आज में आपको मेरी एक कहानी बताने
जा रहा हूँ जो सिर्फ़ मुझे और लतिका को ही पता है. मेरा नाम दीपक है और में लखनऊ
में रहता हूँ. लतिका मेरे पड़ोस में रहती थी. जब वो उसकी फेमिली के साथ यहां रहने
आई थी तब में 18 साल का था और फर्स्ट ईयर में पढ़ता था और लतिका 23 साल की थी जो
कि मुझसे 4 साल बड़ी थी. वो एम.एस.सी फाइनल ईयर में थी. उसकी फेमिली थोड़े ही
दिनों में हमारे साथ घुल मिल गयी थी और लतिका भी हमारे घर रोज आया करती थी.18 साल
की पड़ोसन लड़की की चुदाई
मेरे कज़िन ब्रदर और सिस्टर
छुट्टी के दिनों में मेरे घर आए थे और में, मेरे
कज़िन्स और लतिका रोज केरम और पत्ते खेलते थे. एक दिन मेरे घरवाले शादी में जाने
के लिए दूसरे शहर चले गये और घर पर में और मेरा कज़िन दोनों ही थे. लतिका ने मेरी
माँ से कहा था कि वो हमारा ख़याल रखेगी और खाना भी बना देगी. वो रात में मेरे घर आई
और बोली कि आज में रात में यहां पर ही रुकना चाहती हूँ, हम बहुत सारी बातें करेंगे और तुम मुझे कंप्यूटर के बारें
में थोड़ी जानकारी देना.
मैंने खुश होकर कहा कि हाँ लतिका
आज हम बहुत सारी बातें करेंगे और मस्ती करेंगे. फिर उसने कहा कि दीपक प्लीज मुझे
खाना बनाने में थोड़ी हेल्प करो. फिर में रसोई में उसकी हेल्प करने लगा. वो नाइटी
में बहुत ही सेक्सी लग रही थी, उसका फिगर 34-26-34 था, उसके लंबे बाल खुले हुए थे, जब
वो आटा लगाने लगी तो लतिका के बाल उसके चेहरे पर आ गये. उसने मुझसे कहा कि दीपक
प्लीज मेरे बालों को सही करके मेरे चेहरे से हटा दो, मैंने
चान्स देखकर बाल ठीक करते समय उसकी बॉडी को टच कर लिया.
फिर उसने मेरी तरफ देखते हुए हंस
दिया और बोली कि तुम तुम्हारी बीवी को बहुत खुश रखोगे, क्योंकि तुम रसोई में बहुत अच्छी तरह से मदद करते हो. मैंने
कहा कि लतिका अगर मुझे तुम्हारी जैसी बीवी मिली तो में रोज पूरा खाना बना दूँगा.
उसने मेरी तरफ घूरकर देखा उसकी आँखों में अलग ही नज़ाकत थी. उसने मुझसे पूछा कि
क्यों मुझमें ऐसी क्या खास बात है? तो मैंने कहा कि तुम
बहुत सेक्सी और सुंदर लड़की हो. तो वो गुस्से में मुझे बोली कि चलो बातें बहुत हो
गयी, अब खाना खाने चलो. में उस समय
चुप रह गया और खाना होने के बाद में, मेरा कज़िन और लतिका बैठकर
बातें कर रहे थे. में अपनी कॉलेज लाईफ के बारे में बता रहा था कि एक बार कॉलेज में
हुए झगड़े में मैंने एक लड़के को कैसे पीटा? यह
बातें सुनकर मेरे कज़िन ने मुझसे कहा कि भैया आप में कितनी ताक़त है, आप अपनी ताकत मुझे दिखाओ, क्या
आप मुझे एक हाथ से उठा सकते है? तो मैंने कहा क्यों नहीं
अभी दिखाता हूँ.
फिर मैंने उसको एक ही हाथ में
उठाकर दिखाया तो लतिका हंसकर बोली कि दीपक वो तो छोटा बच्चा है, अगर तुम मुझे दोनों हाथों से उठाओं तो में सच मान जाउंगी.
फिर में आगे बढ़ा और उसको सामने से उठा लिया तो उसके मुँह से आवाज़ निकली शश्श्श्स
दीपक में गिर जाउंगी. मेरा चेहरा उसके बूब्स में दबा था, आज पहली बार मुझे किसी लड़की के शरीर के इतने पास जाने का
मौका मिला था तो मैंने उसको और कसकर पकड़ लिया और उसके सॉफ्ट और रसीले बूब्स का
मज़ा लिया
और फिर एकदम से हमारा बैलेन्स
बिगड़ गया और हम सोफे पर गिर गये. में लतिका के ऊपर गिरा था और मेरा पूरा वजन उसके
ऊपर था, उसके गाउन के बटन मेरी शर्ट में
उलझ गये थे. फिर थोड़ी देर तक हम वैसे ही पड़े रहे. मैंने देखा कि लतिका भी बहुत
गर्म हो गयी थी और उसकी छाती ज़ोर-जोर से धड़क रही थी, में उसकी गर्म साँसे महसूस कर रहा था.
फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी
जाँघो पर रख दिया था. जिससे मेरा लंड खड़ा हो गया और लतिका को भी उसका एहसास हो
गया था. जब उसको मेरे कज़िन का ख्याल आया तो वो बोली दीपक में मर जाउंगी, प्लीज जल्दी उठो और वो गाउन के बटन छुड़ाने की कोशिश करने
लगी. उसमें 3 बटन खुल गये थे तो मैंने उसके 34 साईज के बूब्स देखें और में अपने
होश खो बैठा, बाद में हम वहाँ से उठे और फिर
मेरा कज़िन सोने के लिए चला गया. अब में और लतिका मेरे रूम में कंप्यूटर चालू करके
बैठ गये.
फिर कुछ देर तक हम दोनों चुप थे.
वो मेरी तरफ अलग ही नज़र से देख रही थी और में उससे आँखें नहीं मिला पा रहा था.
फिर लतिका मेरे पास आकर बैठी और बोली दीपक क्या तुम किसी लड़की को चाहते हो? तो मैंने कहा कि नहीं. फिर उसने उसका हाथ मेरी जाँघ पर रखते
हुए पूछा कि मुझे भी नहीं दीपक? मैंने कहा कि हाँ लतिका
में तुम्हें बहुत पसंद करता हूँ, लेकिन तुम मुझसे बड़ी हो
इसलिए हम शादी नहीं कर सकते है.
फिर उसने मुझे अपनी बाहों में भर
लिया और उसके लाल और गर्म होंठ मेरे होंठो पर रख दिए. फिर उसने कहा कि अरे पागल हम
शादी नहीं कर सकते, लेकिन वो सब तो कर सकते
है जो एक पति पत्नी शादी के बाद करते हैं. मैंने पूछा कि लतिका क्या यह अच्छी बात
है? तो उसने मुझसे कहा इसमे कोई बुरी
बात नहीं है. तो में थोड़ा सा शरमा रहा था तो वो बोली शश्श्श्स मुझे तुम्हारा
शरमाना बहुत अच्छा लगता है, लेकिन क्या सारी रात ऐसे
ही गुजारनी है या कुछ करना भी है? फिर मेरी हिम्मत बढ़ गयी
और मैंने दरवाजा बंद किया और लतिका को अपनी बाहों में भर लिया.
फिर मैंने उसके सारे बदन को किस
करना शुरू कर दिया. में उसके दोनों बूब्स बाहर से मसल रहा था तो लतिका के मुँह से
अचानक श्श्हश्श्श्स निकला, दीपक प्लीज धीरे करो ना.
फिर मैंने उसके गाउन के बटन खोल दिए और अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में
खड़ी थी. उसने काले कलर की पारदर्शी ब्रा पहनी थी तो मैंने उसका हुक खोल दिया. फिर
उसने मेरी शर्ट और पेंट भी अपने हाथों से उतार दिए और फिर मैंने उसे बेड पर लेटा
दिया और उसके बूब्स को ज़ोर-जोर से दबाने लगा.
फिर मैंने उसका पिंक निप्पल
होठों में पकड़ लिया और चूसने लगा तो मैंने उसके निप्पल को दातों से हल्का सा काट
लिया तो उसके मुँह से एक सिसकी निकली. अहह दीपक माई बेबी बहुत ही मज़ा आ रहा है, क्या सब खा जाओगे? फिर
वो मेरे ऊपर आ गयी और मेरी छाती पर किस करने लगी और वो उसके हाथ मेरे बालों में
फेर रही थी.
फिर में मेरे हाथ उसकी पीछे की
साईड पर और उसकी सेक्सी जांघो पर घुमाने लगा. फिर वो मेरे कान में बोली कि दीपक अब
में पूरी तरह तुममें समा जाना चाहती हूँ और उसने मेरे लंड को मेरी अंडरवियर से
बाहर निकाला तो उसे देखकर उसके मुँह से निकला ओह माई गॉड, दीपक तुम्हारा लंड कितना मस्त और प्यारा है? और उसे किस करने लगी. फिर वो मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने
लगी.
जब वो मेरे लंड की खाल को खींचकर
खेलने लगी तो मुझे बहुत दर्द हुआ, क्योंकि मेरे लंड की खाल
पूरी नहीं खुलती थी. फिर लतिका ने पूछा कि क्या यह ऐसा ही है? तो मैंने बोला कि हाँ. तब उसने बोला कि वो अपनी एक दोस्त से
बात करेगी जो कि एम.बी.बी.एस कर रही है, उसकी
दोस्त का नाम शालिनी था. लतिका ने शालिनी को सारी बातें बताई.
तब शालिनी ने उससे बोला कि वो
देखने के बाद ही कुछ बता सकती है तो रात का टाइम था इसलिए शालिनी ने अगले दिन आने
का वादा किया और फिर बाद में लतिका ने मेरे लंड को चूसकर और हिलाकर मेरा वीर्य
निकाला. जब मेरा वीर्य निकला तो वो हैरान रह गयी और देखकर बोली कि इतना ज़्यादा और
गाढ़ा वीर्य तो मैंने ब्लू फिल्म में भी नहीं देखा है. फिर मैंने भी उसकी चूत को
चूसकर और उंगली करके उसका पूरा रस निकाला और हम नंगे ही चिपककर सो गये.
फिर अगले दिन जब शालिनी आई तो
लतिका ने मुझे अपने घर बुलाया. उसकी मम्मी कहीं गयी हुई थी. क्योंकि लतिका ने
शालिनी को सारी बातें पहले ही बता रखी थी इसलिए शालिनी ने मेरे जाते ही मुझसे कहा
की चलो देखे कि तुम्हारी प्रोब्लम कितनी सीरीयस है. वो मुझे लेकर लतिका के बेडरूम
में गयी और मुझे मेरी पेंट उतारने को बोली तो मैंने मेरी पेंट ऊतार दी. उस समय
मेरा लंड मुरझाया हुआ था.
फिर उसने मुझे अंडरवेयर भी
उतारने को कहा तो मैंने वो भी ऊतार दी,
अब में
शालिनी के सामने सिर्फ़ बनियान में खड़ा था और मेरा 5 इंच का मुरझाया हुआ लंड देखकर
शालिनी के मुँह से निकला ओह गॉड वाऊ इतनी कम उम्र में इतना मस्त लंड? फिर वो मेरे लंड को पकड़कर देखने लगी, उसके हाथ लगते ही मेरा लंड खड़ा होने लगा और थोड़ी ही देर
में मेरा पूरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा हो गया.
शालिनी ने जब लंड की खाल पीछे
खींची तो मुझे दर्द हुआ और में चिल्ला पड़ा. फिर उसने इधर उधर से कुछ देर तक मेरे
लंड को देखा और लतिका को अंदर बुलाया और बोली कि कोई बहुत बड़ी प्रोब्लम नहीं है, जब ये लंड किसी कुंवारी कसी हुई चूत में जायेगा तो अपने आप
इसकी खाल खुल जायेगी. ये सुनकर लतिका बहुत खुश हुई और शालिनी को चूम लिया.
फिर मैं बोला अब इसे शांत तो कर
दो, तो लतिका मेरे पास आई और मेरे
लंड को सहलाने लगी और 5 मिनट में मेरे लंड ने अपना लावा उगल दिया और जब शालिनी ने
मेरा वीर्य देखा तो देखती ही रह गयी. फिर हमने साथ में बैठ कर चाय पी और शालिनी
अपने घर चली गयी. लेकिन वो जाते-जाते मुझे बहुत चाहत और ललचाई नज़रो से देख रही
थी.
फिर रात को लतिका मेरे घर आई और
हमारे लिए खाना बनाया और मैंने मेरे कज़िन और लतिका ने साथ में खाना खाया और उसके
बाद हम फिल्म देखने लगे और फिल्म ख़त्म होने के बाद मेरा कज़िन सोने चला गया और में
और लतिका मेरे रूम में आकर कंप्यूटर पर गेम खेलने लगे. इसी बीच लतिका ने मुझसे
पूछा कि दीपक क्या तुमने ब्लू फिल्म देखी है? तो
मैंने बोला कि हाँ. तो उसने पूछा कि उसमें क्या होता है? तब मैंने बोला कि तुम खुद ही देख लो और मैंने एक ब्लू फिल्म
लगा दी जिसमें एक कुँवारी लड़की पहली बार सेक्स करने जा रही थी, जैसे ही फिल्म स्टार्ट हुई और लड़के ने लड़की को किस करना
स्टार्ट किया.
फिर वो कपड़े के ऊपर से ही उसकी
चूचीयाँ दबाने लगा और धीरे-धीरे उसने लड़की का टॉप उतार दिया और उसकी चूचीयाँ मुँह
में लेकर चूसने लगा. इतना देखकर लतिका की हालत खराब हो रही थी और वो भी मस्त हो
रही थी और मेरी तरफ सेक्सी नज़रो से देख रही थी. फिर मैंने उसे खींचकर अपनी बाहों
में जकड़ लिया और उसके होंठो को चूसने लगा.
फिर मैंने उसके कुर्ते के ऊपर से
ही उसकी चूचीयाँ मसल दी और मैंने उसकी नाइटी उतारी तो वो अंदर कुछ नहीं पहने थी, उसकी मस्त कसी हुई चूत और चिकनी जांघे देखकर में उसे ऊपर से
नीचे तक चूमने लगा. फिर उसने भी मेरी शर्ट और बनियान को उतार दिया और मेरे लंड को
पकड़कर किस करने लगी. फिर उसने लंड मुँह में ले लिया और मज़े से चूसने लगी और 10
मिनट तक वो चूसती रही और में उसकी चूत को सहलाता रहा. उसकी चूत से निकले रस से अब
उसकी चूत एकदम चिकनी हो गयी थी.
फिर मैंने उसे लेटा दिया और उसकी
चूत को किस किया और फिर अपना लंड उसकी चूत के छेद पर लगाया और उसके बूब्स कसकर
पकड़े और एक जोरदार धक्का लगाया तो लतिका चिल्लाई. आआईईई
म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्मा आआआआआआआआआ उधर मेरे लंड में बहुत तेज दर्द हुआ. फिर
कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद मैंने दूसरा धक्का लगाया और मेरा पूरा का पूरा लंड
लतिका की चूत में चला गया.
फिर मैंने उसे आराम से चोदना
शुरू किया तो थोड़ी देर मे लतिका भी मस्त होने लगी और बोलने लगी आआआह्ह्ह दीपक माई
लव, मेरी जान चोदो अपनी लतिका को, बुझा दो मेरी प्यास. फिर मैं भी बोला कि हाँ जान ये लो. फिर
मैंने अपने धक्को की रफ़्तार बढ़ा दी और 10 मिनट के बाद जब मेरा निकलने वाला था तो
मैंने और कसके धक्के लगाने शुरू किए और मैंने अपना लावा उसकी चूत के अंदर ही गिरा
दिया और मेरे साथ ही लतिका भी झड़ गयी थी.
फिर जब मैंने उसकी चूत से लंड
बाहर निकाला तो देखा कि मेरे लंड की खाल हल्की सी कट गयी थी जिससे मुझे दर्द हुआ
था. फिर हम साथ में बाथरूम गये और एक दूसरे की सफाई की. फिर लतिका ने मेरे लंड पर
क्रीम लगाई और हम साथ में चिपककर सो गये.
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