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सौतेले भाइयो ने खूब जमकर चोदा

सौतेले भाइयो ने खूब जमकर चोदा

मेरे दो सौतेले भाइयो ने खूब जमकर चोदा ये कहानी मेरी सौतेली बहन

की है, उसी के शब्दों में मेरा नाम शांती है, मैं चेन्नई मे रहती हू,

अभी मैं 24 साल की हू, कुछ साल पहले जब मै जवान थी, मेरी दोनो चुचियाँ

बहूत बड़ा बड़ा तो नही पर हा अच्छा हो गया था

उभार साफ़ साफ़ दिखता था आप उसको एक हाथ मे पकड़

सकते थे, मेरा पेट भी सपाट था

दो सौतेले भाई ने मुझे रात भर रेप किया

चूतड़ की उभर भी अच्छी

थी, मेरा बूर काफ़ी टाइट था शायद मेरा चूत

और गांड का छेद बराबर थी था, दोनो का छेद इतना

छोटा था की मैं उसमे उंगली तक

नही डाल सकती है, गाल मेरे

गुलाबी और होठ पिंक पिंक हो रहे थे,

मेरी मा का देहांत होने के बाद मेरे पिताजी

ने दूसरी शादी कर ली,

मेरी सौतेली मा को भी दो बेटा था

जो साथ आया था वो दोनो मुझसे भी 2 से 3 साल का

बड़ा था, उसकी नज़र मेरे चूत और गांड पे

रहती थी, उसकी

बहसी निगाहें मुझे हमेशा घूरते रहती

थी, दोस्तों आप ये कहानी मस्तराम डॉट

नेट पर पढ़ रहे है। । पर मैं इन्न सब को इग्नोर करते रहती

थी, मैं कभी उसे महसूस ही

नही होने दी की

उसकी बहसी निगाहों को मैं महसूस कर

रही हू.एक दिन की बार है, मेरे

सौतेली मा के फादर एक्सपायर हो गया तो

मम्मी पापा और मेरा छोटा सौतेला भाई

रवि तीनो वाहा चले गये घर मे मैं और मेरा बड़ा सौतेला

भाई विजय घर पे था.

रात को विजय ने मेरे लिए समोसा और कोल्ड ड्रिंक्स लाया, मैं

बहूत खुश हुई की चलो आज मेरा भाई मेरे उपर

तरस खा रहा है वरना इश्स घर मे मुझे दुतकार के अलावा मुझे कैसे लड़कियों को पटायें

मिला ही क्या था, उसने कहा खा ले मेरी

प्यारी बहन आज मैं तेरे लिए लाया हू,मैं समोसा खा

के कोल्ड्रींक्स पी ली, पर

मुझे स्वाद कुछ अच्छा नही लगा था.

मैने विजय से पूछा भैया इसका स्वाद अलग है इतना कहते

कहते मेरी आँखे बंद होने लगी और

बेड पे लेट गयी, मैने कहा भैया मुझे

ठीक नही लग रहा है, तो विजय ने बोला

शांती अब तुम 8 घंटे तक उठ नही

सकती है, ना तो हिल डुल सकेगी ना तो

तुम चिल्ला सकेगी, क्यों की मैने तुम्हारे

कोल्ड्रींक्स मे एक दवाई मिला दिया है.

तो मैने पूछा भाई तुमने ऐसा क्यों किया तो वो बोला मैने तुम्हे चोदना

चाहता हू , बहूत दिन से तुम्हारी जिस्म को देख

कर मैं मूठ मार रहा था.इतना कहते ही विजय मेरे

बदन के कपड़े को खोलने लगा, दोस्तों आप ये

कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है।

मैने फिर कहा भैया भगवान के लिए ऐसा मत करो

प्लीज़ तो बोला कुतिया साली तुम कुछ

नही बोलेगी आज मैं अपना लॅंड तेरे चूत

मे घुसौंगा, और वो मेरे सारे कपड़े उतार दिए मैं कुछ

भी नही कर पाई. उसके बाद भाई ने मेरे

बूब को मूह मे लेके चूसने लगा, और अपने हाथों से दबाने लगा,

वो फिर मेरे गुलाबी होत को चूमने लगा और कह रहा

था, क्या चीज़ है शांती, आज तो तेरे बूर

को मैं फाड़ दूँगा , आज मैं अपना खवैिश पूरा करूँगा, और भाई ने

मेरे पेंटी खोल दिया.

भाई ने मेरे दोनो टांगो के बीच मे बैठ के मेरे चूत को

जीभ से चाटने लगा, और उंगली घुसने को

कोशिश करने लगा, मुझे दर्द भी हो रहा था पर मैं

कुछ भी नही कर पा रही

थी.

फिर वो मेरे गांड मे अपना उंगली घुसा दिया और ज़ोर

ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा, फिर वो मेरे होत को चूमा चूत को

दबाया और फिर अपना लॅंड को निकाला मैं डर गई उसके लॅंड को

देखकर क्यों की उसका लॅंड बड़ा मोटा कला और लंबा

था, उसकने अपने लॅंड मे थूक लगाया और मेरे

नन्ही से चूत की छेद पे रखा और ज़ोर

से धक्का दे दिया.

लॅंड मेरे चूत के अंदर जा ही नही रहा

था, फिर उसने रसोई से सरसो का तेल ला के लॅंड मे लगाया और कैसे लड़कियों को पटायें

फिर से वो ट्राइ किया मेरे कंधे को पकड़ लिया और लॅंड चूत के

छेद पे रखके फिर ज़ोर से धक्का दिया, अब भाई का मोटा लॅंड

मेरे चूत को फड़ते हुए अंदर चला गया, मेरे आँख से आँसू

निकल गये, मैं तड़पने लगी, पर वो रुकने का नाम

नही ले रहा था.

फिर मुझे वो रात के 10 बजे तक दो बार चोद चुका था, मेरे

बिस्तर पे उसका वीर्य और मेरे चूत का खून लगा

हुआ था, मैने विस्तार पे नंगी पड़ी

थी। तभी किसी के दरवाजा

खटखटाने की आवाज़ आई जब विजय ने दरवाज़ा

खोला तो देखा रवि वापस आ गया था, वो तुरंत ही

अंदर आ गया और कमरे मे दाखिल होते ही, वो

विजय से पूछा भैया ये सब क्या है, शांती को तुमने

क्या किया वो नंगी है, कुछ बोल भी

नही पा रही है, मैं सब बात को सुन

रही थी, तभी विजय ने बोला

आज मेरे सपना पूरा हो गया है .

विजय बोला आज मैने इसकी चूत फाड़

दी, तो रवि बोला आपने ऐसा क्यों किया, मैं

शांती को चोदने वाला था, मैने पहले इसका चूत फाड़ना

चाहता था, तभी तो मैने बहाना बना के वापस आ

गया. विजय बोला की चल कोई बात नही

तुम गांड ही मार लो, मैने तो चूत का भोसड़ा बना दिया,

तो रवि बोला चल ठीक है मैं गांड की

सील पहले तोड़ता हू, और फिर भाई ने मेरे गांड मारा

फिर चूत को, रात भर वो दोनो मुझे बीच मे

सुलाया.आप ये कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़

रहे है।

दोनो तरफ से बारी बारी से चोदते

रहा. कैसे लड़कियों को पटायें

फिर क्या था मैं सुबह जब उठी तो बोली

की मैं ये सारा बात पापा को बता दूँगी तो रवि

और विजय ने अपना मोबाइल निकाला और वीडियो

दिखाया उन् दोनो ने मेरी ब्लू फिल्म बना

ली थी और बोला की अगर

तुमने अपना मुह खोला तो मैं सबको दिखा दूँगा.

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छोटी बहन की सील तोड़ी

  

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