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पापा मम्मी की चुदाई को आखों में कैद किया

हैल्लो दोस्तों, Antarvasna मेरा नाम शीना है Kamukta में 24 साल की हूँ, में अपना कॉलेज पूरा कर चुकी हूँ। यह बात आज से करीब 5 साल पहले की है। तब में 10वीं क्लास में पढ़ती थी, तब मेरी उम्र 18 साल की थी, इस उम्र में सेक्स का क्रेज़ नया-नया होता है और मुझे भी सेक्स के बारे में जानने की उत्सुकता होने लगी थी। मेरे मम्मी पापा का बेडरूम अलग था और वो हर रोज रात को अपना रूम लॉक कर लेते थे।

 

तो पहले मैंने कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन अब में सोचने लगी थी कि वो दोनों ऐसा क्या करते है कि दरवाजा बंद करना पड़े? उन दिनों मेरे पापा पर काम कुछ ज़्याद ही चल रहा था और वो अक्सर ऑफिस के काम से बाहर रहते थे।

 

फिर एक दिन जब पापा 10 दिन के बाद घर आए तो मैंने मम्मी के चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान देखी। पापा सुबह ही आए थे और उन दिनों मेरी छुट्टियाँ चल रही थी। फिर लंच करने के बाद में अपने रूम में सोने चली गई। फिर कुछ देर के बाद मेरी आँख खुली तो मुझे कुछ आवाजें सुनाई दी तो में चुपचाप दबे पैर उनके रूम में झाँकने लगी। अब मेरे पापा सोफे पर बैठे थे और मेरी मम्मी उनकी गोदी में बैठी थी। अब पापा मम्मी के बूब्स पकड़कर दबा रहे थे, तो तब मुझे लगा कि वो ऐसे ही उन्हें छेड़ रहे है। फिर जब मैंने ध्यान से देखा तो पाया कि मम्मी ने अपनी सलवार खोल रखी है और पापा की गोदी में ऊपर नीचे हो रही है और पापा भी नीचे से उछल रहे है।

 

अब मुझे उस वक़्त कुछ पता नहीं था कि यह क्या हो रहा है? इसलिए में उसी वक़्त उनके पास चली गई। तो मुझे देखते ही वो दोनों हड़बड़ा गये, लेकिन मेरी मम्मी पापा की गोदी में से नहीं उठी, उन्हें पता था कि अगर वो उठी, तो पापा का लंड मुझे दिख जाएगा और मुझे पता चल जाएगा कि क्या हो रहा था?

 

फिर मैंने मम्मी से पूछा कि आप लोग क्या कर रहे हो? तो तब उन्होंने कहा कि कुछ नहीं, हम खेल रहे है। तो तब मैंने कहा कि क्या खेल रहे है? तो उन्होंने कहा कि कुछ नहीं, तुम अपने रूम में जाओ, लेकिन में वहीं खड़ी रही। फिर तभी इतने में एक चूहा सोफे के पास आ गया, तो मम्मी उछल पड़ी और सोफे पर बैठ गई। तो मुझे पापा का लंड साफ-साफ दिखने लगा। अब में तो बस देखती ही रह गई थी, मैंने ऐसी चीज पहली बार देखी थी।

 

फिर मेरे पापा ने जल्दी से उसे अपनी पेंट में डाल लिया और अपनी चैन बंद करने लगे, लेकिन जल्दबाज़ी में उनका लंड चैन में फंस गया था और वो चीख पड़े थे। फिर में पापा के पास गई और पापा से कहा कि क्या हुआ? तो उन्होंने कहा कि कुछ नहीं, में अपने पापा से बहुत प्यार करती हूँ इसलिए मैंने पापा का लंड पकड़ लिया और उस पर फूँक मारने लगी थी और पापा से पूछा कि ज़्यादा दर्द हो रहा है क्या? अब मम्मी पापा मेरी इस हरकत पर हँसने लगे थे और कहा कि तुम अपने रूम में जाओ तो में अपने रूम में चली गई।

 

फिर उस दिन रात को में पापा के लंड के बारे में ही सोचती रही और सपने में भी पापा का लंड ही दिखा। फिर सुबह उठकर में अपने स्कूल चली गई और अपनी फ्रेंड नेहा से सब बात कही। नेहा मुझसे 1 साल बड़ी थी और 1 साल फैल भी हो चुकी थी। अब वो मुझसे उम्र में बड़ी होने के कारण मुझसे ज़्यादा सेक्स के बारे में जानती थी और वो थोड़ी बिगड़ी हुई लड़की भी थी और काफ़ी लड़को को अपने चक्कर में फंसाए हुई थी। फिर जब मैंने उसको अपने पापा के लंड के बारे में बताया। तो वो बहुत उत्तेजित हो गई और मुझसे पूछने लगी कि कितना लंबा था? कितना मोटा था? किस रंग का था? तो तब मैंने कहा कि तुझे इससे क्या करना है? तू मुझे बताना कि मम्मी पापा क्या कर रहे थे?

 

फिर उसने मुझको बताया कि वो सेक्स कर रहे थे और तेरे पापा ने अपना लंड तेरी मम्मी की चूत में डाल रखा था। तो तब मुझे यह सब सुनकर बड़ा आश्चर्य हुआ, लेकिन साथ-साथ एक अजीब सा मज़ा भी आया था। फिर उसने बताया कि कैसे चूत में लंड डालकर चोदते है? और इन सबमें कितना मज़ा आता है? फिर उसने बताया कि उसने तो बहुत लंड लिए है तभी तो वो फैल हो गई थी, वो कोचिंग पढ़ने के लिए जाती थी, लेकिन उसके सर उसको खूब चोदते थे और कहते थे वो उसे पास करवा देंगे, लेकिन उन्होंने उसको धोखा दे दिया और फिर नेहा को चुदवाने की आदत पड़ गई, तो वो लड़कों से और अपने चाचा से चुदवाने लगी थी। अब यह सब सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा था और अब में अपने मम्मी पापा को नंगे चुदाई करते हुए देखना चाहती थी इसलिए अब में बस रात का इंतजार करने लगी थी। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

 

फिर में घर जाकर सो गई, क्योंकि मुझे रात को जागना था। फिर रात को खाना खाने के बाद मैंने मम्मी पापा को गुड नाईट बोला और अपने रूम में चली गई और सोचने लगी कि ऐसा क्या करूँ कि में मम्मी पापा को सेक्स करते देख सकूँ? मेरे मम्मी पापा डिनर के बाद टहलने पर जाते है। फिर जब वो वॉक पर गये, तो मैंने उनके रूम की कुण्डी तोड़ डाली और अपने रूम में जाकर बैठ गई थी। फिर जब मेरे मम्मी पापा वापस आए और अपने रूम का लॉक लगाने लगे तो उन्होंने लॉक टूटा हुआ पाया।

 

फिर तब मम्मी ने कहा कि अब क्या करें? तो तब पापा ने कहा कि कोई बात नहीं दरवाजा बिना लॉक लगाए बंद कर दो, शीना तो सो गई है। अब उन्हें लगा था कि में सो गई हूँ, लेकिन में तो उनकी चुदाई के सपने देख रही थी। फिर थोड़ी देर इंतजार करने के बाद में उनके रूम में झाँकने लगी तो मैंने देखा कि पापा बिल्कुल नंगे थे और मम्मी ने चड्डी पहन रखी थी। अब पापा मम्मी के बूब्स चूस रहे थे और मम्मी पापा के बालों में अपना हाथ फैर रही थी। फिर पापा ने मम्मी से कहा कि मेरा लंड तेरा इंतजार कर रहा है मेरी बिपाशा।

 

फिर तब मेरी मम्मी ने कहा कि में तो कब से तरस रही हूँ मेरे जॉन? और फिर पापा ने अपना लंड मेरी मम्मी के मुँह में डाल दिया और मेरी मम्मी पापा का लंड को चूसने लगी, जैसे आइसक्रीम खाते है। दोस्तों फिर मेरे पापा ने मेरी मम्मी को चोदा और मैंने पूरे मजे लेकर उनकी चुदाई को अपनी आखों में कैद किया ।। 

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पापा मम्मी की लाडली बेटी

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम श्रुति है और में 18 साल की हूँ। दोस्तों मैंने कामुकता डॉट कॉम की बहुत सारी कहानियों को पढ़ा है और वो सभी मुझे बहुत अच्छी भी लगी और फिर इसलिए मेरे मन में एक दिन विचार आया कि क्यों ना में भी अपने जीवन की उस सच्ची घटना जो मेरे साथ घटी उसके बारे में आप सभी दोस्तों को लिखकर बता दूँ। दोस्तों मेरे घर में मेरी मम्मी पापा और मेरे अलावा और कोई नहीं है में हमारे घर में इकलोती हूँ, मेरे बूब्स का आकार 34-28-32 है और में बहुत ही गोरी दिखने में बहुत सुंदर लगती हूँ।

 

दोस्तों मुझे भी आप सभी की तरह सेक्सी फिल्मे, कहानियों को भी पढ़ने का बहुत शौक है और अब मेरी इस पहली चुदाई की वजह से मेरा बदन पहले से भी ज्यादा निखर गया है इसलिए में पहले से भी ज्यादा सुंदर आकर्षक दिखने लगी हूँ और अब में आपको सीधे कहानी की तरफ ले चलती हूँ। दोस्तों यह चार साल पहले की बात है जब मैंने अपनी जवानी की देहलीज पर अपना पहला कदम रखा था और सेक्स के बारे में कुछ भी नहीं जानती थी और वैसे मैंने कई बार मेरी मम्मी को पापा की गोद में बैठे हुए देखा था, लेकिन तब मेरी समझ में कुछ नहीं आया, लेकिन फिर मेरे साथ घटी उस एक घटना ने मुझे सब कुछ बता समझा दिया।

 

अब एक बहुत बड़ी चुदक्कड़ लड़की बन गयी हूँ, दोस्तों मेरे पापा अक्सर मुझे घूरकर देखा करते थे, तब में यही बात मन में सोचती थी कि वो मेरे पापा है और इन सब बातों को मैंने को बाप बेटी के प्यार के रूप में ले लिया जैसा हमेशा एक बाप अपनी बेटी से करता है। एक बार में अपने स्कूल से वापस आई तब मैंने देखा कि मेरी चूत से खून निकल रहा है और तब तो में चूत का मतलब भी नहीं जानती थी। फिर में खून देखकर बहुत डर गयी और मैंने अपनी माँ को बताया कि मेरे पेशाब करने वाली जगह से खून निकल रहा है। अब माँ तुरंत समझ गयी कि मेरे महीना बैठ गया है

 

और फिर माँ ने मुझसे कहा कि ज़रा दिखा में भी तो देखूं कि मेरी चूत ने कैसी चूत को पैदा किया है? और में तेरे पापा को बताऊँ कि देख साले तेरे लिए मैंने एक ऐसी चूत का जुगाड़ किया है जो तेरे लंड और मेरी चूत से बनी है। अब तू चल दिखा मुझे अपनी चूत, दोस्तों में अपनी माँ की कोई भी बात का मतलब नहीं समझ पा रही थी कि चूत क्या होती है और लंड क्या होता है? फिर मैंने माँ के कहने पर अपनी पेशाब वाली जगह को दिखा दिया और मेरी पेशाब करने वाली जगह को देखकर माँ बड़ी खुशी हुई और वो कहने लगी वाह क्या मस्त चूत है?

 

बिना बालों वाली यह चूत सचमुच बड़ी कामुक लग रही, उफ्फ्फ वाह देखो तो यह लंड के लिए कैसे अपने आंसू टपका रही है? तब मैंने माँ से कहा कि माँ मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा, यह लंड, चूत क्या होता है? फिर माँ ने मुझसे कहा कि जिसको तू पेशाब की जगह बताती है उसको चूत कहते है, जो हर लड़की की होती है और जिस जगह से लड़के पेशाब करते है उसको लंड कहते है और जब लंड और चूत दोनों को आपस में मिलाया जाता है, तब जाकर एक बच्चा पैदा होता है। फिर माँ मुझे अपने कमरे में ले गयी जहाँ पर माँ ने मुझे एक सेक्सी फिल्म दिखाई जिसको देखकर में पागल सी होने लगी।

 

अब मैंने देखा कि एक आदमी अपना लंड बाहर निकालकर एक लड़की के मुहं में डालता है और लड़की उसको बड़े मज़े से चूस रही है और वो खुश होकर कह रही है वाह इसका क्या स्वाद है? फिर उसके बाद में तो एकदम दंग रह गयी, जब उसने अपना लंड लड़की की छोटी सी चूत में डाल दिया और उस लड़की ने भी बड़ी आसानी से डलवा लिया और वो मज़े से चुदने भी लगी। दोस्तों में तो बिल्कुल पागल सी हो गयी और तब माँ ने मुझसे पूछा क्यों अब कुछ समझ आया चूत क्या होती है और लंड क्या होता है? वो सब देखकर मेरा मन भी अब चुदाई करवाने को कहने लगा था, लेकिन में माँ से शरम के मारे कुछ कह ना सकी।

 

दोस्तों आज मेरी समझ में आ गया था कि क्यों उस दिन मेरी माँ पापा की गोद में बैठी थी। अब माँ ने देखकर कहा कि वाह मेरी चूत ने एक रसीली चूत को पैदा किया है और यह तेरे उस साले बाप के लंड का भी कमाल है जो उसकी वजह से इतनी रसीली चूत को पैदा करवाया। फिर में अपनी चूत की तारीफ़ को सुनकर खुश हो रही थी और मुझे बहुत अच्छा भी लग रहा था और अब में बहुत खुलकर माँ से बात करने लगी। अब मैंने पूछा माँ जब चूत और लंड को आपस में मिलाते है तब क्या सही में बच्चा होता है? तो फिर आप एक बार और पापा के लंड से अपनी चूत को मिलाओ,

 

जिसकी वजह से मुझे एक लंड मिल सके मतलब कि मेरा भाई, मुझे एक भाई चाहिए प्लीज। अब माँ ने मुझसे कहा कि लंड और चूत को मिलने से बच्चा पैदा नहीं होता, इसके लिए लंड को चूत में पूरा अंदर डालना होता है उस काम को करने में बहुत मज़ा भी आता है। अब माँ ने मुझसे पूछा एक बात बता कहीं तेरा मन भी तो चुदने को नहीं कर रहा? अगर ऐसी बात है तो तू मुझे बोल दे, में तेरी चूत के लिए लंड का जुगाड़ कर दूँगी और वैसे भी तेरी चूत लंड के लिए रो रही है।

 

दोस्तों यह बात सुनकर में बड़ी खुश थी क्योंकि माँ ने मेरे दिल की बात कह दी जिसको कहने के लिए में शरमा रही थी, लेकिन में जानबूझ कर नाटक करते हुए कहने लगी कि जाने भी दो, माँ मुझे शरम आती है। अब माँ ने मुझसे कहा कि अरे अपनो के सामने कैसी शरम? और वैसे भी तेरी चुदाई के लिए तुझे लंड घर में ही मिल जाएगा। फिर मैंने झट से पूछा कि वो कैसे? माँ ने कहा कि देख तेरा बाप चुदाई का बड़ा प्यासा है, तू बस उसके सामने जैसा में कहती हूँ वैसे ही कपड़े पहन और जैसा में तुझसे कहूँ तू उसको वैसे ही बोल, उसके बाद फिर तू देखना वो कैसे तेरी चुदाई करते है?

 

तुझे पता नहीं यह सभी मर्द हर एक चूत के बहुत दीवाने होते है, इन्हे बस चूत चाहिए चाहे वो बीवी की हो या बेटी की, इनका तो बस एक ही नारा है चूत तो बनी ही लंड के लिए है, चाहे वो बीवी की हो, साली की हो या बेटी की हो। दोस्तों में तो अपनी माँ के मुहं से यह बात सुनकर बिल्कुल पागल हो चुकी थी और माँ ने मुझे प्यासी रंडी बना दिया था, इसलिए मुझे भी अब एक लंड चाहिए था चाहे वो अब मेरे बाप का ही क्यों ना हो? वैसे भी माँ ने मुझसे कहा था कि मेरी चूत और तेरे बाप के लंड ने एक रसीली चूत को पैदा किया है और फिर बाप से ही क्यों ना अपनी चुदाई के मज़े लिए जाए?

 

यह बात मन ही मन सोचकर मैंने हाँ कह दिया था। अब माँ ने मेरे लिए कुछ अलग कपड़े खरीदे और मुझसे कहा कि देख जब में कहूँ तब तू इन्हे पहन लेना और मैंने भी हाँ कर दिया। फिर माँ ने मुझसे कहा कि आज से जब भी तेरे पापा घर में आए उसके पहले ही तू कपड़ो के अंदर से ब्रा और पेंटी को उतार देना, जिसकी वजह से तेरे पापा की नज़र तेरे हिलते हुए बूब्स पर जाए और उनका लंड किसी चूत के लिए पागल हो जाए। फिर उनको जब कोई चूत नहीं मिलेगी तब वो तुझे ही पटककर तेरी चुदाई करने लगेंगे और बस तू उनकी हर बात को हाँ में अपना सर हिलाकर करती जाना, क्यों ठीक है चल में अब दुकान जाती हूँ और मिठाई ले आती हूँ। अब मैंने उनको पूछा कि मिठाई किस लिए? माँ ने कहा कि आज तू चुदाई के लायक बन गयी है जब लड़की का महीना बैठने लगता है तब वो लंड लेने के लायक हो जाती है। फिर माँ बाजार से मिठाई ले आई और आस पड़ोस में भी बाँट दी। फिर जब पापा घर पर आए तब माँ ने कहा कि तू जाकर पापा को मिठाई दे और जैसा में कहती हूँ वैसा ही जाकर बोलना। दोस्तों पहले तो में शरमाने लगी, लेकिन मेरी चूत की हालत को देखकर मुझे तरस आया और में पापा के पास गयी और जैसा माँ ने मुझसे कहा था वैसा ही कहा। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

 

अब में बोली की पापा मुबारक हो, आप यह मिठाई खाओ, तब पापा ने पूछा कि यह किस खुशी में? मैंने कहा कि पहले खाओ तो सही उसके बाद में बताती हूँ, अच्छा अब यह बता कि यह मिठाई किस खुशी? दोस्तों में कुछ कहती उसके पहले माँ आ गयी। अब वो बोली कि यह मिठाई इसलिए थी क्योंकि आज तुम्हारे घर में एक चूत से दो चूत हो गयी है तुम्हारी और हमारी बरसो की मेहनत रंग लाई है, देखो आज तुम्हारे सामने एक नयी जवान चूत खड़ी है। अब पापा मुझे घूरकर देखने लगे और वो मुस्कुराने लगे, में शरमा गयी और फिर माँ ने कहा कि आज से इसका महीना बैठ गया है,

 

देखो इसकी चूत रो रही है और इतना कहकर माँ ने मेरी स्कर्ट को तुरंत ऊपर उठाकर मेरी चूत पापा के सामने कर दी। अब मेरी चूत को देखते ही पापा बोले वाह ऊह्ह्ह क्या मस्त चूत है? बिना बालो में चाँद की तरह लग रही है। फिर मैंने गौर से देखा कि पापा का लंड यह सब देखकर खड़ा हो चुका था, माँ ने कहा अब देर किस बात की? आज तुम्हारे लंड से बनी चूत तुम्हारे सामने है, तुम क्या इसका उद्घाटन नहीं करोगे? अब में शरमा रही थी, पापा ने मुझसे पूछा बेटी तुम्हारी चूत तो अभी छोटी है तुम्हे बहुत दर्द होगा इसलिए अभी नहीं, जब तुम और बड़ी हो जाओगी तब में तुम्हारी चुदाई ज़रूर करूंगा।

 

दोस्तों बाद में चुदाई करने की बात सुनकर में उनको कहने लगी कि देखो पापा में तुम्हारी ही चूत हूँ और फिर यह तुम्हारे ही किसी काम आ जाए तो इसका भी कल्याण हो जाएगा और मेरा भी, देखो पापा तुम्हारी चूत तुम्हारे लंड के लिए रो रही है क्या तुम इसको चुप नहीं करवाओगे? प्लीज। अब पापा ने मुझसे कहा कि तुझे बहुत दर्द होगा। फिर मैंने उनको कहा कि अभी जो दर्द हो रहा है उस दर्द का में क्या करूँ? वैसे भी थोड़ा बहुत दर्द तो होता ही है, अगर आप अपनी इस चूत को अपने लंड के लायक समझते हो तो प्लीज आज तुम मुझे अपनी बेटी से अपनी रखेल बना दो, इस दुनिया की नज़र में हम दोनों बाप बेटी ही रहेंगे। अब पापा कहने लगे कि पगली में तो चाहता हूँ कि तेरी चुदाई करूं, क्योंकि यह तो मेरी किस्मत है जो मेरे लंड से पैदा हुई चूत में मेरा लंड जाएगा। दोस्तों मुझसे यह बात कहकर पापा ने मुझे अपनी बाहों में पकड़ लिया और वो मुझे चूमने लगे जिसकी वजह से मेरे मुहं से सिसकियाँ निकल रही थी आह्ह्ह ऊऊऊह्ह्ह्हह और ज़ोर से करो पापा। फिर पापा ने मुझे ऊपर से नंगा कर दिया और मेरे छोटे बूब्स को हाथ में पकड़कर मुहं में भरकर चूसने लगे, जिसकी वजह से में पागलो की तरह कसमसा रही थी और बोल रही थी वाह आह्ह्ह्ह पापा ज़ोर से चूसो यह संतरे तुम्हारे ही है ऊफ्फ्फ और पापा जोश में आकर ज़ोर से चूसने लगे।

 

अब माँ मेरे नीचे आ गई और मुझे नीचे से नंगा करके मेरी चूत को वो चाटने लगी, जिसकी वजह से में तो जैसे पागल सी हो गयी थी और कह रही थी, हाँ चाटो अपनी बेटी की चूत को चाटो। फिर पापा ने मुझे बेड पर लेटा दिया और मेरे पूरे शरीर को मसलने और रगड़ने लगे, में बता नहीं सकती थी कि मुझे कितना मस्त मज़ा आ रहा था? में पागलों की तरह कसमसा रही थी जब मुझसे रहा नहीं गया। अब मैंने कहा कि प्लीज पापा मुझे अपना लंड दीजिए ना, में भी उसको हाथों में लेकर चूसना चाहती हूँ। अब पापा कहने लगे कि इसमे पूछने की क्या बात है यह लंड तेरा ही तो है यह ले यह बात कहकर जब पापा ने अपने सारे कपड़े उतारे उसके बाद देखकर में एकदम दंग रह गई।

 

दोस्तों मेरे पापा का काला लंड जो तनकर खड़ा था वो सात इंच का लग रहा था, में उसकी लम्बाई को देखकर घबरा गयी और कहने लगी कि इतना मोटा और लंबा मेरी चूत में कैसे जाएगा? अब पापा ने कहा कि पहले तू इसको अपने मुहं में ले। फिर में पापा के लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने लगी, मुझे बहुत मज़ा रहा था और में करीब दस मिनट तक पापा के लंड को चूसती रही।

 

फिर मैंने कहा कि पापा अब आप मुझे चोदना शुरू करो, लेकिन में डरने के साथ साथ घबरा भी रही थी कि कैसे यह इतना मोटा लंड मेरी छोटी सी चूत में जाएगा मुझे कितना दर्द होगा? अब पापा ने मुझे कमर के बल लेटा दिया और वो मेरे पैरों के पास आ गए और अपना लंड मेरी चूत के पास रखा और अंदर डालने की नाकाम कोशिश करने लगी और लंड था कि जाने का नाम ही नहीं ले रहा था। फिर में और भी ज्यादा घबरा गयी और सोचने लगी कि कैसे यह लंड अंदर जाएगा? मैंने कहा कि पापा आप ज़ोर लगाकर डाल दो, देखा जाएगा, लेकिन तभी माँ ने कहा कि रूको में क्रीम लेकर आती हूँ

 

और वो क्रीम ले आई। अब माँ ने बहुत सारी क्रीम मेरी चूत में डाल दी जिसकी वजह से मेरी चूत चिकनी हो गयी और जब पापा ने अपना लंड मेरी चूत में डालना शुरू किया, तब थोड़ा सा अंदर चला गया। अब मुझे हल्का हल्का दर्द महसूस होने लगा था और उसी समय पापा ने एक जोरदार झटका मार दिया जिसकी वजह से आधे से ज्यादा लंड मेरी चूत में चला गया। दोस्तों दर्द की वजह से मेरे मुहं से चीख निकल गयी आईईईईइ माँ में मर गई ऊऊईईईईईईई ओह्ह्ह्ह प्लीज अब इसको बाहर निकालो आईई भगवान मुझे बचा ले। अब माँ ने कहा कि अरे साले तूने तो अपनी बेटी की चूत को फाड़ दिया देख इसकी चूत से कितना खून बह रहा है?

 

फिर मैंने माँ से कहा कि कोई बात नहीं है माँ यह चूत पापा की ही है अगर यह आज फट जाती है तो भी मुझे कोई गम नहीं होगा, पापा आप पूरा लंड मेरी चूत में डाल दीजिए। अब आप मेरे दर्द और चूत के फटने की परवाह मत कीजिए और फिर पापा ने पूरा लंड मेरी चूत में डाल दिया, में दर्द की वजह से चिल्लाती रही और पापा मेरी चूत को चीरते रहे, पूरे पलंग पर खून फैल गया। फिर थोड़ी देर तक मुझे दर्द रहा, लेकिन उसके बाद में पापा ने मुझे ऐसे मज़े से चोदना शुरू किया कि में आसमान की सैर करने लगी और मुझे उनके हर झटके में बड़ा मज़ा आने लगा था।

 

अब में ज़ोर से सिसकियाँ लेकर कह रही थी ऊफ्फ्फ हाँ चोदो अपनी बेटी की चूत को चोदो अहह हाँ फाड़ डालो इसको यह तुम्हारी ही चूत है और चोदो ज़ोर से आह्ह्ह्ह ऊऊईईईईईईईईई बड़ा मज़ा रहा है। फिर इसके बाद अचानक पापा ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकालकर वो अब मेरी गांड में डालने लगे। अब मैंने उनको कहा कि पापा ऐसे गांड में नहीं जाएगा, आप थोड़ा सा क्रीम लगाकर चिकना कर दो और उसके बाद फिर आप देखो कैसे नहीं जाता आपका लंड मेरी गांड में? अब पापा ने बहुत सारी क्रीम मेरी गांड में लगाकर चिकना कर दिया और अब पापा ने अपने लंड को मेरी गांड में डाला, जिसकी वजह से मुझे बहुत तेज दर्द हुआ, लेकिन में सहन करती रही।

 

फिर जैसे ही उन्होंने एक ज़ोरदर झटके से लंड को मेरी गांड में पूरा डाला, में तो दर्द की वजह से चिल्ला उठी। फिर माँ ने मुझे कसकर पकड़ लिया और में रोने लगी, लेकिन पापा ने मेरे रोने की परवाह नहीं की और मेरी गांड को पूरा फाड़कर ही दम लिया। दोस्तों उनके हर झटके ने मुझे बहुत दर्द दिया और में दस मिनट तक रोती रही और पापा मेरी गांड को फाड़ते रहे, जिसकी वजह से कुछ देर बाद मुझे मज़ा आने लगा था और में भी उछल उछलकर मज़ा लेने लगी थी। अब में उनको कहने लगी हाँ फाड़ दो आप मेरी गांड को अपने लंड से, यह साली बहुत दर्द करती है ऊफ्फ्फ आज आप इसको इतना फाड़ देना कि दोबारा कभी दर्द ना करे और पापा में चाहती हूँ कि मेरी गांड का इतना बड़ा छेद हो जाए कि अगली बार गांड मारते समय आपका लंड मेरी गांड में बड़े ही आराम से चला जाए। दोस्तों मुझे मुहं से यह बात सुनकर पापा ने कहा कि तू बिल्कुल भी चिंता मत कर।

 

अब में उनके मुहं से यह बात सुनकर बहुत खुश हो गयी और सही में मेरे पापा ने मेरी गांड को इतना बड़ा कर दिया था कि में अब बड़े ही आराम से उनका लंड अपनी गांड में ले रही थी। अब पापा झड़ने के करीब थे और में भी उनके पहले ही झड़ गयी, लेकिन अब मैंने पापा से कहा कि पापा में आपका वीर्य पीना चाहती हूँ, क्योंकि इसमे बहुत सारे विटामिन होते है इसलिए में इसको ऐसे बरबाद नहीं होने दूँगी, प्लीज पापा मुझे अपना वीर्य पिलाओ ना।

 

फिर पापा ने मेरी गांड से अपना लंड बाहर निकाला और मेरे मुहं पर रखकर हिलाने लगे और जैसे ही उनका वीर्य मेरे मुहं में आया, मैंने जल्दी से उसको चूसकर पी लिया वाह मज़ाआ गया वो बड़ा ही स्वादिष्ट था इसलिए में वो सारा का सारा वीर्य गटक गयी। फिर हम दोनों वैसे ही पूरे नंगे होकर बेड पर लेट गए। दोस्तों मुझे अब अपने पापा के गांड का छेद बड़ा करवाकर बड़ी खुशी हुई और में मन ही मन अपने पापा को धन्यवाद कहने लगी। अब तो हम दोनों हर दिन ही सेक्स करते है और वो भी हर बार नये नये तरीक़ो से हम दोनों चुदाई के मज़े लेते है।

 

दोस्तों एक बार पापा ने मुझसे कहा कि बेटी तुमने तो मेरा वीर्य पी लिया है, अब तू थोड़ा सा मेरा पेशाब भी पीकर देखो कितना स्वाद आता है? अब में पापा की हर बात को उनके कहने से वैसे ही करती रही फिर में इस काम को करने के लिए कैसे मना कर सकती थी? अब उन्होंने मुझे गिलास में डालकर अपना पेशाब दे दिया और में पेशाब को ठंडे की तरह मज़े से पीने लगी और मुझे उसका बड़ा अजीब सा स्वाद आया। फिर मैंने उनको कहा कि पापा आपने इसमे तो शक्कर ही नहीं डाली, लेकिन पापा तो मेरी बात को ठीक तरह से समझे ही नहीं। अब मैंने कहा कि अपना वीर्य भी तो इसमे डालो उसके बाद देखना में आपका पेशाब और वीर्य को कैसे झट से पी जाउंगी?

 

फिर पापा ने अपना वीर्य भी उसमे मिला दिया और में झट से वीर्य और पेशाब को मिलाकर पी गयी। अब तो पापा ने मुझे कह दिया कि आज से हमारे घर में जब भी हम अकेले होंगे तब कोई भी दरवाजा बंद नहीं होगा, चाहे वो बाथरूम का हो या कमरे का अगर पेशाब भी करना है, तब तुम दरवाजा खुला ही रखकर बैठना, क्योंकि एक पल के लिए भी में तुम्हारी चूत से दूर नहीं रहना चाहता हूँ। अब तो में पापा के सामने ही नंगी नहाती और बाथरूम का काम भी करती हूँ, लेकिन उनके सामने ही करती हूँ पापा एक बार मुझे देखते और एक बार मेरी चूत को और में शरमाकर अपने काम करने लगती हूँ ।। 

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बहन की चुदाई दोस्तों के साथ मिलकर किया

हेलो दोस्तों, कैसे हो आप, आंटियों आप कैसी हो? आप की चूत जो बहुत बार चुद चुकी है वह कैसी है? और सिस्टर आप की तो कुंवारी चूत के लिए हर कोई दिन रात तड़पता रहता है. तो दोस्तो अब स्टोरी पर आता हूं. यह स्टोरी मेरी सिस्टर की है जिसका नाम मुस्कान है. हमारा अपना बिजनेस है. घर में मैं, मम्मी, पापा और मुस्कान ही रहते हैं. मैंने एमबीए किया है और अपना बिजनेस संभालता हु. मुस्कान भी एमबीए कर रही है और उसको भी साथ बिजनेस में ही अटैच करेंगे.

तो दोस्तों मुस्कान क्या कमाल की रंडी हे? कसा हुआ जिस्म, आगे से बड़े बड़े बोबे और पीछे उभरी हुई और सेक्सी गांड, उसका फिगर भी कमाल है, बूब्स ३६ के, कमर ३४ की, गांड ३६ की. थोड़ी मोटी पर कसे हुए जिस्म वाली. वह यूनिवर्सिटी में जाती है और उन को मैं अपनी गाड़ी या बाइक पर छोड़ कर आता हूं. घर से निकलते वक्त काफी पर्दे में होती है, लेकिन यूनिवर्सिटी पहुंचते ही मैं उसको कहता हूं सब उतार दो दुपट्टा वगैरा और वह भी ऐसा ही करती है, और छोटा सा दुपट्टा गले में डाल कर यूनिवर्सिटी एंटर हो जाती है, क्योंकि यूनिवर्सिटी का माहोल कैसा हे यह मुझे अच्छे से पता हे. मैंने भी एमबीए यहां से ही किया है.

उसके ग्रुप में चार और स्टूडेंट उसके फ्रेंड हैं. वह भी बहुत अच्छे हैं और बहुत अच्छे अच्छे स्टडी करते हैं, मौज मस्ती और हंसी मजाक खूब करते हैं, उनसे मैं भी मिला हूं और उन के फोन नंबर भी मेरे पास है. सबसे मेरी बात की होती है. कभी कभी बिजी होने की वजह से मैं उन में से किसी एक को कहता हूं कि मुस्कान को मेरी ऑफिस तक छोड़ जाओ तो वह बाइक पर छोड़ जाते हैं. उनका ग्रुप बहुत अच्छा है वह सब बहुत मस्ती करते हैं. मुस्कान के साथ कभी आइसक्रीम खाने जाते हैं तो मुझे भी ले जाते हैं. वह सब साथ में बहुत बहुत हॉट हॉट बातें करते हैं, मुस्कान की गांड पर हाथ फेरते हैं, उस के बाल खोल देते हैं, मुस्कान भी उनके गालों पर चुटकी काट लेती है. इंडियन सेक्स कहानी डॉटकॉम


मे भी मुस्कान के साथ बहुत फ्री हो के हर तरह की बातें करता हु उसकी हेयर रिमूव क्रीम ला कर देता हूं, और उसके लिए ब्रा भी में लाकर देता हूं.

एक दिन मुस्कान के दोस्त ने पार्टी रखी उस के किसी एक दोस्त की बर्थ डे थी, तो मुस्कान ने मुझे साथ चलने को कहा तो हम वहां एक होटल में पहुंचे. वहां बहुत गरम माहोल था. एक रूम में सब हमारा ही वेट कर रहे थे. सबने मुस्कान को गले लगाया और गाल पर किस की. मुस्कान मुस्कुरा दी और वह मुझे भी देख कर सब बहुत खुश हुए.

मुस्कान ने पैंट पहनी हुई थी और बहोत हॉट लग रही थी. ऐसे जैसे अभी चुदवा लेगी नंगी होकर.

फिर बर्थडे का केक काटा गया तो मुस्कान ने अपने होठों में केक का टुकड़ा लिया और अपने फ्रेंड को मुह में दिया और सब हंस रहे थे. मैं भी हंस रहा था. मुस्कान यह सब अपने भाई के सामने कर रही थी.


फिर उसने मुस्कान के गले में बाहे डाल दी और केक का टुकड़ा खाते हुए मुस्कान के होठ चूम लिए और सब मुस्कुरा दिए.

यह देख कर मेरा लंड पेंट में खड़ा हो रहा था, फिर खाना आ गया, सब ने खाना खाया और बातें करने लगे.

फिर एक ने मुस्कान के गाल पर चुटकी काट दी और कहा मस्त माल ही बनती जा रही है दिन ब दिन. यह सुन कर सब मुस्कुरा दिए और एक दोस्त बोला इस की चरबी पिघलानी पड़ेगी किसी दिन.

यह सुन कर सब मुस्कुराए सब बातें मेरे सामने हो रही थी, और मुस्कान थोड़ी शरमा भी रही थी.

मजा तो तब आया जब मैंने मुस्कान को खींच कर अपनी झोली में बैठाते हुए कहा कि चलो फिर ईसकी बर्थडे पिघला देते है सारी चर्बी इस हॉट रांड की तो सब हैरान रह गए और मुस्कुराने लगे और मुस्कान भी मदहोश सी हो गई यह सुन कर.

उस दिन मुस्कान सब की गोद में बैठी और बहुत मस्ती की. कोई १२ बजे हम गाड़ी पर घर आ गए.

अब तो वह मेरे साथ और भी खुल चुकी थी और अपने दोस्तों की सारी बातें मुझे शेयर करती थी. मैं भी उसको खूब मजाक में रगड़ता था.

कुछ दिन बाद उस की बर्थडे आ गई. बर्थडे की तैयारी में उसके फ्रेंड्स भी लग गए, सब ने उसको शॉपिंग कराई.

बर्थडे की तैयारी करने की वजह से मेरी उस से खुल के बात होती थी. उसने मुझे दो दिन पहले कहा कि भैया मेरी फ्रेंड्स कह रही है की होटल में बर्थडे का मजा नहीं आएगा, कोई और सेफ जगह होनी चाहिए, तो मैंने कहा आप के फ्रेंड्स क्या मजा लेना चाहते हैं? तो वह शरमा गई और बोली ओह्ह भाई समझ जाओ ना.

तो मैंने उसे अपनी तरफ खींच कर कहा कि समझा दो ना तुम ही तो हो और शरमा गयी. फिर मेने उसे जप्पी डाल दि और गांड पर हाथ फेरा तो मुस्कान कहने लगी आह्ह औउ उहह्ह भैया क्या कर रहे हो? उसने जोर से सिसकारी ली.

मैं समझ गया था कि चुदाई के मजे लेना चाहती हैं और सिल तुडवाना चाहती है. मैंने उसे कहा कि चलो कोई रूम ले लेते हैं रेंट पर, तो बोली नहीं भैया.

तो मैंने कहा कि और फिर क्या करें? तो वह बोली कोई अच्छा सुनसान सी जगह.

हमारा एक फार्म हाउस से जरा थोड़ा दूर यूनिवर्सिटी की तरफ है. बहुत बड़ा, ब्यूटीफुल और सुनसान इलाके में है.

मैं समझ गया कि उसकी नजर फार्म हाउस पर है पर मैं उसके मुंह से यह सुनना चाहता था.

फिर मैंने पूछा कि तुम ही बता दो तो वह शरमाते हुए बोली भैया फार्म हाउस कैसा रहेगा? यह सुन कर मैंने उसे कोऔर जोर से कस लिया और गाल पर किस भी कर दी आह औउ अह्ह्ह क्या नरम गाल थे.

वह मदहोश सी हो गयी थी. मैंने कहा क्या लगता है चर्बी पिघलवाना चाहती हो अपने फ्रेंडस से और उस के पेट पर एक चुटकी भी काट ली, तो वो कुछ नहीं बोली और आह्ह औऊ भैया कहने लगी.

फिर मैंने कहा ठीक है वहां एंजॉय अच्छा हो जाएगा, तो वह बहुत खुश हुई.

फिर उसने अपने फ्रेंड्स को भी बता दिया और वह भी बहुत खुश हुए.

बर्थडे के एक दिन पहले मैंने उस के एक दोस्त को फोन कर के कहा कि फार्म हाउस की चाबी ले जाओ मैं कल आउट ऑफ सिटी जा रहा हूं तो आप लोग वहां मुस्कान की बर्थडे पार्टी अरेंज कर लेना, मुस्कान से भी मेरी बात हो गई है उस से अच्छी जगह और कोई नहीं.

तो उसका दोस्त बोला नहीं भैया आप के बिना मजा नहीं आएगा और मुस्कान भी नहीं मानेगी, तो मैंने कुछ सोचने के बाद हां कर दी.

फिर एक दिन बदले सारी तैयारी की, मैंने केक वगैरा और बाकी खाने की चीजें ले ली.

और साथ ही एक पैकेट कंडोम का ले लिया. नेक्स्ट डे में सिस्टर को यूनिवर्सिटी के लिए लेके निकला गाडी में. यूनिवर्सिटी का तो एक बहाना था. आगे मुस्कान के फ्रेंडस वेट कर रहे थे. हम यूनिवर्सिटी के पास पहुंचे और देखा कि मुस्कान के फ्रेंड ने भी कुछ चीजें ले रखी थी मुस्कान के लिए गिफ्ट वगैरह. इंडियनसेक्स कहानी डॉट कॉम

ओह गाडी में हम दो लोग थे और वह चार लोग. फिर कुछ सोचने के बाद मैंने उन से कहा कि तिन लोग पीछे बैठ जाओ और साथ मुस्कान को भी गोद में बैठा लो. और एक आगे मेरे साथ आ जाओ.

और फिर क्या? मुस्कान पिछली सीट पर उन लोगों की गोद में बैठी थी. काम तो अभी से शुरु हो चुका था, वह भी बडे मजे ले रहे थे मुस्कान के साथ और हम मुस्कुराते हुए बातें कर रहे थे.

३० मिनट के बाद हमारा फार्म हाउस आ गया. फिर हमने सामान उतारा मैंने गेट खोल के गाड़ी अंदर खड़ी की और आगे का दरवाजा खोल कर एंटर हो गए.

वह जगह देख कर सब बहुत खुश हुए फिर हम सोफे पर जा कर बैठ गये कोई ११ बज रहे थे.

उधर मैंने अपनी सेक्रेटरी को बोल दिया कि आज मैं नहीं आऊंगा, सब संभाल लेना.

फिर हम बातें करने लगे. फिर केक काटने की तैयारी हुई और मुस्कान के सामने बहुत बड़ा केक रख दिया गया. वह पेंट और शर्ट में बहुत हॉट लग रही थी. सब मस्ती कर रहे थे, उस को नंगा करना चाहते थे, फीर केक काटा गया. सब ने अपने होठो से मुस्कान को खिलाया, उस के बूब्स दबाए और गांड पर हाथ फेरा. फिर मुस्कान को सब ने गिफ्ट दीये.

कुछ देर बाद मुस्कान ने सब के लिए ड्रिंक्स का पेग बनाया और सब को दिया और खुद भी लिया. ड्रिंक के बाद सब पर नशा सा चढ रहा था, तो मैंने मुस्कान को अपनी गोद में खींच लिया और उस के पेट पर हाथ फेरने लगा, सब हॉट हो रहे थे, मुस्कान भी सिसकिया ले रही थी. एक कुंवारी, जवान, खूबसूरत रांड हमारे सामने थी. फिर एक पैग और बनाने को कहा तो मुस्कान हॉट अंदाज में एक पेग तैयार करने लगी और सब को दिया.

अब और नहीं रहा जा रहा था. मैंने मुस्कान को छेड़ते हुए कहा की बर्थडे हे तो मौज मस्ती नहीं करनी अपने फ्रेंड के साथ? तो वह मुस्कुरा दी. मैंने उसे अपनी तरफ खींचा और उस की शर्ट उतारने लगा तो सब फ्रेंड हैरान रह गए. मैंने उन को आंख मार दी और कहा आज मुस्कान की चर्बी पिघला दो सब मिल कर, अब वह सिर्फ ब्रा में थी और शरमा रही थी. उस के हॉट बूब्स ब्रा में तन गये थे क्या बताऊं, ऐसे कुवारे बूब्स कभी पहले नहीं देखे थे.

फिर एक दोस्त ने जो की मेरे साथ ही बैठा था उस ने मुस्कान को अपनी तरफ खींच लिया और गोद में बिठा लिया और बूब्स दबाने लगा. सब पे नशा सा हो रहा था मुस्कान भी सिसकिया ले रही थी अहह औऊ अह्ह्ह ओह हहह इह हां एस हहह अन्न हहह इह हहह अय्य्य हघ हह्ही अह्ह्ह फिर उसके साथ बैठे दोस्त ने मुस्कान को अपनी तरफ खीच के अपनी गोद में बिठा लिया और खूब दबा रहा था, चारों दोस्तों की गोद में बैठ कर मुस्कान मजे ले रही थी.

अब में उठ कर खड़ा हुआ और मुस्कान के पीछे से जप्पी डाल दी और चूत के पास हाथ कर के उस की पेंट की जिप खोल दी उस ने आह्ह भाई आप क्या कर रहे हो सिसकारी ली और शरमा रही थी. मैंने उस की जट से पेंट नीचे कर दी, उसके मोटे चुतड गांड और चूत सब के सामने एक छोटी सी अंडरवियर मै थी.

उस का अंडरवियर गीला हो चुका था चूत के पानी से. वह भी तैयार हो चुकी थी चुदाई के लिए. अब फिर सब ने बारी बारी उसको चुम्मा चाटा और किस की. फिर ब्रा भी निकाल दिया और क्या नजारा था? इतनी सेक्सी हो गई मुस्कान? मैंने सोचा भी नहीं था. मैं उस के बूब्स पर टूट पड़ा और आ हहह इऔइग हहह अम्म्म भैया धीरे चुसो अहह ओह हा हुह ओह हां अम्म ओह हहह भैया अहहह धीरे चूसो और सिसकिया दे रही थी. उस के बूब्स एकदम तने हुए थे. मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया और बेड रूम में चलने को कहा, तो सब दोस्त बेडरूम में आ गये. मैंने उस को बेड पर गिरा दिया. हम सब उस पर टूट पड़े. उस को भी पहली ही बार ५ लोगों से मस्ती कर के मजा आ रहा था और सिसकियां ले रही थी औउ अह्ह्ह औऊ अह्ह्ह ह अहह हू ओह अहह अम्म्म एस अहह ओह अहह अम्म्म. इंडियन सेक्सकहानी डॉट कॉम

सब उस को चुम चाट रहे थे. मुस्कान की चूत से पानी की धार निकल रही थी, इतनी मस्त हो चुकी थी, एक घंटा ऐसा चलता रहा. फिर मैंने कहा अब चोद डालो रांड को तो सब दोस्त बेड से उतर गये और मुझे कहने लगे की पहले आप ही सील तोडो ईस रंडी की. तो में यह सुन कर मदहोश हो गया. मुस्कान कि सील उस के दोस्तो के सामने में तोड़ने वाला था.

मैंने और सब दोस्तों ने अपने अपने ड्रेस भी उतार दिए, उन सब से बड़ा लंड मेरा ही था. मैं बेड पर चढ़ गया और मुस्कान को किस करने लगा, उस के पैर खोल दिया और उसकी चूत चूसी और गौर से देखा तो उफ्फ्फ्फ़ उस की चूत थी एकदम मुलायम और सील पैक.

मैंने उसको तो डौगी स्टाइल में किया और अपना लौड़ा पीछे से उसकी चूत पर रख दिया.

फिर मुझे खयाल आया की कंडोम के बगैर कर रहा हूं तो एक दोस्त ने कंडोम का पैकेट जो हम ले कर आए थे ले आया और एक कंडोम निकाल के मुझे दिया. मैंने लंड पर चढ़ाया, तो मुस्कान भी मदहोश हो गयी. मैंने लंड पीछे से चूत पर सेट किया तो सब दोस्त हैप्पी बर्थडे मुस्कान करने लगे. मैंने एक झटका मारा तो वह कहने लगी आह्ह्ह औउ अहह ओह हां अम्म्म धीरे करो. लंड का टोपा अंदर सिल तोड़ता हुआ चला गया था. उफ्फ्फ क्या गरम चूत में ने और झटका मारा तो आधा लंड अंदर चला गया और धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा. मुस्कान आह्ह औउ ओह अहह औउह अहह ह अहह आऔ कर रही थी.

फिर धीरे धीरे मैंने और लंड अंदर डाल दिया और चोदने लगा. सारा बेडरूम महक रहा था. सब दोस्त देख रहे थे मुस्कान की चुदाई. कोई १० मिनट चोदने के बाद मैंने लंड निकाला और एक दोस्त को इशारा किया, उसने अपने लंड पर कंडोम चढ़ाया और मुस्कान के पीछे आ गया. आःह औऊ अह्ह्ह मम्म मुस्कान सिसकियां ले रही थी. उसकी चूत खुल चुकी थी और वह खुश भी लग रही थी. शायद थोड़ी भारी होने की वजह से उसको दर्द कम और मजा ज्यादा आ रहा था. अब उसके दोस्त ने एक ही झटके से लंड अंदर डाल दिया और चोदने लगा. १० मिनट बाद वह जड गया और फिर अगला दोस्त मुस्कान के पीछे लंड सेट कर के चोदने लगा.

मुस्कान अब तक कोई पांच बार पानी छोड़ चुकी थी. इसी तरह एक घंटे तक हम सब ने उसकी चूत को खोल दिया था चोद चोद कर. अब वह बेड़ पर गिर गई और लेटी हुई थी. दो दोस्त उस को किस कर रहे थे, मैं और दो दोस्त सामने सोफे पर बैठे हुए थे.

तिन चार घंटे हमने ऐसे ही आराम किया. अब रात के ९ बज रहे थे, तो मैंने घर फोन कर दिया कि मुस्कान की एग्जाम है इसलिए आज हम घर नहीं आ सकते हैं, यहीं रुकना पड़ेगा उसके साथ वह तैयारी में बीजी हे. तो मम्मी ने कहा ठीक हे, अपना ख्याल रखना. पर मां को क्या पता था मुस्कान का बर्थडे सेलिब्रेट हो रहा है उसको चोद कर.

फिर मैंने उसके दोस्तों को कहा कि आप लोग मेरी गाड़ी ले जाओ और खाना वगैरा ले आओं तो सब ने ड्रेस पहनि और चारों दोस्त बाजार की तरफ निकल पड़े. मेने गेट बंद किया और बेडरूम मैं मुस्कान के पास आ गया. मुस्कान ने मुझे गले से लगा दिया और थैंक्यू किया और कहा कि आप बहुत अच्छे हैं भैया, मुझे उम्मीद नहीं थी कि आप मुझे इतना इंजॉय करने दोगे. मैंने उस को किस किया और कहा तुम बहोत हॉट हो और मुझसे रहा नहीं गया तुम को चोदे बिना. वह मुस्कुराहट करके बोली अब जब दिल करे आप मुझे रांड बनाकर चोद लिया करो. 

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