने मुह से
उनका सारा पानी पी गया और उनके चूत को चाटने लगा जीभ अंदर डालने लगा वाह एक दम
मज़ा आ गया एक दम नमकीन था।
मुझे एक दम नशा छा गया था अब मेरा लंड बर्दाश्त के
बाहर हो गया था फिर मेने उनकी टाँगों को फेला दी ओर मैने अपना लंड लेकर उनकी चूत
के मुँह पर लगाया और एक शॉट मारा चूत में आधा अंदर गया फिर बाहर निकाल कर एक
जोरदार शॉट लगाया सारा लंड अंदर चला गया इस बार चाची को कुछ अहसास हुआ.. वो अपना
बदन को थोडा हिलाया और फिर सो गई। मैने फिर लगातार शॉट देने लगा और उनका चूत भी
टाइट थी और मूज़े मज़ा आ रहा था। आधे घंटे तक मैने उन्हें चोदा उस दौरान मैने उनके
बोब्स के रस को पीया और उनके होंठो पर किस भी की।
फिर मैने पानी को चाची के पेट पर निकाल दिया वो अब
थोड़ी सी नींद से बाहर आ रही थी. फिर मेने टावल से माल सॉफ किया और अपने लंड को
साफ़ किया. फिर में बाथरूम गया और लंड सॉफ किया और चाची के बगल में आ कर लेट गया।
मेरे आखों से नींद गायब थी मगर मेरा लंड अभी तक शांत नही हुआ था क्यूंकी मेने अपने
लंड को अपनी बहन के लिए तेयार किया था मगर नई चूत नही मिली।
फिर मेने अपने लंड को खड़ा किया और उसके चूत के पास
ले गया और फिर से चोदने लगा और चोदने लगा आधे घंटे तक चोदने के बाद में उनका बोब्स
को दबाने लगा और पीने लगा और वक़्त सुबह के 6 बज चुके थे।
मुझे टाइम का अंदाज़ा नही था में फिर उसे चोदने लगा.
बेड के सामने एक शीसा था तो मैने देखा की मेरी छोटी बहन गेट की साइड में खड़ी थी
और मुझे चोदते हुए देख रही थी मेने सोचा की आज इसे चुदाई दिखा देता हूँ बाद में
प्रोब्लम नही होगी में चाची को चोदता रहा चाची अब नींद से बाहर आ रही थी
तो मैं रिस्क नही लेना चाहता था उसे अहसास हो रहा था
की कोई उनके उपर है चोदते चोदते में उनके चूत में ही माल निकाल दिया और टावल से
अपने लंड चाची की चूत को सॉफ किया। और उनको पैंटी और ब्रा पहना के नाईटी को नीचे
कर दिया मैने देखा की मेरी बहन वहाँ नही थी मैं बाथरूम गया और लंड को सॉफ किया और
देखा की मेरी बहन अपने कमरे में थी और अपने चूत में उंगली कर रही थी में समझ गया
की उसके भी चूत में आग लगी हुई है।
में समझ गया की लाइन क्लियर है. मगर में अभी नही
चोदना चाहता था सो में सोने के लिए चला 10 बजे मेरी बहन ने मुझे उठाया की उठ कर नाश्ता कर लो
फिर चाची के कमरे में गई और उसे उठाया कहा की 10 बज गये हैं।
तो वो उठ गई और कहने लगी की इतनी देर तक सोई थी और मेरा बदन भी फटा जा रहा है तो मेरी बहन ने कहा की क्या बात है चाची रात को ज़्यादा जागी थी क्या. बोली नही बेटी.. में उनके कमरे में गया और देखा की वो अपना चूत को खुज़ला रही थी और गर्म हो गई थी। फिर वो उठी और बाथरूम चली गई और हमने नाश्ता किया।
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