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मेरी बहन की चुदाई दोस्तों के साथ मिलकर किया

यह स्टोरी मेरी सिस्टर की है जिसका नाम मुस्कान है. हमारा अपना बिजनेस है. घर में मैं, मम्मी, पापा और मुस्कान ही रहते हैं. मैंने एमबीए किया है और अपना बिजनेस संभालता हु. मुस्कान भी एमबीए कर रही है और उसको भी साथ बिजनेस में ही अटैच करेंगे.

 

तो दोस्तों मुस्कान क्या कमाल की हे? कसा हुआ जिस्म, आगे से बड़े बड़े बोबे और पीछे उभरी हुई और सेक्सी गांड, उसका फिगर भी कमाल है, बूब्स ३६ के, कमर ३४ की, गांड ३६ की. थोड़ी मोटी पर कसे हुए जिस्म वाली. वह यूनिवर्सिटी में जाती है और उन को मैं अपनी गाड़ी या बाइक पर छोड़ कर आता हूं. घर से निकलते वक्त काफी पर्दे में होती है, लेकिन यूनिवर्सिटी पहुंचते ही मैं उसको कहता हूं सब उतार दो दुपट्टा वगैरा और वह भी ऐसा ही करती है, और छोटा सा दुपट्टा गले में डाल कर यूनिवर्सिटी एंटर हो जाती है, क्योंकि यूनिवर्सिटी का माहोल कैसा हे यह मुझे अच्छे से पता हे. मैंने भी एमबीए यहां से ही किया है.

मेरी बहन की चुदाई दोस्तों के साथ मिलकर किया

उसके ग्रुप में चार और स्टूडेंट उसके फ्रेंड हैं. वह भी बहुत अच्छे हैं और बहुत अच्छे अच्छे स्टडी करते हैं, मौज मस्ती और हंसी मजाक खूब करते हैं, उनसे मैं भी मिला हूं और उन के फोन नंबर भी मेरे पास है. सबसे मेरी बात की होती है. कभी कभी बिजी होने की वजह से मैं उन में से किसी एक को कहता हूं कि मुस्कान को मेरी ऑफिस तक छोड़ जाओ तो वह बाइक पर छोड़ जाते हैं. उनका ग्रुप बहुत अच्छा है वह सब बहुत मस्ती करते हैं. मुस्कान के साथ कभी आइसक्रीम खाने जाते हैं तो मुझे भी ले जाते हैं. वह सब साथ में बहुत बहुत हॉट हॉट बातें करते हैं, मुस्कान की गांड पर हाथ फेरते हैं, उस के बाल खोल देते हैं, मुस्कान भी उनके गालों पर चुटकी काट लेती है. इंडियन सेक्स कहानी डॉटकॉ

 

मे भी मुस्कान के साथ बहुत फ्री हो के हर तरह की बातें करता हु उसकी हेयर रिमूव क्रीम ला कर देता हूं, और उसके लिए ब्रा भी में लाकर देता हूं.

 

एक दिन मुस्कान के दोस्त ने पार्टी रखी उस के किसी एक दोस्त की बर्थ डे थी, तो मुस्कान ने मुझे साथ चलने को कहा तो हम वहां एक होटल में पहुंचे. वहां बहुत गरम माहोल था. एक रूम में सब हमारा ही वेट कर रहे थे. सबने मुस्कान को गले लगाया और गाल पर किस की. मुस्कान मुस्कुरा दी और वह मुझे भी देख कर सब बहुत खुश हुए.

 

मुस्कान ने पैंट पहनी हुई थी और बहोत हॉट लग रही थी. ऐसे जैसे अभी चुदवा लेगी नंगी होकर.

 

फिर बर्थडे का केक काटा गया तो मुस्कान ने अपने होठों में केक का टुकड़ा लिया और अपने फ्रेंड को मुह में दिया और सब हंस रहे थे. मैं भी हंस रहा था. मुस्कान यह सब अपने भाई के सामने कर रही थी.

 

फिर उसने मुस्कान के गले में बाहे डाल दी और केक का टुकड़ा खाते हुए मुस्कान के होठ चूम लिए और सब मुस्कुरा दिए.

 

यह देख कर मेरा लंड पेंट में खड़ा हो रहा था, फिर खाना आ गया, सब ने खाना खाया और बातें करने लगे.

 

फिर एक ने मुस्कान के गाल पर चुटकी काट दी और कहा मस्त माल ही बनती जा रही है दिन ब दिन. यह सुन कर सब मुस्कुरा दिए और एक दोस्त बोला इस की चरबी पिघलानी पड़ेगी किसी दिन.

 

यह सुन कर सब मुस्कुराए सब बातें मेरे सामने हो रही थी, और मुस्कान थोड़ी शरमा भी रही थी.

 

मजा तो तब आया जब मैंने मुस्कान को खींच कर अपनी झोली में बैठाते हुए कहा कि चलो फिर ईसकी बर्थडे पिघला देते है सारी चर्बी इस हॉट रांड की तो सब हैरान रह गए और मुस्कुराने लगे और मुस्कान भी मदहोश सी हो गई यह सुन कर.

 

उस दिन मुस्कान सब की गोद में बैठी और बहुत मस्ती की. कोई १२ बजे हम गाड़ी पर घर आ गए.

 

अब तो वह मेरे साथ और भी खुल चुकी थी और अपने दोस्तों की सारी बातें मुझे शेयर करती थी. मैं भी उसको खूब मजाक में रगड़ता था.

 

कुछ दिन बाद उस की बर्थडे आ गई. बर्थडे की तैयारी में उसके फ्रेंड्स भी लग गए, सब ने उसको शॉपिंग कराई.

 

बर्थडे की तैयारी करने की वजह से मेरी उस से खुल के बात होती थी. उसने मुझे दो दिन पहले कहा कि भैया मेरी फ्रेंड्स कह रही है की होटल में बर्थडे का मजा नहीं आएगा, कोई और सेफ जगह होनी चाहिए, तो मैंने कहा आप के फ्रेंड्स क्या मजा लेना चाहते हैं? तो वह शरमा गई और बोली ओह्ह भाई समझ जाओ ना.

 

तो मैंने उसे अपनी तरफ खींच कर कहा कि समझा दो ना तुम ही तो हो और शरमा गयी. फिर मेने उसे जप्पी डाल दि और गांड पर हाथ फेरा तो मुस्कान कहने लगी आह्ह औउ उहह्ह भैया क्या कर रहे हो? उसने जोर से सिसकारी ली.

 

मैं समझ गया था कि चुदाई के मजे लेना चाहती हैं और सिल तुडवाना चाहती है. मैंने उसे कहा कि चलो कोई रूम ले लेते हैं रेंट पर, तो बोली नहीं भैया.

 

तो मैंने कहा कि और फिर क्या करें? तो वह बोली कोई अच्छा सुनसान सी जगह.

 

हमारा एक फार्म हाउस से जरा थोड़ा दूर यूनिवर्सिटी की तरफ है. बहुत बड़ा, ब्यूटीफुल और सुनसान इलाके में है.

 

मैं समझ गया कि उसकी नजर फार्म हाउस पर है पर मैं उसके मुंह से यह सुनना चाहता था.

 

फिर मैंने पूछा कि तुम ही बता दो तो वह शरमाते हुए बोली भैया फार्म हाउस कैसा रहेगा? यह सुन कर मैंने उसे कोऔर जोर से कस लिया और गाल पर किस भी कर दी आह औउ अह्ह्ह क्या नरम गाल थे.

 

वह मदहोश सी हो गयी थी. मैंने कहा क्या लगता है चर्बी पिघलवाना चाहती हो अपने फ्रेंडस से और उस के पेट पर एक चुटकी भी काट ली, तो वो कुछ नहीं बोली और आह्ह औऊ भैया कहने लगी.

 

फिर मैंने कहा ठीक है वहां एंजॉय अच्छा हो जाएगा, तो वह बहुत खुश हुई.

 

फिर उसने अपने फ्रेंड्स को भी बता दिया और वह भी बहुत खुश हुए.

 

बर्थडे के एक दिन पहले मैंने उस के एक दोस्त को फोन कर के कहा कि फार्म हाउस की चाबी ले जाओ मैं कल आउट ऑफ सिटी जा रहा हूं तो आप लोग वहां मुस्कान की बर्थडे पार्टी अरेंज कर लेना, मुस्कान से भी मेरी बात हो गई है उस से अच्छी जगह और कोई नहीं.

 

तो उसका दोस्त बोला नहीं भैया आप के बिना मजा नहीं आएगा और मुस्कान भी नहीं मानेगी, तो मैंने कुछ सोचने के बाद हां कर दी.

 

फिर एक दिन बदले सारी तैयारी की, मैंने केक वगैरा और बाकी खाने की चीजें ले ली.

 

और साथ ही एक पैकेट कंडोम का ले लिया. नेक्स्ट डे में सिस्टर को यूनिवर्सिटी के लिए लेके निकला गाडी में. यूनिवर्सिटी का तो एक बहाना था. आगे मुस्कान के फ्रेंडस वेट कर रहे थे. हम यूनिवर्सिटी के पास पहुंचे और देखा कि मुस्कान के फ्रेंड ने भी कुछ चीजें ले रखी थी मुस्कान के लिए गिफ्ट वगैरह. इंडियनसेक्स कहानी डॉट कॉम

 

ओह गाडी में हम दो लोग थे और वह चार लोग. फिर कुछ सोचने के बाद मैंने उन से कहा कि तिन लोग पीछे बैठ जाओ और साथ मुस्कान को भी गोद में बैठा लो. और एक आगे मेरे साथ आ जाओ.

 

और फिर क्या? मुस्कान पिछली सीट पर उन लोगों की गोद में बैठी थी. काम तो अभी से शुरु हो चुका था, वह भी बडे मजे ले रहे थे मुस्कान के साथ और हम मुस्कुराते हुए बातें कर रहे थे.

 

३० मिनट के बाद हमारा फार्म हाउस आ गया. फिर हमने सामान उतारा मैंने गेट खोल के गाड़ी अंदर खड़ी की और आगे का दरवाजा खोल कर एंटर हो गए.

 

वह जगह देख कर सब बहुत खुश हुए फिर हम सोफे पर जा कर बैठ गये कोई ११ बज रहे थे.

 

उधर मैंने अपनी सेक्रेटरी को बोल दिया कि आज मैं नहीं आऊंगा, सब संभाल लेना.

 

फिर हम बातें करने लगे. फिर केक काटने की तैयारी हुई और मुस्कान के सामने बहुत बड़ा केक रख दिया गया. वह पेंट और शर्ट में बहुत हॉट लग रही थी. सब मस्ती कर रहे थे, उस को नंगा करना चाहते थे, फीर केक काटा गया. सब ने अपने होठो से मुस्कान को खिलाया, उस के बूब्स दबाए और गांड पर हाथ फेरा. फिर मुस्कान को सब ने गिफ्ट दीये.

 

कुछ देर बाद मुस्कान ने सब के लिए ड्रिंक्स का पेग बनाया और सब को दिया और खुद भी लिया. ड्रिंक के बाद सब पर नशा सा चढ रहा था, तो मैंने मुस्कान को अपनी गोद में खींच लिया और उस के पेट पर हाथ फेरने लगा, सब हॉट हो रहे थे, मुस्कान भी सिसकिया ले रही थी. एक कुंवारी, जवान, खूबसूरत रांड हमारे सामने थी. फिर एक पैग और बनाने को कहा तो मुस्कान हॉट अंदाज में एक पेग तैयार करने लगी और सब को दिया.

अब और नहीं रहा जा रहा था. मैंने मुस्कान को छेड़ते हुए कहा की बर्थडे हे तो मौज मस्ती नहीं करनी अपने फ्रेंड के साथ? तो वह मुस्कुरा दी. मैंने उसे अपनी तरफ खींचा और उस की शर्ट उतारने लगा तो सब फ्रेंड हैरान रह गए. मैंने उन को आंख मार दी और कहा आज मुस्कान की चर्बी पिघला दो सब मिल कर, अब वह सिर्फ ब्रा में थी और शरमा रही थी. उस के हॉट बूब्स ब्रा में तन गये थे क्या बताऊं, ऐसे कुवारे बूब्स कभी पहले नहीं देखे थे.

 

फिर एक दोस्त ने जो की मेरे साथ ही बैठा था उस ने मुस्कान को अपनी तरफ खींच लिया और गोद में बिठा लिया और बूब्स दबाने लगा. सब पे नशा सा हो रहा था मुस्कान भी सिसकिया ले रही थी अहह औऊ अह्ह्ह ओह हहह इह हां एस हहह अन्न हहह इह हहह अय्य्य हघ हह्ही अह्ह्ह फिर उसके साथ बैठे दोस्त ने मुस्कान को अपनी तरफ खीच के अपनी गोद में बिठा लिया और खूब दबा रहा था, चारों दोस्तों की गोद में बैठ कर मुस्कान मजे ले रही थी.

 

अब में उठ कर खड़ा हुआ और मुस्कान के पीछे से जप्पी डाल दी और चूत के पास हाथ कर के उस की पेंट की जिप खोल दी उस ने आह्ह भाई आप क्या कर रहे हो सिसकारी ली और शरमा रही थी. मैंने उस की जट से पेंट नीचे कर दी, उसके मोटे चुतड गांड और चूत सब के सामने एक छोटी सी अंडरवियर मै थी.

 

उस का अंडरवियर गीला हो चुका था चूत के पानी से. वह भी तैयार हो चुकी थी चुदाई के लिए. अब फिर सब ने बारी बारी उसको चुम्मा चाटा और किस की. फिर ब्रा भी निकाल दिया और क्या नजारा था? इतनी सेक्सी हो गई मुस्कान? मैंने सोचा भी नहीं था. मैं उस के बूब्स पर टूट पड़ा और आ हहह इऔइग हहह अम्म्म भैया धीरे चुसो अहह ओह हा हुह ओह हां अम्म ओह हहह भैया अहहह धीरे चूसो और सिसकिया दे रही थी. उस के बूब्स एकदम तने हुए थे. मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया और बेड रूम में चलने को कहा, तो सब दोस्त बेडरूम में आ गये. मैंने उस को बेड पर गिरा दिया. हम सब उस पर टूट पड़े. उस को भी पहली ही बार ५ लोगों से मस्ती कर के मजा आ रहा था और सिसकियां ले रही थी औउ अह्ह्ह औऊ अह्ह्ह ह अहह हू ओह अहह अम्म्म एस अहह ओह अहह अम्म्म. इंडियन सेक्सकहानी डॉट कॉम

 

सब उस को चुम चाट रहे थे. मुस्कान की चूत से पानी की धार निकल रही थी, इतनी मस्त हो चुकी थी, एक घंटा ऐसा चलता रहा. फिर मैंने कहा अब चोद डालो रांड को तो सब दोस्त बेड से उतर गये और मुझे कहने लगे की पहले आप ही सील तोडो ईस रंडी की. तो में यह सुन कर मदहोश हो गया. मुस्कान कि सील उस के दोस्तो के सामने में तोड़ने वाला था.

 

मैंने और सब दोस्तों ने अपने अपने ड्रेस भी उतार दिए, उन सब से बड़ा लंड मेरा ही था. मैं बेड पर चढ़ गया और मुस्कान को किस करने लगा, उस के पैर खोल दिया और उसकी चूत चूसी और गौर से देखा तो उफ्फ्फ्फ़ उस की चूत थी एकदम मुलायम और सील पैक.

 

मैंने उसको तो डौगी स्टाइल में किया और अपना लौड़ा पीछे से उसकी चूत पर रख दिया.

 

फिर मुझे खयाल आया की कंडोम के बगैर कर रहा हूं तो एक दोस्त ने कंडोम का पैकेट जो हम ले कर आए थे ले आया और एक कंडोम निकाल के मुझे दिया. मैंने लंड पर चढ़ाया, तो मुस्कान भी मदहोश हो गयी. मैंने लंड पीछे से चूत पर सेट किया तो सब दोस्त हैप्पी बर्थडे मुस्कान करने लगे. मैंने एक झटका मारा तो वह कहने लगी आह्ह्ह औउ अहह ओह हां अम्म्म धीरे करो. लंड का टोपा अंदर सिल तोड़ता हुआ चला गया था. उफ्फ्फ क्या गरम चूत में ने और झटका मारा तो आधा लंड अंदर चला गया और धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा. मुस्कान आह्ह औउ ओह अहह औउह अहह ह अहह आऔ कर रही थी.

 

फिर धीरे धीरे मैंने और लंड अंदर डाल दिया और चोदने लगा. सारा बेडरूम महक रहा था. सब दोस्त देख रहे थे मुस्कान की चुदाई. कोई १० मिनट चोदने के बाद मैंने लंड निकाला और एक दोस्त को इशारा किया, उसने अपने लंड पर कंडोम चढ़ाया और मुस्कान के पीछे आ गया. आःह औऊ अह्ह्ह मम्म मुस्कान सिसकियां ले रही थी. उसकी चूत खुल चुकी थी और वह खुश भी लग रही थी. शायद थोड़ी भारी होने की वजह से उसको दर्द कम और मजा ज्यादा आ रहा था. अब उसके दोस्त ने एक ही झटके से लंड अंदर डाल दिया और चोदने लगा. १० मिनट बाद वह जड गया और फिर अगला दोस्त मुस्कान के पीछे लंड सेट कर के चोदने लगा.

 

मुस्कान अब तक कोई पांच बार पानी छोड़ चुकी थी. इसी तरह एक घंटे तक हम सब ने उसकी चूत को खोल दिया था चोद चोद कर. अब वह बेड़ पर गिर गई और लेटी हुई थी. दो दोस्त उस को किस कर रहे थे, मैं और दो दोस्त सामने सोफे पर बैठे हुए थे.

 

तिन चार घंटे हमने ऐसे ही आराम किया. अब रात के ९ बज रहे थे, तो मैंने घर फोन कर दिया कि मुस्कान की एग्जाम है इसलिए आज हम घर नहीं आ सकते हैं, यहीं रुकना पड़ेगा उसके साथ वह तैयारी में बीजी हे. तो मम्मी ने कहा ठीक हे, अपना ख्याल रखना. पर मां को क्या पता था मुस्कान का बर्थडे सेलिब्रेट हो रहा है उसको चोद कर.

 

फिर मैंने उसके दोस्तों को कहा कि आप लोग मेरी गाड़ी ले जाओ और खाना वगैरा ले आओं तो सब ने ड्रेस पहनि और चारों दोस्त बाजार की तरफ निकल पड़े. मेने गेट बंद किया और बेडरूम मैं मुस्कान के पास आ गया. मुस्कान ने मुझे गले से लगा दिया और थैंक्यू किया और कहा कि आप बहुत अच्छे हैं भैया, मुझे उम्मीद नहीं थी कि आप मुझे इतना इंजॉय करने दोगे. मैंने उस को किस किया और कहा तुम बहोत हॉट हो और मुझसे रहा नहीं गया तुम को चोदे बिना. वह मुस्कुराहट करके बोली अब जब दिल करे आप मुझे रांड बनाकर चोद लिया करो. 

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भाई के दोस्त से चुदवाई अपनी चूत

यह एक साल पहले की बात है.. मेरे छोटे भाई के 2 दिन के बाद परीक्षा शुरू होने वाली थी और उसका पहला पेपर गणित का था.. लेकिन उसके चश्मे का नंबर बढ़ गया था.. इसलिए मेरी माँ उसे डॉक्टर के पास ले गयी थी. मेरा भाई और उसका दोस्त विपिन मिलकर पढ़ाई करने वाले थे. विपिन की कोचिंग में दूसरे ही दिन गणित का टेस्ट था और वो स्कूल के एग्जाम के पहले था और मेरा भाई गणित में बहुत अच्छा था. विपिन एक टपोरी लड़का था.. वो बहुत शरारती, मस्तीखोर, बत्तमीज और पढ़ाई में बहुत खराब था और वो हम लोगों के इलाके में एक छोटी सी खोली में रहता था. उसे मेरा भाई हमारे घर पर आज गणित सिखाने वाला था..

 

इसलिए वो हमारे घर आया.. लेकिन मेरे भाई ने विपिन को नहीं बताया था कि वो आज डॉक्टर के पास जाने वाला है. तो विपिन दोपहर को ही हमारे घर पर आ गया और में उस समय घर पर बिल्कुल अकेली थी. तो मैंने उसे बताया कि मेरा भाई डॉक्टर के पास गया है और क्या तुम्हे उसने पहले नहीं बताया था कि वो आज घर पर नहीं मिलेगा? तो वो कहने लगा कि नहीं उसने मुझे कुछ भी नहीं बताया और फिर उसने कहा कि क्या वो मेरे भाई की गणित की किताब लेकर जा सकता है? तो मैंने उससे कहा कि तुम इधर ही रुक कर पढ़ाई कर लो और शायद हो सकता है कि मेरा भाई भी एक घंटे में आ जाए.

भाई के दोस्त से चुदवाई अपनी चूत

तो वो अंदर आ गया और सोफे पर बैठ गया और उसने मुझसे पीने को पानी माँगा और मैंने उसे किचन से पानी लाकर दिया और में उसे अपने भाई की गणित की किताब लाने के लिए अंदर चली गयी. फिर जब में बाहर आई तो वो मेरी किताब ( जो में उसके आने के पहले पढ़ रही थी और वो सोफे पर ही रखी थी ) पढ़ रहा था. उस किताब में प्यार पर आर्टिकल था और फोटो भी थे. तभी मैंने उससे किताब छीन ली और बहुत डाटा.. लेकिन वो बेशार्मो की तरह हंस रहा था और फिर उसने मुझसे सॉरी कहा और किताब लेकर बैठ गया और हमेशा उसके मुहं पर पूरे टाईम बेशार्मो वाली स्माईल रहती थी. फिर वो मुझे बार बार देखकर हंस रहा था जैसे उसे मेरा सीक्रेट पता चल गया है.

 

तो में वहाँ से उठकर अपने रूम में चली गयी और फिर से अपनी किताब पढ़ने लगी. तभी कुछ देर बाद मुझे ऐसा लगा कि अगर उसने बैठक रूम में से कुछ सामान उठा लिया तो? और इसलिए में फिर से बाहर गयी.. तो वो सोफे पर लेटकर पढ़ रहा था और में उसे देखकर चौंक गयी कि यह लड़का इतना बत्तमीज कैसे हो सकता है? फिर मैंने उसे उठने को नहीं कहा और सीधा सोफे पर उसके पास बैठने चली गयी.. यह सोचकर कि शायद वो मुझे देखकर उठेगा.. लेकिन उसने बस अपना पैर हटाया और मुझे बैठने दिया और उसका पूरा ध्यान अपनी किताब में ही था.

 

तो में भी अपने मोबाईल में व्यस्त हो गयी और ऐसे ही मैसेज टाईप करते करते मैंने उसकी तरफ देखा तो वो मुझे घूर रहा था और वो भी बहुत देर से और उसकी नज़र मेरे चेहरे पर नहीं थी. फिर मैंने उसे ध्यान से देखा तो वो मेरे बूब्स की गली की तरफ देख रहा था और मुझे याद आया कि विपिन के आने से पहले मैंने अपनी ब्रा को निकाल दिया था और में आर्टिकल पढ़ते पढ़ते अपनी निप्पल को सहला रही थी और में विपिन के अचानक से आने पर अपनी ब्रा को पहनना भूल ही गयी. एक तो में टी-शर्ट भी बहुत टाईट पहनी हुई थी और अब मेरे निप्पल भी बहुत साफ साफ टी-शर्ट में से दिख रहे थे और फिर मैंने किताब से अपनी निप्पल वाला भाग ढक लिया.

 

फिर मैंने विपिन से कुछ भी नहीं कहा.. क्योंकि में उससे कुछ बोल ही नहीं पाई. मेरे भाई का दोस्त अब मेरे बूब्स देख रहा था यह सोचकर मुझे बहुत अजीब लगा.. मेरे लिए मेरा भाई बच्चो जैसा है और मुझे उसके दोस्त भी बच्चे ही लगते थे भले ही वो ज्यादा उम्र का हो. हम दोनों में 4 साल का अंतर है और मैंने कभी भी मुझसे कम उम्र वालों की तरफ उस नज़र से नहीं देखा था. फिर में बहुत शांत हो गयी और मैंने पढ़ते पढ़ते फिर से विपिन की तरफ देखा.. वो भी मेरी तरफ देखने लगा और हम दोनों एक दूसरे की आँखो में बिना कुछ कहे घूर रहे थे.

 

वो भी बिना किसी के डर के मेरी आँखों में बिना नज़र हटाए देख रहा था और मेरी धड़कने बहुत तेज़ हो गयी और मुझे यह अहसास जाना पहचाना सा लग रहा था. तो मैंने अपनी नज़रे उसकी तरफ से हटाई और में किताब में देखने लगी. तभी मैंने विपिन की तरफ फिर से देखा तो वो मेरे शरीर को पूरी तरह से देख रहा था और उसने अपनी नशीली आँखों से मेरी तरफ देखा. तभी मुझे उसकी पेंट में उसके खड़े लंड का आकार दिखाई दिया और मेरी गरम चूत से खुद ब खुद पानी निकलने लगा और अब मुझे पता चल गया कि मुझे क्या अहसास हो रहा था?

 

तभी में जल्दी से उठकर अपने रूम की तरफ चली गयी और विपिन भी जल्द से उठकर बैठ गया और मुझे अपने रूम में जाते वक़्त बड़े ध्यान से देखने लगा. फिर मैंने रूम में अंदर घुसते वक़्त सोफे पर बैठे हुए उसकी तरफ देखा और हम 5 सेकिण्ड तक एक दूसरे को ऐसे ही घूरते रहे और में अंदर चली गयी और फिर मैंने दरवाज़ा बंद कर दिया. फिर मैंने अपने कपड़े उतार कर फेंक दिए और अपने आप को सहलाने लगी. मैंने अपनी चूत में ऊँगली डालनी शुरू कर दी.. लेकिन यह बहुत ग़लत था और मुझे उस लड़के की वजह से गर्माहट महसूस हो रही थी.. में पूरी तरह गरम हो चुकी थी. मेरी चूत अब मुझसे एक लंड मांग रही थी और मेरा अपने आप पर कोई वश नहीं था. वो दूसरे रूम में था और में अपने कमरे में नंगी होकर अपनी चूत को सहलाकर ठंडा करने की कोशिश कर रही थी.

 

तभी मुझे दरवाज़े के नीचे वाले हिस्से से दिखाई दिया कि दरवाज़े के बाहर कोई खड़ा है और में समझ गयी कि यह विपिन ही है. तो में ज़मीन पर लेट गयी और खुद को सहलाने लगी और विपिन भी ज़मीन पर झुककर दरवाज़े के नीचे के हिस्से से अंदर देख रहा था. में उसके सामने ही उसे अपनी चूत दिखाते हुए नीचे ज़मीन पर लेटी थी. तभी डोर बेल बजी तो में जल्दी से उठी और कपड़े पहनकर बाहर गयी तो मैंने देखा कि हॉल में उसकी किताब सोफे पर पड़ी थी.. लेकिन विपिन वहां पर नहीं था. फिर वापस से एक बार और डोर बेल बजी और मैंने दरवाज़ा खोला तो वॉचमेन था और वो लाईट का बिल देने आया था. फिर मैंने उससे बिल लिया और जल्दी से दरवाज़ा बंद कर दिया और विपिन को ढूँढने लगी और फिर मुझे हॉल में एक अंडरवियर ज़मीन पर पड़ी हुई मिली और मैंने अंडरवियर उठाई और उसे ढूँढने लगी.

 

मैंने उसे बाथरूम में देखा तो वो वहाँ पर भी नहीं था और फिर में मेरे भाई के बेडरूम में गयी तो वो वहाँ पर चुपचाप खिड़की की तरफ खड़ा था. तभी मैंने उससे पूछा कि यहाँ पर क्या कर रहे हो? तो वो कुछ नहीं बोला और फिर थोड़ी देर मुझे घूरने के बाद बोला कि मुझे बहुत डर लगा कि कोई आ गया है तो में यहाँ पर आकर छुप गया. फिर मैंने उससे पूछा कि क्या यह तेरी अंडरवियर है? तो उसने कहा कि हाँ. फिर मैंने उससे पूछा कि इसे क्यों निकाली थी? तो उसने फिर से नशीली आँखों से घूरते हुए कहा कि ऐसे ही.

तो मैंने उससे पूछा कि सीधे सीधे बता क्यों निकाली थी? लेकिन वो कुछ नहीं बोला. तो मैंने कहा कि तू जब तक नहीं बताएगा.. में तब तक तुझे तेरी अंडरवियर नहीं दूँगी. फिर मैंने उसकी अंडरवियर ली और हॉल में चली गयी और सोफे पर जाकर बैठ गयी. तो मुझे पता चल गया कि वो शायद पहले नंगा हुआ होगा और बेल बजने पर जल्दी जल्दी में कपड़े लेकर रूम में भाग गया होगा.. लेकिन में जानना चाहती थी कि वो नंगा हो कर क्या करने वाला था?

 

और वो बहुत देर तक उस रूम से बाहर नहीं निकला. तो में फिर से अपने भाई के रूम में देखने गयी तो वो बेड पर नंगा बैठकर अपना लंड हिला रहा था. तभी उसने मुझे देखा तो उसकी आँखों में बिल्कुल भी डर नहीं था.. किसी और के घर में अपने फ्रेंड की बड़ी बहन के सामने नंगा होकर लंड हिलाने की बात पर उसे कोई भी डर या शरम नहीं थी.. बल्कि वो मुझे अपनी नशीली आँखों से घूर घूरकर देखता रहा. उसका लंड बहुत बड़ा था.. करीब 6 इंच लंबा और 2 इंच मोटा और वो एकदम तनकर खड़ा था.. शायद वो मेरी चूत को सलामी दे रहा था.

 

मुझे अपने से छोटी उम्र के लड़के के खड़े लंड को देखकर अलग सा अहसास हुआ और में इतना खूबसूरत लंड देखकर चौंक गयी थी.. लेकिन उम्र में बड़ी होने की वजह से कुछ भी नहीं बोली. में उसे डांटने का नाटक तक करना चाहती थी.. लेकिन कुछ बोल ना सकी और में चुपचाप हॉल में चली गयी और किताब पढ़ने का नाटक करने लगी. फिर मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि में क्या करूं? और अब मेरी चूत गीली हो चुकी थी और में अभी भी यही सोच रही थी कि क्या यह सब ग़लत तो नहीं हो रहा?

 

और वो लड़का मुझसे छोटा है. तभी विपिन वैसे ही नंगा मेरी तरफ हॉल में आया और मेरे सामने आकर खड़ा हो गया और अपने लंड को जोर जोर से हिलाने लगा. तो में उसे वहाँ से भगाना चाहती थी या भगाने का नाटक करना चाहती थी.. लेकिन वो भी मुझसे नहीं होने वाला था. फिर मेरी चूत भी लंड की प्यासी हो गयी थी और मेरा मुहं भी लंड के लिए सूख गया था और लंड लिए मेरे पूरे बदन में बिजली दौड़ रही थी.. में फिर भी किताब में ही देखती रही.

 

तभी विपिन ने मेरे हाथ से किताब छीनकर फेंक दी और मेरी तरफ देखने लगा. फिर मैंने उसकी तरफ देखा तो उसने मुझे किस का इशारा किया और जोर से अपना लंड हिलाता रहा और में उसके लंड को 1 मिनट तक देखती रही और निहारती रही.. मुझे अब उसके लंड पर टूट पढ़ना था.. लेकिन वो मेरे भाई का फ्रेंड था और वो मेरे भाई को ब्लॅकमेल भी कर सकता था और मुझे भी ब्लॅकमेल कर सकता था.. इसलिए में अभी भी कुछ नहीं कर रही थी.. लेकिन मेरा पूरा शरीर कुछ और ही बोल रहा था और मन कुछ और..

 

तो मैंने धीमी आवाज़ में कहा कि अब बंद भी कर यार. तो उसने मुझसे कहा कि लो ना.. में चुप बैठी रही और वो मेरे मुहं की तरफ लंड को करीब लाया और मुझे उसके लंड की खुश्बू आने लगी.. में झुकी हुई थी और माथे पर हाथ था और उसका लंड मेरे होंठो से सिर्फ़ थोड़ी ही दूरी पर था और अगर वो हल्का सा भी आगे आता तो मेरे होंठो को उसका लंड छू जाता. मैंने वापस लंड की तरफ देखा और उसकी तरफ देखा.. तो वो मेरे पास में आकर सोफे पर लेटकर लंड को हिलाने लगा. हम एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे और वो ज़ोर ज़ोर से लंड को हिलाने लगा.

 

फिर आखिरकार उसका वीर्य गिर ही गया और उसका बहुत सारा वीर्य निकला और में उसके लंड की तरफ ही देखती जा रही थी. वो दो मिनट ऐसा ही पड़ा रहा और फिर बाथरूम में जाकर लंड धोकर बाहर आया और वो मेरे पास में आकर नंगा थककर बैठा हुआ था. मैंने उससे पूछा कि यह क्या था? तो उसने कहा कि तुझे देखकर जोश चड़ गया था. वो मेरे सामने अपने बड़े लंड को लेकर हिला रहा था.. फिर वीर्य को गिराया और अब मेरे पास में बिना किसी शर्म के नंगा बैठकर मुझसे बातें कर रहा है.

 

तो हम कुछ देर तक ऐसे ही शांत बैठे रहे. तभी उसने सोफे पर लेटते हुए मेरी गोदी में सर रखा.. लेकिन में चुप रही और उसने फिर अपनी उंगली से मेरे निप्पल को छुना शुरू किया और मुझे उसका ऐसा करना बहुत अच्छा लग रहा था.. में बस चुप रही. फिर वो ऐसा कुछ देर तक करता रहा और जब में कुछ नहीं बोली तो उसने धीरे धीरे मेरे बूब्स को दबाना शुरू किया. अब जब में बिल्कुल शांत रही तो उसने सीधा टीशर्ट के ऊपर से ही निप्पल को काटना शुरू किया और वो टी-शर्ट के ऊपर से ही निप्पल को दांत से खींच रहा था.. लेकिन मेरा शरीर शांत था. में कुछ नहीं सोच रही थी..

 

बस जो होगा वो होने दे रही थी. फिर उसने नीचे से मेरी टी-शर्ट को थोड़ा ऊपर किया और मेरे नंगे बूब्स को चूमने लगा, काटने लगा और सहलाने लगा. फिर उसने मुझसे टी-शर्ट को उतरवाया और मेरी गोद में ही सर रखकर वो यह सब कर रहा था.. मेरी नाभि को भी चाट रहा था. जब उसने मेरी नाभि में जीभ डाली तब मेरे मुहं से सिसकियाँ निकली.

 

फिर वो उठ गया और मेरी चूत को मेरी जिन्स के ऊपर से ही चाटने लगा.. उसने मेरी जिन्स उतरवाई और पेंटी भी उतरवाई और चूत चाटने लगा. फिर वो चूत चाटते चाटते एकदम रुककर मेरी चूत को बहुत देर तक देखता रहता.. जैसे कि उसने पहली बार चूत को देखा हो. फिर में भी उसका साथ देने लगी और उसने जब मेरी चूत में जीभ डाली तो मैंने अपने पैर उसके सर के आस पास लपेट लिए और ज़ोर ज़ोर से आह्ह्ह्ह उफ्फ्फ माँ करने लगी. फिर उसने मुझे लेटा लिया और खुद भी मुझ पर लेट गया और किस करने लगा.. फिर वो अपने घुटनो पर खड़ा हुआ और मुझे बैठा दिया. हम दोनों एक दूसरी की आँखों में देख रहे थे और वो अपना लंड मेरे होंठो पर छूने लगा और रगड़ने लगा.

 

फिर मैंने मुहं खोला और उसका लंड पूरी तरह से अंदर लिया और बहुत देर तक चूसा.. चूसते वक़्त वो बहुत सेक्सी आहें भरने लगा और मुझे उसकी आहें सुनने में बहुत मज़ा आ रहा था.. वो आहह आहह करते हुए मेरे मुहं की चुदाई करने लगा. तभी अचानक से मेरे मुहं से लंड बाहर निकालकर मुझे किस करने लगा और लेटकर मेरे पैर फैलाकर अपना लंड मेरी चूत में डालने लगा.. लेकिन उसे डालते वक़्त थोड़ा दर्द होने लगा. तो मैंने उससे कहा कि लंड पर थोड़ा थूक लगा लो.. फिर उसने वही किया और मेरे पैरों के बीच में लेटकर मुझे चोदने लगा. वो चुदाई करते करते मुझे किस करता रहा. फिर 5 मिनट के बाद ही उसने वीर्य मेरी चूत के अंदर ही गिरा दिया और मुझ पर वो वैसे ही पड़ा रहा.. लेकिन मेरी चुदाई अभी पूरी नहीं हुई थी.

 

फिर उसने मुझे कुछ देर तक किस किया और बैठ गया.. में लेटी रही और उसे देखती रही. वो वापस मेरी तरफ आया और मेरे निप्पल को चूसने लगा और 5 मिनट तक बूब्स के साथ खेलता रहा.. हम उठे और एक दूसरे से लिपटकर बैठे रहे. फिर मैंने उससे पूछा कि यह सब कैसे सीखा? तो उसने बताया कि उसकी कोचिंग टीचर के साथ भी उसने एक बार सेक्स किया है. उसकी कोचिंग टीचर दो बच्चों की माँ है और वो 40 से भी ज़्यादा उम्र वाली है.

 

फिर मैंने उससे कहा कि क्या ऐसे किसी के सामने सीधे नंगे होते वक़्त तुम्हे डर नहीं लगता? तो उसने कहा कि उसे उस वक्त सेक्स का जोश बहुत चड़ गया था. फिर उस दिन के बाद हमने करीब 10 बार सेक्स किया है.. वो अब चुदाई में और भी बेहतर होता जा रहा था.. वो करीब 15-20 मिनट तक 2-2 बार चोदता है और उसको हमेशा अलग अलग स्टाईल में वीर्य गिराने में बहुत मज़ा आता है. में कभी उसे खुद नहीं बुलाती.. वो खुद सीधा घर पर किसी ना किसी बहाने से पहुंच जाता है और घर खाली होता तो घर पर सेक्स करते है या छत पर, सीढ़ियों पर, स्कूल के पेपर के दिनों में भी उसने मुझे बहुत बार चोदा. 

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मेरा भाई कल रात नींद में मुझे चोदा और मैं भी रोक नहीं पाई चुद गई

दोस्तों, मेरा नाम सुधीर है और मैं हिमाचल का रहने वाला हूँ | दोस्तों, मैं भी आप लोगों की तरह Free Hindi Sex Stories का पाठक हूँ | दोस्तों आज मैं आप लोगों के सामने जो कहानी ले कर आया हूँ वो मेरे साथ 2 साल पहले घटी थी | असल में मैं एक शादी में किसी रिश्तेदार के घर गया हुआ था | शादी में काम करते करते थक गया तो जहाँ जगह मिली वहीँ सो गया | असल में मैं छत पर सो रहा था | छत पर अँधेरा था इसीलिए मुझे कुछ दिखाई नही दिया | वहां एक बिस्तर और एक तकिया पड़ा था इसीलिए मैंने वहीँ सोना सही समझा | चलिए अब आगे की कहानी बताता हूँ |

 

जब मैं नींद में था तो मुझे एक सपना आया की मैं अपने गाँव की एक लड़की जिसको मैं पसंद करता था, को प्रोपोज कर दिया और वो मान गयी है | अब मैं उसे एक खाली जगह ले गया हूँ और उसको किस कर रहा हूँ | मैंने उसको बिस्तर पर लिटा लिया और उसके होठों पर किस करने लगा | चादर ओढ़ ली है हम दोनों ने और किस करने में जुटे हैं हम दोनों | उसके होठों पर किस करते करते अब मैं उसकी गर्दन पर किस कर रहा हूँ | वो मेरा साथ दे रही है |

मेरा भाई कल रात नींद में मुझे चोदा और मैं भी रोक नहीं पाई चुद गई

 

मैंने अब उसके बूब्स दबाने शुरू कर दिए | उसके बूब्स मध्यम साइज़ के हैं और मुझे दबाने में बहुत मजा आ रहा है | मैंने अब उसका टॉप ऊपर कर दिया और ब्रा को भी ऊपर करके उसके बूब्स दबा रहा हूँ | वो सिसकियाँ ले रही है और आह्ह हह ह हह ह हह ह हह ह ह हह ह ह्ह्ह ह हह ह ह उ ह उह्ह हह ह हह ह ह उम् मम मम मम्म म मम म मम्म म कर रही है | मैंने अब उसका एक हाथ उठाया और अपनी पैंट के अन्दर डाल दिया | अब वो मेरा लंड सहला रही है |

 

मैंने अब उसके बूब्स चूसने शुरू कर दिए | उसके निप्पल बहुत ही सॉफ्ट थे और मुझे चूसने में बहुत मजा आ रहा है | उधर वो मेरे लंड को बड़े प्यार से सहला रही है | मैं सपना देख ही रहा था की अचानक से मुझे लगा की मेरे लंड को कोई सच में सहला रहा है और मुझे मजा आ रहा है | मैंने आँखें खोली तो देखा की मेरे मुंह में एक लड़की के निप्पल हैं और उसका हाथ मेरे लंड पर है | वो एक सेक्सी लड़की थी और उसकी उम्र लगभग 20 के आस पास होगी | मैं डर गया | मुझे लगा की अब वो मुझे डांटेगी और कहीं शिकायत न कर दे | मैंने उसको सॉरी बोला तो वो बोली कुछ मत बोलो, बस जो कर रहे थे करते रहो | मैं समझ गया की वो भी गरम है |

 

मैंने अब फिर से उसको किस करना शुरू कर दिया | वो पूरी तरह मेरा साथ दे रही थी | मैंने अब उसके बूब्स फिर से चूसने शुरू कर दिए | अब मैंने उसको थोडा निचे धकेला | वो मेरा इशारा समझ गयी और निचे चली गयी | अब मैंने अपना लंड पैंट को निचे करके उके हाथ में दे दिया | वो मेरे लंड को हाथ में पकड कर आराम से चूसने लगी | उसने मेरे लंड को बड़े प्यार से शुरू कर दिया | वो लंड के टोपे को बड़े प्यार से चूम रही थी |

 

मैंने उससे मुंह के और अन्दर लंड को लेने को बोला | वो मान गयी और मेरे लंड को अपने मुंह के और अन्दर तक लेने लगी | बीच बीच में वो मेरे टट्टे भी चाट रही थी | उसके टट्टे चाटने का अंदाज मुझे बहुत पसंद आया | मुझे उसका लंड चाटना बहुत अच्छा महसूस करवा रहा था | मैंने उसके मुंह में पकड़ा और जोर से से उसके मुंह को अपने लंड से चोदना शुरू कर दिया | उसके मुंह से गप्प गप पप प पप प पप पपप प पपप प पपप पप प पप की आवाज़ आने लगी |

 

उसके मुंह को चोदने में मुझे इतना मजा आ रहा था की मैंने धक्के लगाना और तेज कर दिया और उसके मुंह में ही झड गया | वो मेरा सारा माल पी गयी | वो लड़की किसी शहर की लग रही थी क्यूंकि गाँव की लड़कियां ऐसे मुठ मुह में नही लेटी कभी | खैर, अब मैंने उसकी पैंट सरका दी और उसकी पैंटी भी निचे कर दी | उसकी चूत अँधेरे की वजह से देख तो नही पाया लेकिन छूने से पता लग रहा था की चिकनी है और कसी हुई है |

 

मैंने उसको उपर किया और खुद उसके पैरों के पास आ गया | उसकी चूत से एक भीनी से खुसबू आ रही थी | मैंने अब उसकी टांगों को फैलाया और उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया | वो सिसकियाँ लेने लगी और जोर जोर से आह्ह्ह्ह हह ह्ह्ह ह ह्ह्ह ह्ह्ह ह हह ह उम् मम म मम मम्म मम म मम मम्म मम म म मम म मम मम मम करने लगी |

 

मैंने उसकी चूत के और अन्दर तक अपनी जीभ ले जानी शुरू कर दी | उसकी चूत का स्वाद बहुत मजेदार था | मुझे वो नमकीन स्वाद आज तक याद है | मैंने उसकी चूत को चाट कर उसे बहुत मजे दिए | वो खुश हो गयी | वो बोली आज वो मुझे ऐसे मजे देगी की मैं हमेशा याद रखूंगा | मैं खुश हो गया | अब मेरा लंड दोबारा खड़ा हो चूका था | मैंने अब उसको लिटाया और उसकी चूत पर अपना लंड टिका दिया | मैंने उसको किस करना शुरू कर दिया और किस करते करते एक हल्का सा धक्का दे दिया | मेरे लंड का टोपा अब उसकी चूत के अन्दर था | उसके मुंह से चीख निकल पड़ी | मैंने उसको मुंह को अपने मुंह से बंद किया और चूमने लगा |

 

अब मैंने और धक्का दिया और इस बार पूरा लंड उसकी चूत में समां चूका था | वो दर्द से रोने लगी और आःह्ह ह ह्ह्ह ईई ईईई इ इ ई इ ऊ ओऊ ओऊ ऊ ऊ ओऊ ओऊ ओऊ ऊ ऊऊऊऊईई ईई ईईइ ईई ईई इ ई ई इ इ इ इ ई इ ईई ईईइ इ ई इ ई इ इ करने लगी |

 

मैंने अब लंड को चूत में अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया था | वो मजे लेने लगी और मेरा साथ देने लगी | अब वो मजे से आह्ह ह ह हह ह हह ह ह हह ह उम्म्म्म मम म म म्मम्म म म मम मम म म चोद दो मुझे.. और जोर से. आह्ह ह हह ह हह ह हह उ ऊऊउ ऊ उ ऊ उ उई ई इ इ ई इ ई आः.. बुझा दो मेरी प्यास.., आह्ह्ह ह हह .. करने लगी | मैंने उसे काफी देर तक ऐसे ही चोदा | हम दोनों छत पर थे इसीलिए बहुत ज्यादा पोजीशन में चुदाई करना पॉसिबल नही था |

 

मैंने बोला की मेरा तोहफा जो तुम देने वाली थी वो कहाँ है ? वो बोली रुको, अपना लंड निकालो पहले मेरी चूत से | मैंने लंड निकाल लिया | अब वो पीछे मुह गयी और अपने पेट के निचे तकिया लगा कर बोली- लो तुम्हारे लिए स्पेशल मेरी कुंवारी गांड, आज तक मैंने कभी मरवाई नही है लेकिन आज तुम्हारी चूत चटाई ने मुझे खुश आकर दिया इसीलिए आज तुम्हे दे रही हूँ |

 

मैंने ये सुना तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना नही रहा | मैंने अब उसकी गांड पर थोडा थूक लगाया और थोडा अपने लंड पर भी | अब मैंने अपना लंड उसकी गांड पर टिकाया और एक हल्का सा धक्का दिया | उसकी गांड सच में बहुत टाइट थी | वो कराहने लगी | मैंने उसकी पीठ पर किस करना शुरू कर दिया | अब वो थोडा नार्मल हो गयी | थोड़ी देर में मैंने एक और धक्का दिया |

 

इस बार मेरा आधा लंड उसकी गांड में घुस गया | उसकी गांड इतनी टाइट थी की मेरे लंड में दर्द होने लगा | मैंने अब भी लंड निकाला नही और एक और धक्का देकर उसकी गांड में घुसेड दिया | वो दर्द से रोने लगी | मैंने अब धक्के लगाने शुरू कर दिए | वो दर्द की वजह से आह्ह्ह ह हह ह ह ऊऊउ ऊ ऊऊ उईई इ ई इ ई मर गयी मैं.. अह्ह्ह्ह ह हह ह हह ह हह ऊऊउ ऊऊ ईई ईई इ इ इ करने लगी |

 

उसकी गांड टाइट होने की वजह से मैं सिर्फ 10 मिनट में झड गया और अपना माल उसकी गांड में ही छोड़ दिया | उसके बाद हम दोनों सतह में सो गये और सुबह फिर एक बार चुदाई की |

  

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